[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

जयपुर में WTP-आरसीए, RUHS पर एक्शन ले सकता है निगम:18 से ज्यादा सरकारी और प्राइवेट एजेंसियों का 10 करोड़ तक टैक्स बकाया


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
जयपुरटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

जयपुर में WTP-आरसीए, RUHS पर एक्शन ले सकता है निगम:18 से ज्यादा सरकारी और प्राइवेट एजेंसियों का 10 करोड़ तक टैक्स बकाया

जयपुर में WTP-आरसीए, RUHS पर एक्शन ले सकता है निगम:18 से ज्यादा सरकारी और प्राइवेट एजेंसियों का 10 करोड़ तक टैक्स बकाया

जयपुर : जयपुर में नगर निगम ग्रेटर ने रेवेन्यू कलेक्शन के लिए कुर्की की कार्रवाई तेज कर दी है। पिछले एक महीने की रिपोर्ट देखें तो ग्रेटर निगम ने शहर में 308 से ज्यादा संस्थाओं पर रिकवरी के लिए कुर्की (संपत्ति जब्त करना) की कार्रवाई की। हालांकि अब भी कई ऐसे बड़े बकायादार है, जिनका यूडी टैक्स बकाया चल रहा है।

सेंट्रल पार्क स्थित पोलो क्लब, जेएलएन मार्ग वर्ल्ड ट्रेड पार्क, टोंक रोड स्थित राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) समेत कई सरकारी और प्राइवेट एजेंसियां हैं। इनसे 10 लाख से लेकर 10.39 करोड़ रुपए तक का यूडी टैक्स वसूलना है। इन संस्थाओं के खिलाफ अगले सप्ताह कुर्की की कार्रवाई हो सकती है।

नगर निगम ग्रेटर में रेवेन्यू के डिप्टी कमिश्नर जनार्दन शर्मा ने बताया- इस बार एक अप्रैल 2023 से 21 मार्च 2024 तक हमने 65.28 करोड़ रुपए का यूडी टैक्स वसूल कर लिया है। अभी 10 दिन का समय और है। उम्मीद है कि हमारा कलेक्शन 68 करोड़ से ऊपर चला जाएगा। जो आखिरी वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले 67.35 करोड़ रुपए से ज्यादा होगा।

होर्डिंग से रेवेन्यू 80 फीसदी ज्यादा
डिप्टी कमिश्नर ने बताया- हमने इस बार विज्ञापन साइट्स (यूनीपोल, होर्डिंग इत्यादि) से रेवेन्यू में नया रिकॉर्ड बनाया है। इस बार हमने इन साइट्स की नीलामी से नगर निगम ग्रेटर एरिया में 56 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जुटाया है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 80 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल ये रेवेन्यू 31.47 करोड़ रुपए था।

उन्होंने बताया कि इतना रेवेन्यू विज्ञापन साइट्स से तब भी नहीं आया, जब साल 2020 में नगर निगम ग्रेटर और नगर निगम हेरिटेज एक ही निगम के रूप में कार्य करते थे। तब निगम को सबसे ज्यादा रेवेन्यू 42.56 करोड़ रुपए मिला था, जो साल 2017-18 में हुआ था।

बड़ी संस्थाओं को नोटिस जारी
बड़ी संस्थाएं जिन पर एक करोड़ रुपए या उससे ऊपर बकाया चल रहा है। उन पर निगम ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। इस पर डिप्टी कमिश्नर ने बताया- इन सभी संस्थाओं को हमने नोटिस जारी किए है। इनमें से कुछ संस्थाओं संग अभी सरकार के सामने विवाद चल रहा है। जबकि कुछ संस्थाओं ने अब तक जवाब नहीं दिया। हम जल्द ही इन संस्थाओं के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई करके रिकवरी करेंगे। अगर ये संस्थाए टैक्स जमा नहीं करवाती तो अगले सप्ताह से इनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई करेंगे।

टॉप-9 प्राइवेट बड़े बकायादार

संस्था का नाम बकाया यूडी टैक्स
वर्ल्ड ट्रेड पार्क (WTP) 3 करोड़ 98 लाख 64,446
भारतीय विद्या भवन आश्रम, भास्कर पुलिया के पास 2 करोड़ 9 लाख 41,330
बरड़िया कंस्ट्रक्शन कंपनी प्रा. लि. आश्रम मार्ग टोंक रोड़ 1 करोड़ 99 लाख 22,805
सेंट सोल्जर पी.जी. कॉलेज, भगवान दास मार्ग, सी-स्कीम 47 लाख 13,876
त्रिमूर्ति कॉलोनाइजर बिल्डर, एनआरआई चौराहा, महल रोड जगतपुरा 23 लाख 72,751
परेश अग्रवाल, मोहन वाटिका गार्डन, महावीर नगर अयप्पा मंदिर जयपुर 14 लाख 56,456
ओम प्रकाश शर्मा, शांति देवी समेत अन्य बड़ पीपली मैरी गोल्ड स्कूल के पास, सीकर रोड जयपुर 14 लाख 40,044
रंगीन फार्म, खो-नागोरियान, जेएनयू कॉलेज, जगतपुरा 12 लाख 82,930
श्री राधे कृष्ण कृपा, कल्याण नगर, गंगा गार्डन के सामने, जगतपुरा 11 लाख 78,811

टॉप-9 सरकारी बकायादार एजेंसियां

संस्था का नाम बकाया यूडी टैक्स
पोलो क्लब, जयपुर 10 करोड़ 49 लाख 31,599
क्रीडा परिषद (सवाई मानसिंह स्टेडियम) 8 करोड़ 6 लाख 38,133
RUHS मेडिकल कॉलेज 98 लाख 22,629
RUSH यूनिवर्सिटी परिसर 73 लाख 14,354
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) 7 करोड़ 63 लाख 81,300
राजस्थान परिवहन निगम मुख्यालय 1 करोड़ 41 लाख 56,409
राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड 1 करोड़ 44 लाख 20,626
राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम जयपुर 3 करोड़ 79 लाख 39,616
राजस्थान हाउसिंग बोर्ड 1 करोड़ 35 लाख 53,804

Related Articles