जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी के प्रयास लाए रंग
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशानुरूप जिले में सड़कों पर विचरण कर रहे बेसहारा व निराश्रित गौवंश को दिलाया आश्रय, स्थानीय निकायों के सहयोग से पशुपालन विभाग ने गौशालाओं में भिजवाए 4202 बेसहारा गौवंश, गौशालाओं को संधारित किये गये बेसहारा गौवंश के लिए निधि नियम-2016 संशोधित 2021 अन्तर्गत नियमानुसार मिलेगी सहायता

चूरू : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशानुरूप, जिले में सड़कों पर विचरण कर रहे बेसहारा एवं निराश्रित गौवंश को आश्रय उपलब्ध करवाने तथा इन पशुओं से आमजन की सुरक्षा की दिशा में जिला गोपालन समिति अध्यक्ष व जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी के प्रयास रंग लाए हैं। जिले में पशुपालन विभाग व स्थानीय निकायों के सहयोग से 4202 निराश्रित पशुओं को गौशालाओं में संधारित कर समुचित देखभाल की जा रही है।
जिला कलक्टर सत्यानी ने निराश्रित पशुओं को गौशालाओं में भिजवाए जाने हेतु निर्देशित किया था। निर्देशानुसार जिले के नगर निकायों व ग्राम पंचायतों के सहयोग से पशुपालन विभाग द्वारा चूरू तहसील में 198, रतनगढ़ तहसील में 737, सुजानगढ़ तहसील में 55, बीदासर तहसील में 430, सरदारशहर तहसील में 1543, तारानगर तहसील में 856 व राजगढ़ तहसील में 383 सहित कुल 4202 गौवंश को गौशालाओं में भिजवाया गया है तथा भिजवाए गए गौवंश को नियमानुसार टैग लगाकर गौशाला के रिकॉर्ड में लिया गया है।
पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ. ओम प्रकाश ने बताया कि गौशालाओं को संधारित किये गये बेसहारा गौवंश के लिए नियमानुसार निधि नियम-2016 संशोधित 2021 अन्तर्गत सहायता प्रदान की जाएगी तथा जिन गौशालाओं में अभी तक बेसहारा गौवंश नहीं लिया गया है, उनमें वर्षाऋतु के मध्यनजर किसानों की फसल को बचाव करवाने के लिए नियमानुसार उनकी क्षमता के अनुसार गौवंश भिजवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी सहायता लेने वाली गौशालाओं को उनकी क्षमता के अनुसार बेसहारा गौवंश लेना अनिवार्य है। इसी के साथ सड़कों पर विचरण कर रहे गौवंश को भी आश्रय देने के प्रयास किए जा रहे हैं।