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सर्वाधिक 57.28% वोटिंग झुंझुनूं विस में हुई


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झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

सर्वाधिक 57.28% वोटिंग झुंझुनूं विस में हुई

लोकसभा चुनाव झुंझुनूं : दिन में धूप में तेजी रहने व गर्म हवा के साथ मिट्टी उड़ने से लोग घरों से कम ही निकले। इससे मतदान केंद्र खाली-खाली से रहे। है। मतदाताओं का बूथों पर कम आने का बड़ा कारण शुक्रवार को शादी का दिन होना भी रहा। काफी संख्या में लोग शादी की तैयारियों में लगे रहे। मतदान की धीमी रफ्तार का दूसरा बड़ा कारण रहा खेतों में चल रही लावणी। किसान सान बार-बार बदल र न रहे मौसम को देखते हुए जल्द से जल्द फसल खराब होने के डर से जल्द से जल्द कटाई करने में जुटा हुआ है।

झुंझुनूं : तीन बजे तक 40%, इसके बाद 17% वोटिंग

लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में मतदान शुक्रवार को हुए। शहर के अधिकांश बूथ दिन खाली-खाली से रहे, जबकि में सुबह-शाम के समय मताधिकारी का प्रयोग करने वालों की कतार लगी रही। मतदान सुबह 7 बजे शुरू कर शाम 6 बजे तक यानी 11 घंटे तक चला। कुछ मतदान बूथ पर भीड़ अधिक रहने से देर शाम मतदान केंद्र पर रहे मतदाताओं से मतदान करवाया गया। लेकिन दिन की धूप में तेजी रहने व गर्म हवा के साथ मिट्टी उड़ती रही। जिससे मतदान केंद्र खाली-खाली से रहे। दिनभर में मतदाता आते रहे और 5 से 10 मिनट में वोट देकर वापस घर चले गए। रोड नंबर दो स्थित जीबी मोदी बालिका स्कूल, पंचदेव मंदिर के पास स्थित जलदाय विभाग में बनाए गए बूथ के अलावा अन्य मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से ही कतार लग गई। करीब तीन घंटे तक मतदानकर्मी मतदान करवाने
में व्यस्त रहे। ये कतार करीब 10 बजे तक रही। इसके बाद गर्मी का असर बढ़ने के साथ ही मतदाताओं की कतार कम होने लगी। दोपहर के समय दो-चार मतदाता आते गए और वोट देकर वापस चले गए। यह सिलसिला शाम करीब चार बजे तक चला।

मंडावा : 54.06% मतदान, 2019 में 64.33% हुआ था

लोकसभा चुनाव में मंडावा विधानसभा में 2019 की तुलना में 10.27 फीसदी मतदान कम हुआ। 2019 में 64.33 हुआ था। इस बार यह 54.06 फीसदी पर ही अटक गया। मलसीसर इलाके में शाम को मतदाताओं की बूथों पर लाइन लगनी शुरू हुई। मलसीसर में कुल 11462 मतदाताओं में से 6652 मतदाताओं ने भाग लिया। वोट प्रतिशत 58.03 प्रतिशत का रहा। सुबह के समय मतदान धीमा रहा। दोपहर बाद मतदान ने गति पकड़ना शुरू किया। इस दौरान सभी बूथों पर फर्स्ट टाइम वोटर्स को बीएलओ ने प्रमाण पत्र देकर सेल्फी पॉइंट पर सेल्फी ली। मलसीसर के एक बूथ पर तीन पीढ़ियों ने एक साथ वोट किया। आनंदी देवी केडिया ने अपने बेटे मनीष केडिया, बहु लक्ष्मी केडिया व पोते आर्यन के साथ वोट किया। अलसीसर. लोकसभा चुनाव को लेकर अलसीसर में मतदाताओं में उत्साह कम नजर आया। कुल 4888 मतदाताओं में से 2775 मतदाताओं ने मतदान में भाग लिया। दोपहर तक बूथ खाली नजर आ रहे थे। शाम पांच बजे के बाद वोटर्स की कतार लगनी शुरू हुई। दिन में लू के चलते मतदान धीमा रहा। इस दौरान प्रशासन के पुख्ता इंतजाम रहे।

