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रिजल्ट जारी होने पर जुलूस नहीं निकाल सकेंगे कोचिंग इंस्टीट्यूट, स्टूडेंट्स के लिए जारी होगा हेल्पलाइन नंबर


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रिजल्ट जारी होने पर जुलूस नहीं निकाल सकेंगे कोचिंग इंस्टीट्यूट, स्टूडेंट्स के लिए जारी होगा हेल्पलाइन नंबर

रिजल्ट जारी होने पर जुलूस नहीं निकाल सकेंगे कोचिंग इंस्टीट्यूट, स्टूडेंट्स के लिए जारी होगा हेल्पलाइन नंबर

सीकर : कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को कोचिंग संस्थान निगरानी समिति की मीटिंग हुई। मीटिंग की अध्यक्षता कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी ने की। मीटिंग में उन्होंने कुछ जरूरी फैसले लिए। ​प्रतियोगी परीक्षाओं व बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट जारी होने के बाद अब कोचिंग संस्थान विजय जुलूस ​नहीं निकाल सकेंगे। इसके साथ ही प्रशासन कोचिंग में पढ़ रहे स्टूडेंट्स के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करेगा। इसमें स्टूडेंट्स अपनी समस्या प्रशासन को बता सकेंगे। हेल्पलाइन नंबर एक सप्ताह में जारी कर दिया जाएगा।

कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी ने कोचिंग संस्थान के प्रतिनिधियों से कहा कि वे विशेष योग्यता को आधार बनाकर स्टूडेंट्स के अलग-अलग बैच न बनाएं। स्टूडेंट के साप्ताहिक व मंथली रिजल्ट पब्लिश न करें। उन्होंने कहा कि लंबे समय से गैर हाजिर चल रहे स्टूडेंट्स की काउंसलिंग कर उनके परिजनों व प्रशासन को अवगत कराएं। कोचिंग संस्थान ईजी एग्जिट एवं फीस रिफंड पॉलिसी को पारदर्शी रखें। उन्होंने सभी कोचिंग संस्थानों को हर स्टूडेंट का डाटा रखने के निर्देश दिए। स्टूडेंट कहां पर रह रहा है। कितने टाइम से कोचिंग नहीं आ रहा है। उसके रिजल्ट डाउन होने का क्या कारण है। सभी कोचिंग संस्थान ये डाटा प्रशासन से साझा करेंगे। उन्होंने कोचिंग संस्थानों को उनके यहां कार्यरत मनोवैज्ञानिक काउंसलर्स की संख्या व उनके द्वारा की गई काउंसलिंग का रिकॉर्ड साझा करने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं का रिजल्ट आने के बाद कोई भी कोचिंग संस्थान विजय जुलूस नहीं निकालेगा। ऐसा करने पर संस्थान के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

बैठक में एसपी भुवन भूषण यादव, एडीएम रणजीत सिंह गोदारा, हेमराज परिडवाल, एएसपी गजेंद्र सिंह जोधा, आईपीएस शाहीन शाह, एसडीएम जय कौशिक, एसीएम मुनेश कुमारी, इंदिरा शर्मा, सीएमएचओ डॉ. निर्मल सिंह, राकेश लाटा, डीटीओ ताराचंद बंजारा, सीपीओ अरविन्द सामौर, एपीआरओ राकेश कुमार ढाका, विभागाध्यक्ष मनोचिकित्सा डॉ.महेश कुमार, वरिष्ठ विशेषज्ञ मनोचिकित्सक डॉ. रामचन्द्र लाम्बा सहित कोचिंग संस्थान संचालक मौजूद रहे। प्रशासन ने शहर में संचालित हॉस्टल का डेटा तैयार कराएगा। इसके लिए 15 दिन अभियान चलाया जाएगा। ये काम नगर परिषद के जरिए कराया जाएगा। कलेक्टर चौधरी ने हैल्प नंबर के लिए कंट्रोल रूम बनाए जाने के निर्देश दिए। इस दौरान सभी हॉस्टल्स के मालिकों एवं वार्डन की गेटकीपर ट्रेनिंग सुनिश्चित कर स्टूडेंट की समस्याओं को दूर किया जाएगा। जिसके सुचारू के संचालन के लिए जिला स्तरीय समिति बनाई जाएगी। जिसमें प्रशासनिक अधिकारी सहित पुलिस प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग के प्रतिनिधि एवं मनोवैज्ञानिक काउंसलर्स को सम्मिलित किया जाएगा। ये समिति कंट्रोल रूम के माध्यम से कोचिंग स्टूडेंट को आ रही पर्सनल और कोचिंग से संबंधित समस्याओं का समाधान करने के लिए कार्य करेगी। स्वास्थ्य विभाग की टीम जांचेगी हॉस्टल का खाना: मीटिंग में शहर में संचालित हॉस्टलों में स्टूडेंट को दिए जा रहे खाने की गुणवत्ता जांचने का भी फैसला किया जाएगा। खाने में गुणवत्ता अच्छी नहीं मिलने पर हॉस्टल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हॉस्टल को सीज कराए जाने का फैसला भी लिया जा सकेगा। कलेक्टर ने सीएमएचओ को फूड सेफ्टी ऑफिसरों को हॉस्टल्स भेजकर खाने की जांच कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने अभियान चलाकर नवलगढ़ एवं पिपराली रोड पर किए गए अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।

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