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पानी की किल्लत से परेशान मोहनपुरा-खरकड़ा ग्रामीण, चुनाव बहिष्कार का किया ऐलान


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पानी की किल्लत से परेशान मोहनपुरा-खरकड़ा ग्रामीण, चुनाव बहिष्कार का किया ऐलान

लादी का बास के ग्रामीणों के चुनाव का बहिष्कार करने के बाद अब पाटन के मोहनपुरा-खरकड़ा के ग्रामीणों ने भी चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान किया है. पेयजल संकट से परेशान ग्रामीण वोट नहीं डालने पर अडिग है.

नीमकाथाना : नीमकाथाना जिला जब से बना तब से ही विवादों में रहा है। खेतड़ी तहसील के ग्रामीण भी नीमकाथाना में नहीं रहना चाहते। तुगल्की फरमान मानने को मजबूर खेतड़ी तहसील के ग्रामीण। जिले को लेकर किसी दिन बड़ा आंदोलन होने की संभावना…

नीमकाथाना जिले के ग्राम पंचायत लादी का बास के बाद अब बल्लूपुरा के गांव मोहनपुरा खरकड़ा मे ग्रामीणों ने गांव में पानी की समस्या को लेकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक पानी नहीं, तब तक वोट नहीं. वहीं, ग्रामीणों के बहिष्कार की सूचना पर पाटन तहसीलदार मुनेश कुमार सर्वा की अगुवाई में प्रशासनिक टीम गांव में पहुंची.

तहसीलदार ने टैंकर बढ़ाने का दिया आश्वासन 
पानी की समस्या को लेकर चुनावों में मतदान का बहिष्कार का ऐलान कर चुके ग्रामीणों को तहसीलदार ने गांव में पानी के टैंकर डलवाने और टैंकर बढ़ाने का आश्वासन दिया और लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक वोट डालने की अपील की. तहसीलदार मुनेश कुमार ने कहा कि पानी की समस्या को लेकर आ रही अड़चन पर जलदाय विभाग के अधिकारियों से बात कर समस्या दूर करवाने के प्रयास किए जाएंगे. ग्रामीणों को सुचारू रूप से पेयजल आपूर्ति के लिए कुछ दिन रुकना पड़ेगा.

मोहनपुरा खरकड़ा गांव में हैं करीब 1500 मतदाता
हालांकि, तहसीलदार की समझाइश काम नहीं आई और ग्रामीणों में कहा कि जब तक पानी की समस्या का समाधान नहीं हो जाता, तब तक एक भी ग्रामीण वोट नहीं देगा. बता दें ग्राम पंचायत बल्लूपुरा के ग्राम मोहनपुरा खरकड़ा में करीब 1500 मतदाता हैं. हर बार इन्हें विकास के नाम पर वोट देना पड़ता रहा है, लेकिन इस बार ग्राम पंचायत बल्लूपुरा के ग्राम मोहनपुरा खरकड़ा के लोगों ने तय कर लिया है कि जब तक पानी का कोई ठोस आधार नहीं मिलेगा, तब तक वे मतदान नहीं करेंगे.

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