चूरू : प्रदेश के 17 मेडिकल कॉलेज में लगे मेडिकल टीचर्स का सामूहिक अवकाश पिछले 5 दिन से जारी है। डॉक्टर्स के सामूहिक अवकाश से अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था भी बाधित हो रही है। दूसरी ओर मेडिकल कॉलेज में भी मेडिकल स्टूडेंट की पढ़ाई बाधित हो रही है। डीबी अस्पताल में सर्जन और ऑर्थोपेडिक डॉक्टर के सामूहिक अवकाश पर होने के कारण कई जरूरी ऑपरेशन भी नहीं हो पा रहे हैं।
डॉक्टर्स के सामूहिक अवकाश होने से अस्पताल में मरीजों को परेशान होकर इधर-उधर घूमना पड़ रहा है। राजगढ़ से आए एक मरीज ने बताया कि डीबी अस्पताल में आसपास के जिलों से बेहतर काम हो रहा था। यहां गंभीर मरीजों का भी इलाज होता था, लेकिन अब मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स के सामूहिक अवकाश पर होने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डीबी अस्पताल की पुरानी इमरजेंसी बिल्डिंग के सामने शुक्रवार को मेडिकल टीचर्स ने ढोलक और डमरू बजाकर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं डाइंग कैडर के पुतले पर पुष्प अर्पित किए।
आरएमसीटीए के अध्यक्ष डॉ. मुकेश खेदड़ ने बताया कि मेडिकल टीचर्स के सामूहिक अवकाश को पांच दिन हो गए हैं। धरती का दूसरा भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर्स आज खुद अपनी जायज मांगों के लिए धरने पर बैठे हैं। इससे गलत क्या होगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार नए डॉक्टर्स को आरएसआर दे, इससे हमें कोई परेशानी नहीं है, लेकिन हमने साल 2017 से प्रदेश की मेडिकल कॉलेज को एक स्टेंटर्ड कॉलेज की स्थिति में लाकर खड़ा करने में अपना पसीना बहाया है। आज सरकार उनके साथ यह अन्याय कर रही है। हम केवल अपना जायज हक मांग रहे हैं। अस्पताल में मरीजों और मेडिकल कॉलेज में मेडिकल स्टूडेंट परेशान हैं। इसका हमें अहसास है, लेकिन हम अपना जायज हक मांग रहे हैं। इसके बाद भी सरकार हमारी ओर ध्यान नहीं दे रही है।