डोटासरा बोले- राजस्थान में मंत्रियों की जासूसी हो रही:फाइल पर क्या लिख रहे हैं, इसकी सूचना दिल्ली और सीएस तक जा रही
डोटासरा बोले- राजस्थान में मंत्रियों की जासूसी हो रही:फाइल पर क्या लिख रहे हैं, इसकी सूचना दिल्ली और सीएस तक जा रही

जयपुर : कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मंत्रियों की जासूसी के आरोप लगाए हैं। कहा- मंत्रियों के स्पेशल असिस्टेंट (एसए) उनके मन मुताबिक नहीं लगे। मंत्रियों की चल नहीं रही है, ब्यूरोक्रेसी हावी है। जो एसए लगे हैं, वो मंत्रियों की जासूसी कर रहे हैं। दिल्ली या ब्यूरोक्रेसी के सुप्रीमो (मुख्य सचिव) को रिपोर्ट कर रहे हैं कि यह फाइल आई है। यह फाइल इधर जा रही है, उधर जा रही है। मंत्री यह देख रहा है, यह पूछ रहा है या कह रहा है। डोटासरा जयपुर के एक होटल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा- यह तो प्रजातंत्र का घोर अपमान है, प्रजातंत्र की हत्या है। अपने विभाग का काम करने के लिए मंत्री स्वतंत्र होना चाहिए, लेकिन मंत्री तो इस्तीफा लिए घूम रहे हैं।
अब आप देखिए, यह कितनी हास्यास्पद, शर्मनाक और अपमानजनक बात है कि एक मंत्री इस्तीफा देता है। 20-25 दिन गुप्त रखता है। 10 दिन के लगभग हो जाने के बाद भी आज तक साफ नहीं है कि इस्तीफा मंजूर हुआ या नहीं। आज भी पता नहीं है कि वह मंत्री है या नहीं है। उसका इस्तीफा स्वीकार हुआ या नहीं हुआ। इससे बड़ी विडंबना क्या हो सकती है? कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा- कृषि से संबंधी बजट को लेकर जितने भी प्रस्ताव शामिल किए गए हैं, क्या किरोड़ी लाल मीणा की जानकारी में हैं? क्या अधिकारियों ने उनसे चर्चा की है?
बजट में किसका विजन चलेगा
डोटासरा ने कहा- मुख्यमंत्री बजट पूर्व बैठकों में सुझाव ले रहे थे, हर वर्ग से चर्चा की है। वित्त मंत्री दीया कुमारी जो बजट पेश कर रही है, उन्होंने कितनी बैठक लीं। वे कितनी बैठकों में मौजूद रहीं? बजट में वित्त मंत्री का विजन आएगा या मुख्यमंत्री का? जिन्होंने सारी बैठकें की, उनका विजन आएगा या वित्त मंत्री का? ये नई परंपरा की शुरुआत कर रहे हैं कि बजट कोई पढ़ेगा, बनाएगा कोई और उस पर काम फील्ड में कैसे कर पाएंगे, यह सोचने का सवाल है।
अंतरिम बजट की घोषणाएं अधूरी
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा- दीया कुमारी ने जो पिछला अंतरिम बजट पेश करके उसमें घोषणाएं वित्त मंत्री की हैसियत से की थीं। विधानसभा में जब बजट पर बहस होगी, तब हम उनसे पूछेंगे कि उन घोषणाओं का क्या हुआ?
बजट बहस में हम एक-एक चीज बताएंगे कि आपने केवल बातें की हैं, बातों के अलावा कुछ नहीं किया है। यह केवल मन की बात कर रहे हैं, काम की बात नहीं कर रहे हैं। जब इनका मुखिया ही काम की बात की जगह मन की ही बात करता है तो ये कहां से काम की बात करेंगे?
शिक्षा मंत्री अंग्रेजी स्कूलों के पीछे पड़ा हुआ है
डोटासरा ने कहा- बीजेपी सरकार के मंत्री और विधायक एक-दूसरे को पटखनी देने में लगे हैं। यह सरकार केवल कांग्रेस की अच्छी योजनाओं की समीक्षा और उन्हें बंद करने की ही बात करेगी। इंग्लिश मीडियम स्कूल की योजना कैसे गड़बड़ हुई? इन स्कूलों में लॉटरी से एडमिशन हो रहे हैं।
भाजपा का शिक्षा मंत्री जब से बना है, तब से अंग्रेजी स्कूलों के पीछे पड़ा हुआ है । अंग्रेजी स्कूलों के पीछे पड़ने के पीछे साफ वजह है। आरएसएस और बीजेपी के लोग नहीं चाहते कि गरीब का बच्चा अंग्रेजी स्कूलों में पढ़कर तरक्की करें, इसीलिए ये अंग्रेजी स्कूलों को बंद करने के बयान बार-बार दे रहे हैं।
अंग्रेजी स्कूलों को बंद करके आरएसएस विचारधारा वाली विद्या भारती स्कूलों में बदलने की साजिश
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा- ये अंग्रेजी स्कूलों को आरएसएस की विचारधारा वाली विद्या भारती की स्कूलों में बदलना चाहते हैं। पिछले पांच साल में विद्या भारती के जितने भी स्कूल हैं, वे बंद हो गईं, क्योंकि वहां पर पढ़ाई से ज्यादा आरएसएस की विचारधारा सिखा रहे थे। वो स्कूल ही आरएसएस की विचारधारा फैलाने को खोले गए थे।