आईपीएल की पार्किंग के बोझ तले फुटबॉल ग्राउंड:मैदान में 300 कारें पार्क करवाईं, भारी वाहनों को भी एंट्री, 5 इंच तक हुए गड्ढ़े
आईपीएल की पार्किंग के बोझ तले फुटबॉल ग्राउंड:मैदान में 300 कारें पार्क करवाईं, भारी वाहनों को भी एंट्री, 5 इंच तक हुए गड्ढ़े

जयपुर : सवाई मानसिंह स्टेडियम का फुटबॉल ग्राउंड आईपीएल की पार्किंग के बोझ तले दब चुका है। यहां बनाई गई पार्किंग में 300 वाहनों के पहियों ने खूबसूरत मैदान को उधेड़कर रख दिया है। इतना ही नहीं भारी वाहनों तक को इस ग्राउंड पर एंट्री दे दी गई, जिससे मैदान में 5 इंच तक चौड़े गड्ढे हो गए हैं। मैदान की आउटफील्ड बिगड़ने का सबसे ज्यादा नुकसान फुटबॉल खिलाड़ियों को उठाना पड़ेगा, क्योंकि बॉल ड्रिब्लिंग के दौरान कंट्रोल से बाहर हो जाती है।
दरअसल, 15 मई से राज्य स्तरीय सेंट्रल कैंप और इसके बाद समर कैंप का आयोजन किया जाना है। सवाल उठ रहा है कि मात्र 22 दिन में इस ग्राउंड को कैसे संवारेंगे? अगर राज्य स्तरीय कैंप में खिलाड़ियों को ऐसे ग्राउंड पर तैयारी के लिए उतार दिया जाएगा तो हार्ड सरफेस में परेशानी होना तय है। खराब ग्राउंड के चलते राजस्थान फुटबॉल लीग भी निजी ग्राउंड पर कराई जा रही है।
विशेषज्ञ ने कहा- खेल बिगड़ेगा
राष्ट्रीय खिलाड़ी व रेफरी अब्दुल जब्बार ने बताया कि मैदान सही नहीं होने से खिलाड़ियों का खेल सुधरने के बजाय बिगड़ सकता है।
गौरतलब है कि 15 मार्च को क्रीड़ा परिषद को एडवोकेट मनीष कुमावत की ओर से एक नोटिस दिया गया था। जिसमें उन्होंने ग्राउंड को पार्किंग में तब्दील नहीं करने एवं खिलाड़ियों का भविष्य खराब होने का हवाला दिया था, इसके बावजूद कोई ध्यान नहीं दिया गया। साल 2021 के एक आदेश में हाईकोर्ट ने ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाई थी। इस नोटिस के बाद क्रीड़ा परिषद की ओर से यहां की वीडियो ग्राफी भी कराई गई थी, ताकि भविष्य में कोई जवाब देना पड़े तो उसे आधार बनाया जा सके।
ग्राउंड को पार्किंग यार्ड में तब्दील होने से न तो तय समय पर पानी मिला और ना ही सफाई हुई, जिससे घास जल गई। सेंट्रल कैंप में प्रदेश भर से 120 खिलाड़ी आते हैं, जिसमें 30 महिला खिलाड़ी कोटा एकेडमी से आती हैं। फुटबॉल ग्राउंड का मेजरमेंट बिगड़ने व सरफेस पत्थर जैसी होने से ट्रेनिंग में खिलाड़ियों के चोटिल होने का डर बना हुआ है।
पार्किंग से होने वाले नुकसान
- फुटबॉल ग्राउंड में भारी वाहनों की पार्किंग से मैदान में 5 इंच के गड्ढे हो गए, इससे खिलाड़ियों को खेलने में परेशानी आना तय है।
- रोज पानी नहीं डालने से मैदान की घास जल गई। अभ्यास के दौरान मेजरमेंट बिगड़ने से फुटबाॅल से खिलाड़ी कंट्रोल खो देता है, जिससे खेल पर विपरीत असर पड़ता है।
- गड्ढे होने से खिलाड़ियों को टखने व घुटने चोटिल हो जाते हैं।
कैंप से पहले इसे ठीक करा दिया जाएगा
“ग्राउंड को ठीक कराया जाएगा, आईपीएल के दौरान मैच वाले दिन ही खिलाड़ियों को तैयारी करने का मौका नहीं मिला। रोज ग्राउंड उपलब्ध था। कैंप से पहले इसे ठीक करा दिया जाएगा।”
-सोहनराम चौधरी, सचिव, क्रीड़ा परिषद