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टीचर ने अलग कमरे में ले जाकर बच्चे को पीटा:12 साल के छात्र को आया चक्कर, पीठ पर पिटाई के निशान; पिता ने रिपोर्ट दर्ज कराई


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टीचर ने अलग कमरे में ले जाकर बच्चे को पीटा:12 साल के छात्र को आया चक्कर, पीठ पर पिटाई के निशान; पिता ने रिपोर्ट दर्ज कराई

टीचर ने अलग कमरे में ले जाकर बच्चे को पीटा:12 साल के छात्र को आया चक्कर, पीठ पर पिटाई के निशान; पिता ने रिपोर्ट दर्ज कराई

चित्तौड़गढ़ : चित्तौड़गढ़ के भदेसर क्षेत्र के एक निजी स्कूल में एक टीचर ने कक्षा 6 के 12 साल के बच्चे को इतना मारा कि उसे चक्कर आने लगे। बच्चा गणित का होमवर्क नहीं कर पाया था। जिसकी वजह से टीचर ने उसे इतना मारा कि उसकी पीठ पर पिटाई के गंभीर निशान पड़ गए। गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने शुक्रवार करीब 11 बजे थाने पहुंच कर रिपोर्ट दर्ज कराई है।

अलग कमरे में ले जाकर की पिटाई

बच्चे के पिता का कहना है कि टीचर द्वारा पहले भी पीटा जाता था। बच्चे ने कई बार कहा लेकिन हमने ध्यान नहीं दिया। हमने सोचा अगर बच्चे को डराया नहीं जायेगा तो वो पढ़ेगा नहीं। बुधवार को भी उसे मारा था। लेकिन गुरुवार को करीब 12 बजे स्कूल के अलग कमरे में ले जाकर उसे बहुत पीटा। बच्चे ने बताया कि उसे चक्कर आने लगे थे। बच्चे के पीठ पर चोट के गंभीर निशान हैं। बच्चा यह भी नहीं बता पा रहा है कि टीचर ने किससे पिटाई की है।

बच्चे की चोट दिखाते परिजन।
बच्चे की चोट दिखाते परिजन।

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क्रिकेट मैच देखने गया था बच्चा

पिता ने बताया कि गांव में क्रिकेट मैच हो रहा था। बच्चा मैच देखने चला गया था। जिसके कारण होमवर्क नहीं किया। टीचर का फोन आया था और शिकायत की थी। जिसके बाद मैंने उन्हें आश्वासन दिया था कि उससे होमवर्क करवाऊंगा। लेकिन हो नहीं पाया। जिसकी इतनी बुरी तरह सजा दी है।

गणित विषय का होम वर्क था बाकी

भदेसर तहसील क्षेत्र के थाने में एक पिता की ओर से रिपोर्ट दी गई है कि उसका बेटा भदेसर के एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ता है। वहां सीकर का रहने वाला प्रशांत शर्मा गणित का टीचर है। बच्चा 6th क्लास में पढ़ता है। बच्चा होम वर्क नहीं कर पाया। यह जानकर प्रशांत शर्मा को इतना गुस्सा आया कि उसने बच्चे को पीटना शुरू कर दिया। बच्चा जब वापस घर लौटा तो उसके पीठ में दर्द हो रहा था।

थाने में बच्चे के साथ रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे परिजन।
थाने में बच्चे के साथ रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे परिजन।

डर के मारे नहीं खाया खाना तो मां को हुआ शक

बच्चा डर के मारे होमवर्क करने लगा। उसकी मां ने जब खाना खिलाना चाहा तो उसने खाने से भी मना कर दिया। मां ने जब जानना चाहा तो बच्चे ने अपनी मां को आपबीती बताई। मां ने जब पीठ पर देखा तो लाल निशान हो रहे थे। पिता को जानकारी मिलने पर वो तुरंत स्कूल गए। स्कूल के चेयरमैन रतन गाडरी ने परिजनों को कहा कि हमारे स्कूल में तो ऐसा ही होता है। बच्चे को रखना हो तो ठीक, नहीं तो टीसी लेकर जा सकते हो। इस बात से आहत होकर परिजन और ग्रामीण भदेसर थाना पहुंचे।

बच्चे का कराया मेडिकल

थानाधिकारी मोतीराम सारण ने बताया कि बच्चे के परिजनों ने सुबह रिपोर्ट दी है। हमने मामला दर्ज कर लिया है। बच्चे का मेडिकल भी करवाया जा चुका है। जब इस बारे में टीचर प्रशांत शर्मा से बात हुई तो उन्होंने अपनी गलती मानते हुए कहा कि मुझसे गलती हो गई है। बच्चा होम वर्क नहीं कर के आया था। इसलिए उसपर हाथ उठाया था। वहीं, स्कूल के चेयरमैन रतन गाडरी से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन उठाना जरूरी नहीं समझा।

ब्लॉक लेवल के अधिकारी मौके पर जाकर एक्शन लेते हैं

जिला शिक्षा अधिकारी (उच्च माध्यमिक) कल्पना शर्मा ने कहा कि ब्लॉक लेवल के अधिकारी मौके पर जाते है। उनके द्वारा रिपोर्ट भेजने पर एक्शन लिया जाता है। पहले मामले की जांच होती है और फिर दोषी पाए जाने पर उन्हें हटाया जाता है।

स्कूल में बच्चों की सुरक्षा और भवन की सुरक्षा पहला नियम है। टीचर द्वारा पिटाई करना भी बच्चों की सुरक्षा के अंतर्गत आता है। अगर बच्चा असुरक्षित महसूस करता है और उसे चोट पहुंचती है। तो मैनेजमेंट को टीचर को हटाना ही होता है। वहीं, बच्चे के पिता ने कहा कि मौके पर ब्लॉक शिक्षा विभाग के नारायण सिंह आए थे। बच्चे की चोट को देखा। बाद में उन्होंने हमसे एप्लिकेशन ली।

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