कृषि विस्तार सेवाओं में डिप्लोमाधारक कृषक हित में करें कार्य : सहारण
विधायक हरलाल सहारण ने कृषि विस्तार सेवाओं में डिप्लोमा पाठ्यक्रम का दीक्षान्त समारोह में दिए प्रमाण पत्र, प्रशिक्षणार्थियों का किया सम्मान, प्रधान दीपचंद राहड़, आत्मा पीडी दीपक कपिला सहित जनप्रतिनिधि व अधिकारी रहे मौजूद
चूरू : जिला मुख्यालय पर कृषि उपज मंडी स्थित आत्मा परियोजना सभागार में शनिवार को आदान विक्रेताओं के लिए कृषि विस्तार सेवाओं में डिप्लोमा पाठ्यक्रम का दीक्षान्त समारोह आयोजित किया गया।
समारोह में मुख्य अतिथि चूरू विधायक हरलाल सहारण ने कहा कि कृषि विषय में उच्च स्तरीय शिक्षा कृषि क्षेत्र को सुदृढ़ करेगी। हमारे क्षेत्र में कृषि क्षेत्र के उन्नयन हेतु कृषि विषय में उच्च शिक्षा की आवश्यकता है। इसलिए कृषि विस्तार सेवाओं में डिप्लोमा की दीक्षा हासिल करने वाले डिप्लोमाधारक कृषक हित में कार्य करें और कृषि क्षेत्र को सुदृढ़ करें।
उन्होंने कहा कि कृषि विषय में उच्च शिक्षा उपलब्ध करवाने की दिशा में मुख्यमंत्री भजनालाल शर्मा के नेतृत्व की प्रदेश सरकार ने चूरू मुख्यालय पर कृषि कॉलेज खोले जाने की घोषणा की है। इससे जिले के किसान परिवार के विद्यार्थियों को उन्नत शिक्षा मिलेगी और कृषि की उन्नत तकनीकी का ज्ञान होने से कृषि क्षेत्र को संबल मिलेगा।
चूरू प्रधान दीपचन्द राहड़ ने कृषि को भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताते हुए इससे जुड़े सभी लोगों को कृषक कल्याण हेतु कार्य करने की बात कही।
इस दौरान विक्रम सिंह कोटवाद व दीनदयाल सैनी ने इस डिप्लोमा पाठ्यक्रम को रोजगार सृजन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताते हुए इस तरह के कृषक हित के कार्यक्रमों में वृद्धि करने पर बल दिया।
आत्मा परियोजना निदेशक दीपक कपिला ने अतिथियों का स्वागत कर कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में डिप्लोमा प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों में मुकेश सहारण ने स्वर्ण पदक, प्रदीप यादव ने रजत पदक व हेमराज बांगड़वा को कांस्य पदक हासिल किया। साथ ही विशेष योग्यता प्राप्त करने वाले प्रशिक्षणार्थी सुनिता, अनु, उत्तमसिंह, सुरेन्द्र सिहाग व धर्मवीर वालिया को विशेष योग्यता प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। अतिथियों ने प्रशिक्षणार्थियों का सम्मान किया। उल्लेखनीय है कि अब तक परियोजना निदेशक आत्मा चूरू द्वारा 114 डिप्लोमा दिए जा चुके हैं।
सहायक निदेशक कृषि (वि.) कुलदीप शर्मा ने कृषि विस्तार कार्यक्रमों से किसानों को लाभान्वित करने हेतु प्रक्रियाओं की जानकारी दी।
कार्यक्रम के फैसिलिटेटर अभय कुमार जैन ने मंच संचालन करते हुए बताया कि 48 सप्ताह के प्रशिक्षण का नवीन बैच शीघ्र ही प्रारम्भ किया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए 10वीं पास कोई भी आवेदक 20000 रुपए शुल्क के साथ आवेदन कर सकता है। पूर्व में कृषि आदान लाईसेंस होने पर शुल्क 10000 रुपए होगा।
इस दौरान कृषि अनुसंधान अधिकारी डॉ. कविता बुडानिया, सेवानिवृत सहायक कृषि अधिकारी रामेश्वरलाल सहारण, रामस्वरूप, मदनलाल व अजयसिंह ने सहभागिता निभाई।