ग्रेटर निगम : पट्टों की पेंडेंसी और कट्टों में मिट्टी की मात्रा कम आने पर हंगामा
ग्रेटर निगम : पट्टों की पेंडेंसी और कट्टों में मिट्टी की मात्रा कम आने पर हंगामा

जयपुर : ग्रेटर नगर निगम में 9 महीने में सिर्फ 9 ही पट्टे जारी किए गए। पट्टों की पेंडेंसी को लेकर ग्रेटर नगर निगम की कार्य समिति (ईसी) की बैठक में अधिकांश समिति चेयरमैन ने हंगामा किया था। इस पर महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने एक महीने में जीरो पेंडेंसी की बात कही है। इसी प्रकार, बैठक के एजेंडे में शामिल किए पूर्व राष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत के नाम से टोंक रोड पर अजमेरी गेट से सांगानेर तक नामकरण के प्रस्ताव की जगह उप महापौर पुनीत कर्नावट ने संशोधित प्रस्ताव रखा।
बता दें कि अजमेरी गेट से रामबाग तक रोड का नाम पहले से ही पूर्व महाराजा सवाई रामसिंह के नाम से है। इस पर संशोधित प्रस्ताव में टोंक रोड पर रामबाग सर्किल से लेकर जेडीए सीमा जो शिवदासपुरा तक है, का नामकरण पूर्व राष्ट्रपति शेखावत के नाम से करने का निर्णय लिया गया।
इसी प्रकार, बैठक में कार्य समिति के सदस्यों ने मिट्टी के कट्टों में मिट्टी की मात्रा कम होने का मामला उठाते हुए भी हंगामा किया। उन्होंने कहा कि कट्टों में 25 किलो की बजाए 10 से 15 किलो ही मिट्टी आ रही है। इस पर महापौर ने इसकी जांच कराने के आदेश दिए है।
इसी प्रकार सदस्यों ने दो जोन मालवीय नगर और मुरलीपुरा में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए लिया जा रहा यूजर चार्ज के मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने कहा कि निगम के पांच अन्य जोन में भी इसे शुरू किया जाए। इससे निगम की रेवन्यू बढ़ेगी, नहीं तो इन दोनों जोन में भी इसे बंद कराया जाए। उप महापौर कर्नावट ने पिछली बैठकों में लिए प्रस्तावों पर कोई भी कार्यवाही नहीं होने का मुद्दा उठाया।