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7700 सफाई कर्मचारी हड़ताल पर, दो दिन से नहीं उठा 2400 टन कचरा


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7700 सफाई कर्मचारी हड़ताल पर, दो दिन से नहीं उठा 2400 टन कचरा

7700 सफाई कर्मचारी हड़ताल पर, दो दिन से नहीं उठा 2400 टन कचरा

जयपुर : वाल्मीकि समाज के प्रमुखों ने किया ​विरोध, ग्रेटर नगर निगम मुख्यालय पर हुई आमसभा अब आंदोलन तेज करने के लिए बनाए गए अगल-अलग दल, सफाई व्यवस्था चरमराई मस्टररोल की बजाए 2018 की तरह ही लॉटरी पद्धति से आरक्षण के नियमों के तहत होने वाली भर्ती के विरोध में सफाई कर्मचारियों की दूसरे दिन बुधवार को भी हड़ताल जारी रही।

दो दिन से 7700 में से अधिकांश सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर उतरने से शहर में 2700 में से 2400 टन कचरा नहीं उठ सका। इसके चलते शहर में सफाई व्यवस्था चरमरा गई। हूपरों के चक्के जाम रहे। दूसरे दिन भी न तो घरों और न ही बाजारों से कचरा उठा। सड़कों पर भी झाडू नहीं लगी।

वाल्मीकि समाज ने आंदोलन को तेज करने की रणनीति बनाने के लिए संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के बैनर तले ग्रेटर नगर निगम मुख्यालय पर आमसभा की। संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डिंडोरिया ने बताया कि आमसभा में सभी नेताओं ने एकमत से सफाई कर्मचारियों की मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही। आमसभा में आंदोलन को तेज करने के लिए अलग-अलग दल बनाए गए।

दूसरे दिन भी शहर से नहीं उठा कचरा, न झाड़ू लगी

निदेशक व संघ के बीच वार्ता विफल

डीएलबी निदेशक सुरेश ओला ने बुधवार देर शाम संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ को वार्ता के लिए बुलाया, लेकिन विफल रही। निदेशक ओला का कहना था कि हम कानूनी राय ले रहे हैं।

आज हरिजन बस्ती में होगी आमसभा

तीसरे दिन गुरुवार को श्यामपुरी हीदा की मोरी, रामगंज हरिजन बस्ती में 12 बजे आमसभा होगी। गुरुवार को अलग-अलग दल आंदोलन को तेज करने के लिए कालोनियों में लोगों को शामिल होने के लिए प्रेरित करेंगे।

दोनों निगमों में कितने कर्मचारी, हर रोज कितना कचरा उठाते हैं

निगम कर्मचारी कचरा

ग्रेटर 4200 750 टन

हेरिटेज 3500 600 टन

दो दिन में कुल कचरा 2700 टन हुआ, जिसमें मात्र 300 टन की उठाया जा सकता है। कचरा घरों और बाजारों में ही पड़ा है।

आमसभा में यूनियन नेता एकजुट, समर्थन बढ़ता जा रहा

सभा को राजस्थान प्रांत के सफाई कर्मचारी यूनियनों के संगठनों के पदाधिकारी सुरेश कल्याणी, शिवचरण डिंडोरिया, अशोक भाया, सत्यनाराण आनोरिया, मनोज चौहान मुकेश बिवाल, उमेश वाल्मीकि, श्रीकिशन लाल जैदिया, कैलाश किशन लाहोरा आदि सफाई कर्मचारी संगठनों के नेताओं ने संबोधित करते हुए विरोध के स्वर उठाए। उच्च न्यायालय के अधिवक्ता विमल चौधरी ने भी समर्थन दिया।

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