ज्वेलर की हत्या-लूट का एक और आरोपी गिरफ्तार:पुलिस को देखकर भागने लगा, गिरने से पैर टूटा; अस्पताल में भर्ती कराया
ज्वेलर की हत्या-लूट का एक और आरोपी गिरफ्तार:पुलिस को देखकर भागने लगा, गिरने से पैर टूटा; अस्पताल में भर्ती कराया
भिवाड़ी : भिवाड़ी के कमलेश ज्वेलर्स के मालिक की हत्या-लूट मामले में पुलिस ने दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बदमाश को हरियाणा से पकड़ा। इस दौरान बदमाश पुलिस को देखकर भागने लगा। बदमाश नीचे गिर गया और उसका एक पैर टूट गया।
तिजारा डीएसपी शिवराज सिंह ने बताया- पकड़ा गया आरोपी अनिल संभल (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला है। लंबे समय से हांसी (हरियाणा) में रह रहा था। अनिल ड्रवइवर है। वारदात में अनिल ने अपनी ही कार का इस्तेमाल किया था। वह खुद ही उसे चला रहा था।
तिजारा डीएसपी ने बताया कि आज जब पुलिस बदमाश को पकड़ने गई तो वह भगाने लगा। इस दौरान गिरने की वजह से उसके दाहिने पैर और हाथ में चोट लग गई। अनिल को भिवाड़ी लाकर सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है। फिलहाल जिला अस्पताल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है और किसी को भी अस्पताल के आसपास नहीं आने और जाने दिया जा रहा है। इससे पहले पुलिस एक आरोपी प्रीत को गिरफ्तार कर चुकी है।
23 अगस्त की रात 7:30 बजे भिवाड़ी के सेंट्रल मार्केट में कमलेश ज्वेलर्स में वारदात हुई थी। 5 बदमाशों ने शोरूम मालिक जयसिंह, उसके भाई मधुसूदन और बेटे वैभव से मारपीट की थी। जयसिंह और मधुसूदन को गोली मार दी थी। इलाज के दौरान जयसिंह की मौत हो गई थी। इस वारदात में एक सिक्योरिटी गार्ड को भी गोली लगी थी। गार्ड दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती है।
दिल्ली से गिरफ्तार हुआ था पहला आरोपी
मामले में भिवाड़ी पुलिस ने बादली (दिल्ली) के रहने वाले प्रीत उर्फ गोलू को गिरफ्तार किया। घटना के बाद प्रीत दिल्ली में छुपा हुआ था। पुलिस उसे वहीं से पकड़ कर सोमवार (26 अगस्त) शाम करीब 7:30 बजे भिवाड़ी लाई थी। मंगलवार को पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने उसे 7 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा। बदमाश को पकड़ने में उसके चाचा ने ही सहयोग किया था। चाचा दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर हैं। फोटो सर्कुलेट होने के बाद भिवाड़ी पुलिस को बदमाश की सूचना दी थी।
लग्जरी लाइफ के लिए लूट
अब तक की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी लग्जरी लाइफ जीना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने एक बड़ी लूट का प्लान बनाया। उनके टारगेट पर राजस्थान में दिल्ली और हरियाणा बॉर्डर से लगते इलाके थे, क्योंकि यहां से भागकर आसानी से इंटर स्टेट बॉर्डर क्रॉस किया जा सकता है। इसलिए बदमाशों ने भिवाड़ी काे चुना।
ऐसे इलाकों में वारदात के बाद राजस्थान पुलिस को बदमाशों का पीछा करने के लिए दूसरे राज्य की पुलिस की मदद लेनी पड़ती है। जब तक दोनों राज्यों की पुलिस में कम्युनिकेशन होता है, बदमाश सुरक्षित जगह पहुंच चुके होते हैं।