अजमेर रोड बगरू रीको के पास सुबह 5 बजे दुर्घटना:टी-पॉइंट पर दो ट्रेलर टकराए, पांच मिनट में जीजा-साले जिंदा जले, निकालने में लगे 4 घंटे
अजमेर रोड बगरू रीको के पास सुबह 5 बजे दुर्घटना:टी-पॉइंट पर दो ट्रेलर टकराए, पांच मिनट में जीजा-साले जिंदा जले, निकालने में लगे 4 घंटे

जयपुर : अजमेर रोड बगरू रीको टी-पॉइंट पर सोमवार सुबह 5 बजे ईंटों से भरा ट्रेलर आगे चल रहे टाइल्स से भरे ट्रेलर से टकरा गया। टक्कर के बाद ईंटों से भरे ट्रेलर का डीजल टैंक फट गया, इससे भीषण आग लग गई। कैबिन में फंसे चालक-जीजा व परिचालक-साला बाहर नहीं निकल पाए और जिंदा जल गए। इसी दौरान दूध का खाली टैंकर भी अनियंत्रित होकर टाइल्स से भरे ट्रेलर से टकरा कर 15 फीट गहरे नाले में गिर गया। सूचना पर बगरू थाना पुलिस मौके पर पहुंची। दमकलों से आग पर काबू पाया गया। करीब 4 घंटे की मशक्कत के बाद सुबह 9 बजे जिंदा जले जीजा-साले के शवों को कैबिन से बाहर निकाला गया।

हनुमानगढ़ से लाए थे ईंटें, बड़ के बालाजी में खाली करनी थी
एडिशनल डीसीपी नीरज पाठक ने बताया कि हादसे में चालक रूपनगढ़ निवासी विश्राम गुर्जर 35 और उनके साले कुचामन निवासी किशोर गुर्जर 28 की जलने से मौत हो गई। जले हुए ट्रेलर के नंबरों से पता करने पर ट्रेलर किशनगढ़ निवासी नंदराम गुर्जर का निकला। नंदराम गुर्जर से बात करने पर मृतकों के बारे में पता चला। ट्रेलर में हनुमानगढ़ से ईंटें भरकर ला रहे थे और बगरू टोल पार करने के बाद बड़ के बालाजी में खाली करनी थी। मृतक विश्राम गुर्जर इकलौता था। उसकी चार बहनें हैं। वहीं तीन पुत्र व एक पुत्री है।
ट्रेलर का कैबिन पिचकने से दोनों फंसे
थानाधिकारी हरीश चंद सोलंकी ने बताया कि टाइल्स से भरे ट्रेलर को रीको बगरू इंडस्ट्रियल एरिया में जाना था, इसलिए रीको कट से टर्न लिया। इसी दौरान जयपुर की ओर से आ रहे दूध के टैंकर को देखकर चालक ने रोक लिया। इस दौरान अजमेर की ओर पीछे से आ रहे ईंटों से भरे ट्रेलर ने टाइल्स वाले ट्रेलर को टक्कर मार दी।
इससे ईंटों के ट्रेलर का डीजल टैंक फट गया और आग लग गई। टक्कर से ट्रेलर का कैबिन पिचक था, जिससे दोनों तरफ के गेट नहीं खुल पाए। टैंकर जयपुर में सरस डेयरी में दूध खाली कर अजमेर की ओर जा रहा था। टक्कर से टैंकर भी अनियंत्रित होकर टाइल्स से भरे ट्रेलर से टकरा गया और नाले की पुलिया से नीचे गिर गया।
रोड एक्सपर्ट; टी-पॉइंट कट छोटा और वाहनों की आवाजाही ज्यादा, इसलिए हो रहे हादसे
रोड कट ही बना एक्सीडेंट का कारण रोड एक्सपर्ट पीडब्ल्यूडी से रिटायर्ड चीफ इंजीनियर सीताराम शर्मा का कहना है कि हाईवे पर बगरू रीको इंडस्ट्रियल एरिया टी-पॉइंट से इंडस्ट्रियल एरिया में वाहनों की आवाजाही ज्यादा है। टी-पॉइंट कट छोटा होने के कारण रीको में आने-जाने के लिए ट्रेलर पूरी तरह से घूम नहीं पाते आैर रोड के दोनों तरफ फंसते हैं। साथ ही कट पर हाईवे के दोनों तरफ के रोड की चौड़ाई भी ज्यादा नहीं है, जिससे दोनों लेन के वाहनों को निकलने के लिए समानांतर जगह नहीं मिल पाती। इसके चलते अक्सर एक्सीडेंट होते है।
बचाने के लिए चिल्लाते रहे, मगर कोई पास नहीं जा पाया
स्थानीय लोगों ने बताया कि जलते हुए कैबिन में दोनों बचाने के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन आग का विकराल रूप होने के कारण कोई नजदीक नहीं जा पाया। ट्रक के अंदर फोम की सीटों के कारण आग तेजी से फैल गई। दोनों 5 मिनट में ही जिंदा जल गए। जीजा-साले के जलने के साथ ही केबिन में रखे दस्तावेज भी जल गए।