उदयपुरवाटी : 55.28% पोलिंग, 2019 से 1.59 फीसदी कम

लोकसभा चुनाव में उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र में इस बार 55 प्रतिशत मतदान हुआ। वर्ष 2019 के आम चुनाव में 56.59 प्रतिशत मतदान हुआ था और 2014 में 57.29 फीसदी मतदान हुआ था। इस बार लगभग 2 फीसदी मतदान कम हुआ है। जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 के लोक सभा चुनाव में उत्साह ज्यादा होने से सुबह 9 बजे तक 12.57 फीसदी वोट डाले गए थे जबकि इस बार 7.14 फीसदी वोट ही पोल हुए हैं। पिछली बार सुबह 11 बजे तक 26.94 फीसदी वोट डाले गए थे जबकि इस बार 20.07 फीसदी वोट ही डाले गए हैं। दोपहर 1 बजे तक 37.91 फीसदी वोट डाले गए थे जबकि इस बार 30.09 फीसदी वोट ही डाले गए हैं। दोपहर बाद 3 बजे तक पिछले आम चुनाव में 43.68 प्रतिशत वोट पोल हो चुके थे। सेठ सागरमल चौधरी राजकीय उप्रावि स्थित बूथ संख्या 165 पर एक मात्र ट्रांसजेंडर वोटर सनम ने अपना वोट डाला। उन्होंने दूसरे मतदाताओं को भी वोट डालने के लिए प्रेरित किया।

सूरजगढ़ : 50.50% मतदान, 2019 की अपेक्षा 13 फीसदी कम

लोकसभा सभा चुनावों के शुक्रवार को हुए मतदान के दौरान सूरजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 51 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान यहां 64 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह से ही मतदान धीमी गति से चला। दोपहर बाद मतदान में कुछ तेजी आई। सुबह नौ बजे तक 8.35 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद 11 बजे तक 17.66, दोपहर एक बजे तक 27.22, तीन बजे तक 34.41, पांच बजे तक 42.76 और शाम छह बजे तक कुल 51 प्रतिशत मतदान हुआ। क्षेत्र के 294 मतदान केंद्रों पर 2,84,298 मतदाताओं में से 1,44,987 मतदाताओं ने वोट डाले। बुहाना. सूरजगढ़ विधानसभा में टोटल 284298 में से 144987 मतदाताओं ने 289 बूथों पर मतदान किया। बुहाना उपखंड में 102714 मतदाताओं ने मतदान किया। यानी उपखंड में 49.69 प्रतिशत मतदान हुआ।

पिलानी : 49.11% पोलिंग, 2019 से 13.91 फीसदी कम

पिलानी विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर मतदाताओं का उत्साह कमजोर रहा। विधानसभा क्षेत्र में इस बार मतदान प्रतिशत करीब 49.61 ही रहा। जो वर्ष 2019 में हुए चुनाव के मुकाबले 13.91 फीसदी कम है। क्षेत्र के दो लाख 48 हजार 226 मतदाताओं में से एक लाख 23 हजार 141 ने ही वोट डाले। विधानसभा की कुल 239 बूथों में से 10 पर तो केवल 41 ईडीसी वोट (इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट) ही डाले गए। चक गाडोली, बिशनपुरा, गाडोली, हमीनपुर, बनगोठड़ी, ढक्करवाला और धींधवा बिचला के वोटर्स ने पानी की समस्या सहित अन्य मांगों को लेकर मतदान का बहिष्कार किया।

चिड़ावा शहर सहित नजदीकी इलाके के बूथों पर सुबह 11.30 बजे तक तो मतदाताओं का मजमा नजर आया। लेकिन दोपहर बाद तो
पूरी तरह से सन्नाटा ही पसर गया। पोलिंग पार्टियों के मुताबिक गर्मी की अधिकता, ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की कृषि कार्य व्यस्तता व चुनाव को लेकर अरुचि और उम्मीदवारों-राजनीतिक दलों की हर इलाके में संपर्क नही हो पाने के कारण मतदान प्रतिशत कम रहा।

