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पिता के पार्थिव शरीर पर फूल चढ़ाकर रो पड़ा बेटा:गुवाहाटी में चुनाव ड्यूटी के दौरान शहीद हुए थे BSF जवान अंगपाल; पंचतत्व में विलीन


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पिता के पार्थिव शरीर पर फूल चढ़ाकर रो पड़ा बेटा:गुवाहाटी में चुनाव ड्यूटी के दौरान शहीद हुए थे BSF जवान अंगपाल; पंचतत्व में विलीन

असम में चुनावी ड्यूटी के दौरान पिलानी का जवान शहीद:BSF में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर थे तैनात, राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

पिलानी : असम के गुवाहाटी में चुनाव ड्यूटी के दौरान हृदय गति रुकने से शहीद हुए झुंझुनूं के जवान का शनिवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। जवान का 19 साल के दिव्यांग बेटे को चिता के पास लाया गया। तिरंगे में लिपटे पिता पर फूल माला चढ़ाने के बाद बेटा हाथ जोड़ फूट-फूटकर रो पड़ा।

पिता को नमन करने के बाद बेटा आशीष अपने आंसू नहीं रोक सका। परिवार के लोगों ने उसे संभाला।
पिता को नमन करने के बाद बेटा आशीष अपने आंसू नहीं रोक सका। परिवार के लोगों ने उसे संभाला।

जिले के पिलानी क्षेत्र के बनगोठड़ी गांव के जवान अंगपाल जांगिड़ (40) सीमा सुरक्षा बल (BSF) में 162 बटालियन में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर कार्यरत थे। वे छत्तीसगढ़ में पदस्थ थे। असम के गुवाहाटी में उनकी चुनाव ड्‌यूटी थी। चुनाव ड्यूटी के दौरान शुक्रवार को हृदय गति रुक जाने से उनका निधन हुआ था।

बनगोठड़ी गांव में सीमा सुरक्षा बल की टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
बनगोठड़ी गांव में सीमा सुरक्षा बल की टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

पार्थिव शरीर शनिवार सुबह बीएसएफ की 162वीं बटालियन की टुकड़ी पिलानी लेकर पहुंची। तिरंगा यात्रा के साथ शव को बनगोठड़ी गांव लाया गया। तिरंगे में लिपटा शव घर पहुंचा तो मां और पत्नी सुमन (38) बेसुध हो गईं। जवान के दिव्यांग बेटे आशीष (19) और बेटी मीतल (16) पिता से लिपट कर रो पड़े। बनगोठड़ी गांव के मुक्ति धाम में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जवान के बेटे ने मुखाग्नि दी। सीमा सुरक्षा बल की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान वहां मौजूद ग्रामवासी देर तक देशभक्ति के नारे लगाते रहे। क्षेत्रीय विधायक पितराम सिंह काला ने भी श्रद्धांजलि दी।

अंतिम संस्कार में पिलानी चेयरमैन हीरालाल नायक, ताराचंद पीटीआई हमीनपुर, गोरक्षक कुलदीप आर्य, राजवीर मास्टर, सरपंच राजीव मेघवाल, समी, आकाश नायक, मीर सिंह फौजी, सूरत सिंह धनखड़, सूरजभान पूनिया, सुरेश जांगिड़, इंद्र पूनिया, रणवीर नायक व अन्य ग्रामवासी शामिल हुए।

जवान की पत्नी सुमन हुई बेसुध।
जवान की पत्नी सुमन हुई बेसुध।

1998 में बीएसएफ में हुए थे भर्ती

अंगपाल जांगिड़ बीएसएफ की 162वीं बटालियन में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर कार्यरत थे। वे छत्तीसगढ़ में पदस्थ थे। उन्होंने 1998 में फोर्स जॉइन की थी। अंगपाल के पिता नंदलाल भी बीएसएफ में हवलदार के पद से रिटायर्ड हैं। अंगपाल के निधन से पूरा परिवार सदमे में है। परिवार में पत्नी सुमन (38 वर्ष) गृहिणी हैं, दिव्यांग बेटा आशीष (19 वर्ष) और बेटी मितल (16 वर्ष) हैं। शहीद जवान अंगपाल जांगिड़ के पिता नंदलाल जांगिड़ भी बीएसएफ में हवलदार के पद से रिटायर हुए हैं।

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