चिडावा : चिडावा-सिंघाना सड़क मार्ग बस स्टैंड लालचौक पर नहर की मांग किसानों का धरना किसान सभा के बैनर तले किसान ताराचंद तानाण की अध्यक्षता में आज 178 वें दिन भी जारी रहा। धरने पर आज बुहाना क्षेत्र से किसानों के सक्रिय समुह में लीलाधर यादव सांतडिया, दम्पति मधु व सुनिल सांवलोद ने पानी की तंगी, मारामारी व उसके कारण हो रहे नुकसान के कारण खिन्न दिखाई दे रहे थे और पूरे जोश के साथ कहा कि सरकार हमें हमारे घर , गाँव व जिले तक हमारे हक का1994 के समझौते के अनुसार पानी नहीं दिया तो हम और महिला, पुरुष व किसानों को इकट्ठा करके बहुत बड़ा आन्दोलन करेंगे और फिर भी सरकार ने हमारे मसले पर गौर नहीं फरमाया तो हम आन्दोलन की रफतार जुलाई महीने में और अधिक तेजी से करेंगे। हो सकता है बडे़ स्तर पर अनशन पर किसानों को बैठना पड़ेगा और अनशन से मोतों का सिलसिला शुरू होगा तब सरकार को समझ में आऐगा लेकिन बहुत बड़ा नुकसान होने पर सरकार क्यों चेते हमें पहले ही देदेना चाहिए था।उनका कहना है कि सरकार पानी नहीं देती है तो हम हरियाणा राज्य से हमारे सभी प्रकार के सम्पर्क तोड़ कर बार्डर सीज कर देंगे। परन्तु पहले तो चल गया काम पर अब नहीं चलेगा माणसचारे((इनसानियत) से पानी दें तो ठीक नहीं तो कुछ भी हो,कुछ भी करना पडे, हम हक के लिए लडेंगे।
केन्द्र सरकार, राजस्थान सरकार व हरियाणा सरकार तीनों मिलकर हमारे हक का पानी दिलवाने सकारात्मक कदम उठाने में देरी न करें ये सरकारों व आमजन के हक में ठीक होगा। धरने पर आज किसान सभा के जिला महामन्त्री मदनसिंह यादव, उपाध्यक्ष बजरंग बराला, तहसील अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह, कोषाध्यक्ष महेश चाहर, नहर आन्दोलन प्रवक्ता विजेंद्र शास्त्री, महिला विंग अध्यक्षा सुनिता सांई पवांर, बुहाना से विशिष्ट महिला कार्यकर्ता सुनिता बेनिवाल, मधु सांवलोद, सुनिल, प्रभुराम माली, रामकुमार सैनी, बनवारीलाल, जयन्त चौधरी, सौरभ सैनी, करण कटारिया, जयसिंह, राजेश, राजेन्द्र तानाण, विश्वम्भरलाल जांगिड, दुर्गाप्रसाद, डाक्टर सुधीर, प्रदीप कुमार, श्यामसुन्दर शर्मा, विनोद सोमरा, सतपाल चौधरी, कंचन व टिनु पुहानियां आदि उपस्थित रहे