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स्टॉप डायरिया कैंपेन 2024 : जिले के 396 स्वास्थ्य केंद्रों पर ओआरएस-जिंक कॉर्नर स्थापित


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स्टॉप डायरिया कैंपेन 2024 : जिले के 396 स्वास्थ्य केंद्रों पर ओआरएस-जिंक कॉर्नर स्थापित

स्टॉप डायरिया कैंपेन 2024 : जिले के 396 स्वास्थ्य केंद्रों पर ओआरएस-जिंक कॉर्नर स्थापित

नीमकाथाना : राज्य सरकार के चिकित्सा-स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से जिले में ‘स्टॉप डायरिया कैंपेन 2024’ सोमवार से से शुरू हुआ। जिला कलक्टर शरद मेहरा ने जिला मुख्यालय पर पोस्टर का विमोचन पर अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने सभी स्वास्थ्य कार्मिकों तथा आशा कार्यकर्ताओं से इस अभियान में भागीदारी की अपील की, ताकि छोटे बच्चों को दस्त और डायरिया जैसे गंभीर परेशानी से बचाया जा सके।

मेहरा की उपस्थिति में जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉक्टर विनय गहलोत ने बताया कि अभियान का उद्देश्य जिले में दस्त से होने वाली बाल मृत्यु को शून्य करना है। स्टॉप डायरिया कैंपेन एक जुलाई से 31 अगस्त तक जारी चलेगा। अभियान का नारा है- ‘डायरिया की रोकथाम, सफाई और ओआरएस से रखें अपना ध्यान’।
1.24 लाख बच्चों की स्वास्थ्य रक्षा का लक्ष्य
अभियान का लक्ष्य नीमकाथाना में पांच वर्ष आयु तक के 1,24,140 बच्चों को दस्त परेशानी से बचाना है। नीमकाथाना जिले में कुल 396 चिकित्सा संस्थान (जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, आयुष्मान आरोग्य मंदिर) पर ओआरएस, जिंक कॉर्नर स्थापित किए गए हैं, जिनमें ओआरएस और जिंक के उपयोग की सही विधि प्रदर्शित की गई है। इन केंद्रों पर डायरिया ग्रसित गंभीर बच्चों का संबंधित एएनएम, सीएचओ और चिकित्सा अधिकारी समुचित उपचार करेंगे।

स्वास्थ्य विभाग नोडल, अन्य विभाग सहयोग करेंगे
अभियान को सफल बनाने के लिए जिला सीएमएचओ को संयोजक और एडिशनल सीएमएचओ को नोडल अधिकारी नियोजित किया गया है। साथ ही, अन्य विभागों यथा महिला एवं बाल विकास, पंचायती राज, जलदाय विभाग, ग्रामीण विकास, शहरी विकास, शिक्षा विभाग, जनजाति कल्याण, सामाजिक न्याय विभाग और स्थानीय नगरपालिकाओं के अधिकारी-कार्मिक तथा जिले में कार्यरत डवलपमेंट पार्टनर एवं गैर सरकारी संगठन बेहतर समन्वय स्थापित कर अभियान को सफल बनाएंगे। अभियान के दौरान कुल 1,92,315 ओआरएस के पैकेट और 19,68,417 जिंक की गोलियों उपलब्ध करवाई जाएंगी।

आशाओं को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी
स्टॉप डायरिया अभियान के दौरान बच्चों में दस्त की रोकथाम के लिए आशा कार्यकर्ता जुलाई महीने के दौरान जिले भर में घर-घर जाकर ओआरएस पैकेट और जिंक गोलियों का वितरण करेंगी। स्वास्थ्य कार्यकर्ता परिवारजनों को बच्चों को दस्त होने की स्थिति में ओआरएस और जिंक उपयोग लेने की सलाह देंगी। अगले अगस्त माह में आशा कार्यकर्ता दूसरी बार घर-घर जाकर दस्त वाले बच्चों को चिन्हित कर उनको समुचित उपचार उपलब्ध कराएंगी। अभियान के दौरान ओआरएस वितरण पर आशाओं को 1 रुपया प्रति पैकेट भुगतान किया जाएगा।

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