राजस्थान उर्दू अकादमी के कार्यालय पर ताला, एकमात्र कर्मचारी 30 जून को हो गया रिटायर
अनदेखी - उर्दू भाषा और साहित्य के विकास के लिए 45 साल पहले हुआ था गठन

जयपुर : सरकार ने अकादमियां तो खोल दी, लेकिन वहां खाली पदों को भरने को लेकर कभी ध्यान नहीं दिया। यही कारण है कि प्रदेश की लगभग सभी अकादमियों में आधे से अधिक पद खाली पड़े हैं। सबसे चौंकाने वाला मामला तो झालाना स्थित राजस्थान उर्दू अकादमी का है। यहां तो सभी पद खाली पड़े हैं और अकादमी के कमरों के ताले लटके हुए हैं। अकादमी के कार्यालय को खोलने वाला भी कोई नहीं है। इस कारण अकादमी के ही बंद होने की नौबत आ गई है।
उर्दू अकादमी का गठन 45 साल पहले 1979 में किया गया था। यह राज्य सरकार के अधीन एक स्वायत्त शासी संस्था है। जिसका उद्देश्य उर्दू भाषा और साहित्य का विकास करना है। यह अकादमी कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के अधीन है। उर्दू अकादमी में सचिव का 1, लेखाकार का 1, वरिष्ठ लिपिक का 1, कनिष्ठ लिपिक के 2 और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 2 पद स्वीकृत हैं। इन पदों में से 6 पद पहले से ही खाली चल रहे थे।
यहां एकमात्र कर्मचारी वरिष्ठ लिपिक साजिद खान कार्यरत थे। वे भी अकादमी का कार्यालय खोलते थे। खान भी 30 जून को रिटायर हो गए। इसके बाद अकादमी के कार्यालय के ताला लग गया। अब यहां कोई कर्मचारी कार्यरत नहीं है।

बंद होने की नौबत, खुश रहने का संदेश
पद खाली पड़े रहने के क कारण एक तरफ उर्दू अकादमी के बंद होने की नौबत आ गई है। वहीं दूसरी तरफ कार्यालय में लिखा एक संदेश यहां आने वालों को चिड़ा रहा है। कार्यालय में एक जगह चस्पा है कि आप उर्दू अकादमी में…हो…मुस्कुराते (खिलखिलाते) रहिये….।
इन कमरों पर ताले
झालाना स्थित अकादमी के एक कमरे बाहर सचिव प्रियंका जोधावत लिखा है। जोधावत वर्तमान में जवाहर कला केंद्र की एडीजी हैं। एक कमरे के बाहर प्रशासक डॉ. आरुषि ए मलिक लिखा है। मलिक वर्तमान में जयपुर संभागीय आयुक्त हैं। इन दोनों कमरों के बीच एक अन्य कमरा भी है। तीनों के ही ताला लटका हुआ है।
अकादमियों में खाली पद
राजस्थान उर्दू अकादमी; यहां 7 पद स्वीकृत हैं और सभी पद खाली हैं।
राजस्थान ललित कला अकादमी; यहां 12 पद स्वीकृत हैं, इनमें से 4 पद खाली हैं।
राजस्थान संस्कृत अकादमी; यहां 8 पदों में से 3 पद खाली हैं।
राजस्थान सिंधी अकादमी; यहां 6 में से 3 पद खाली हैं। खाली पदों पर एक डेपुटेशन पर लगा है। तीन कर्मचारियों को संविदा पर लगा रखा है।
राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी; यहां 6 स्वीकृत पदों में से 3 पद खाली पड़े हैं।