स्कूली बच्चे नहीं दिखा पाएंगे प्रतिभा:शिक्षा विभाग ने 16 खेलों को सूची से हटाया, 32 ही खेल स्वीकृत किए
स्कूली बच्चे नहीं दिखा पाएंगे प्रतिभा:शिक्षा विभाग ने 16 खेलों को सूची से हटाया, 32 ही खेल स्वीकृत किए

झुंझुनूं : परंपरागत खेलों में रूची रखने वाले खिलाड़ी इस बार भी अपनी प्रतिभा नही दिखा पाएंगे। पिछली बार की तरह इस बार भी स्कूल स्तरीय प्रतियोगिता की सूची से कई पारंपरिक खेलों को हटा दिया गया है।
सतौलिया, रस्साकशी, पॉवर लिटिंग सहित 16 खेलों को प्रतियोगिता में शामिल नहीं किया गया है। हटाए गए खेलों तकरीबन परंपरागत खेल ही है।
स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) ने सत्र 2022-23 में 48 प्रकार के खेलों की प्रतियोगिता करवाई थी। ये प्रतियोगिताएं जिला स्तर से राज्य स्तर तक आयोजित हुई थी।
लेकिन, सत्र 2023-24 में एसजीएफआई ने 16 प्रकार के खेलों को प्रतियोगिताओं की सूची से बाहर करते हुए 32 खेलों की ही स्वीकृति दी। इस साल भी इन्ही खेलों को सूची में शामिल किया गया है। परंपरागत खेलों को सूची से हटा दिया गया है। इससे इन खेलों में रुचि रखने वाले खिलाड़ियों व खेल प्रेमियों में नाराजगी है। वे इस बार भी अपनी प्रतिभा नहीं दिखा पाएंगे।
इन खेलों को शामिल किया
स्कूल गेम्स में इस बार भी हॉकी, फुटबॉल, कबड्डी, टेबल टेनिस, जूडो, कुश्ती, शतरंज, कराटे, सेपक टकरा, ताइक्वांडो, साइकलिंग, खो-खो, तैराकी, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, वेटलिटिंग, हैंडबॉल, बॉक्सिंग, योगा, वुशु, रोलर स्केटिंग, लॉन टेनिस, क्रिकेट, वॉलीबॉल, जिमनास्टिक, सॉटबॉल राइफल, शूटिंग, रग्बी, मलखंभ, तीरंदाजी और 17 से 19 वर्ष आयु वर्ग के लिए एथलेटिक्स को शामिल किया गया है। इसमें कोई परंपरागत खेल शामिल नहीं है।
इन्हें हटाया
एसजीएफआई की सूची से हटने वाले खेलों में सतौलिया, टग ऑफ वार, रस्साकसी, कैरम, मार्शल स्कॉय, आस्थे दा अखाड़ा, पॉवर लिटिंग, स्पीड बॉल, थ्रो बॉल, रोलबॉल, शूटिंग बॉल, बैडमिंटन, टेनिस वॉलीबॉल, टेनिस क्रिकेट, टेनिस बॉल क्रिकेट व सुपर सेवन क्रिकेट शामिल है।