राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला, वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक चिंतक
झुंझुनूं : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का झुंझुनूं दौरे को बहुत ही प्रचारित किया गया । जिले के प्रभारी मंत्री दो दिनो से झुंझुनूं में डेरा डाले हुए थे । सामाजिक सुरक्षा पेंशन के महीने के पैसे भजनलाल शर्मा सरकार ने ही नहीं बढ़ाए जो इसको इतना तूल दिया जा रहा है कि मुख्यमंत्री सीधे खाते में स्थानांतरित करेंगे । लेकिन झुंझुनूं में होने वाले झुंझुनूं विधानसभा चुनावों की तैयारी को लेकर यह जलसा था । दूसरे शब्दों में यह भी कहा जा सकता है कि भावी विधायको के शक्ति प्रदर्शन का जलसा था । भाजपा की टिकट के लिए एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति हो रही है व विजेन्द्र ओला के सांसद चुने जाने के बाद इस विधानसभा क्षेत्र की विधायकी सूने खेत में लगे मतीरे की तरह हो गईं हैं जिसको हर कोई तोड़ना चाहता है । विदित हो विगत लोकसभा चुनावों में मैं भाजपा के वरिष्ठ नेता व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की पिलानी मे हुई आमसभा का प्रत्यक्षदर्शी था और इन्हीं भाजपा के नेताओं ने उस रैली को फ्लाप बनाने में अपनी पूरी ताकत झौंक दी थी और हुआ भी यही आयोजकों को खाली कुर्सियां इकठ्ठी करनी पड़ी थी । भाजपा में मची गुटबाजी की भेंट चढ़ गई थी राजनाथ सिंह की वह चुनावी सभा और उसी सभा ने परिणाम बता दिया था ।
झुंझुनूं के भावी विधायक भी नहीं चाहते थे कि झुंझुनूं लोकसभा सीट से भाजपा जीते क्योंकि विजेन्द्र ओला का जीतना ही उनकी विधायकी का रास्ता खोलने वाली बात थी । इसको लेकर भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी ने मिडिया से मुखातिब होते हुए कहा भी था हमें अपनों ने ही लूटा, गैरों में कहां दम था ……… । आज की मुख्यमंत्री की सभा में वही प्रत्याशी भी अपना शक्ति प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं । सोशल मिडिया पर अपने समर्थकों के साथ खुद के फोटो के पोस्टर लहराते हुए अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन करना, क्या इस बात का प्रदर्शन है कि यह सभा मुख्यमंत्री की उस सभा का हिस्सा है जिसको लेकर प्रचारित किया जा रहा था ?
इस रैली को लेकर कांग्रेस ने भी सवाल खड़े किए हैं । कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता यशवर्धन सिंह शेखावत ने आरोप लगाए हैं कि इस रैली को सफल बनाने के लिए सरकारी तन्त्र का दुरूपयोग किया गया । उनके अनुसार जिला कलेक्टर महोदय ने झुंझुनूं की सभी ग्राम पंचायतों के प्रधान, संरपच को पत्र लिखकर कहा है कि लोगों को बसों में बैठाकर सभा स्थल पर लाया जाए व एक बस में पचास व्यक्तियों से कम नहीं होने चाहिए। यशवर्धन सिंह शेखावत ने आरोप लगाया है कि पार्टी की आमसभा को सफल बनाने के लिए सरकारी तंत्र का दुरूपयोग भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है ।
वैसे तो इस आमसभा के आयोजन की तैयारियो को लेकर ही जब प्रभारी मंत्री आए थे तो उनकी कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह खड़े हुए थे । संगठन में मची गुटबाजी के चलते उनका पहला दौरा ही विवादों में घिर गया था । आम चर्चा यह भी रही आज की इस आमसभा को लेकर कि भावी विधायको को मंच पर स्थान नहीं दिया गया । जो नेता आगामी उपचुनाव में टिकट को लेकर आश्वस्त थे और उसी के अनुरूप जनसंपर्क कर रहे थे उनका दर्शक दीर्घा में बैठना झुंझुनूं में चर्चा का विषय है कि आखिर उन भावी विधायको को जिनकी लिस्ट बहुत लंबी है मंच पर स्थान क्यों नहीं दिया गया?
देखा जाए तो सामाजिक सुरक्षा पेंशन राशि का भुगतान या स्थानांतरित करना एक सामान्य प्रक्रिया है और जब से यह लागू हुई है हर महीने सीधे ही पेंशनधारकों के खाते में पैसे स्थानांतरित होते हैं इसमें कोई नयापन नहीं है लेकिन झुंझुनूं में आगामी उपचुनाव को देखते हुए इसको खास बना दिया गया ।