नवलगढ़ : पिछले लोकसभा चुनावों से 8.54% कम वोटिंग

लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुए। 2019 के लोकसभा चुनाव में विधानसभा क्षेत्र में हुए 59.98 प्रतिशत मतदान की तुलना में इस बार 51.44 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो 8.54 प्रतिशत कम है। एसडीएम जयसिंह ने बताया कि 280621 वोटर्स में से 145753 वोट डाले हैं। जबकि विधानसभा चुनाव में 73.13 प्रतिशत मतदान हुआ था। विधायक विक्रमसिंह जाखल के बूथ संख्या 101 में 66.94 प्रतिशत मतदान हुआ है। यहां पर 1080 वोटों में से 723 वोट डाले गए। पूर्व विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा के परसरामपुरा गांव की बूथ संख्या 191 पर 53.75 प्रतिशत मतदान हुआ। इस बूथ पर 1148 वोटों में से 617 वोट डाले गए। इसी तरह कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व प्रधान दिनेश सुंडा के गांव तोगड़ाकला की बूथ संख्या 47 पर 57.61 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां पर 1031 वोटों में से 594 वोट डाले गए। सबसे कम मतदान देवीपुरा बणी के राउमावि में सिर्फ 25.61 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां परी 855 वोटों में से सिर्फ 219 वोट डाले गए। सबसे अधिक 81.94% मतदान डूमरा के दूदाना का बास के बूथ पर हुआ। यहां 465 वोटों में से 381 वोट डाले गए।

खेतड़ी : 48.03% वोटिंग, 2019 से 11.12 फीसदी कम

क्षेत्र में शुक्रवार को लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए। मतदान केंद्रों पर मतदाता कम ही नजर आए। विधानसभा क्षेत्र में 2019 के चुनाव की तुलना में इस बार 11.12 फीसदी वोटिंग कम हुई है। तब खेतड़ी विस क्षेत्र में 59.65 प्रतिशत मतदान हुआ था जो इस बार 11.12 प्रतिशत घट कर 48.53 प्रतिशत ही हुआ। दोपहर तक मतदान धीमा रहा। शाम चार बजे बाद बूथों पर लंबी लाइन नजर आई। तीन बजे तक खेतड़ी उपखंड में सबसे कम 32.41 प्रतिशत मतदान हुआ। बीएलओ ने अपने बूथों के मतदाताओं को फोन कर मतदान करने के लिए प्रेरित किया। इसका असर शाम चार बजे बाद बूथों पर मतदाताओं की लंबी लाइन के रूप में देखने को मिला। गोठड़ा के शहीद धर्मपाल सैनी स्कूल में दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर तो थी लेकिन व्हील चेयर को मतदान केंद्र

तक बूथ तक लाना जैसे कार्य किए। ले जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं मिली। नए मतदाताओं में भी वोट देने का उत्साह देखने को मिला। गोठड़ा की रेखा सैनी पुत्री हरिराम सैनी सैनी ने पहली बार मतदान किया।

फतेहपुर : 52.02% मतदान, अंतिम 1 घंटे में 5.79 फीसदी

झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र के फतेहपुर विधानसभा में कुल 52.51 प्रतिशत मतदान हुआ। अंतिम 1 घंटे में 5.79 प्रतिशत मतदान हुआ। सुबह 9 बजे तक मतदान का प्रतिशत कम रहा। जैसे-जैसे 11 बजे मतदान का प्रतिशत बढ़ा। दिन भर इस तरह रहा मतदान का प्रतिशत सुबह 9 बजे तक 8.93 प्रतिशत, सुबह 11 बजे तक 19.87 प्रतिशत, दोपहर 1 बजे तक 30.72 प्रतिशत, दोपहर 3 बजे तक 38.03 प्रतिशत, शाम 5 बजे तक 46.72 प्रतिशत मतदान हुआ। इस तरह 6 बजे तक 52.51 प्रतिशत मतदान हुआ।

रामगढ़ शेखावाटी कस्बे में लोकसभा चुनावों को लेकर मतदाताओं में मतदान के प्रति कम रूझान रहा। कस्बे के 20 पोलिंग बूथों पर 14154 मतदाताओं के द्वारा मताधिकार का प्रयोग किया गया वहीं मतदान केन्द्रों पर नव मतदाताओं को प्रमाण पत्र दिए जाने के कारण उनमें मतदान के प्रति आकर्षण रहा, वहीं बुजुर्ग और महिलाओं के द्वारा भी मतदान में हिस्सा लिया गया। कस्बे में अधिकांश मतदान केन्द्रों पर धीमी गति से और कम मतदान हुआ। वहीं दोनों ही पार्टियों के द्वारा प्रचार प्रसार में कमी रखने के कारण इस बार के चुनाव में लोगों के प्रति मतदान को लेकर प्रारंभ से ही रूचि नहीं रही।

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