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नि-क्षय मित्र बनकर जिले को बनाए टीबी मुक्त : सत्यानी


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नि-क्षय मित्र बनकर जिले को बनाए टीबी मुक्त : सत्यानी

जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से टीबी मरीजों को प्रदान किए पोषण किट, एडीएम उत्तमसिंह शेखावत सहित अधिकारी रहे उपस्थित

चूरू : जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने कहा है कि नि-क्षय मित्र बनकर जिले को टीबी मुक्त बनाएं। इसके लिए आमजन, भामाशाह व अधिकारी कर्मचारी सभी मिलकर समन्वित प्रयास करें।

जिला कलक्टर सत्यानी ने नि-क्षय मित्र बनकर बुधवार को रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से जिला कलेक्ट्रेट सभागार में टीबी मरीजों को पोषण किट प्रदान किए। उन्होंने कहा कि टीबी मुक्त भारत अभियान को साकार करने के लिए हमें अपने गांव, ब्लॉक और जिले से शुरुआत करनी होगी। सभी के सम्मिलित प्रयासों से जिले को टीबी मुक्त बनाना आसान है। हमें अपने परिवेश के टीबी मरीजों के पोषण व इलाज की देखरेख करते हुए हमारे सामाजिक व नैतिक दायित्वों का निर्वहन करना हैं।

जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने नि-क्षय मित्र बनकर 5 टीबी मरीजों को गोद लिया और जिले के भामाशाहों से राजस्थान निक्षय सम्बल योजना के तहत नि-क्षय मित्र बनकर टीबी रोगियों को पोषण, शिक्षा व रोजगार के रूप में सहायता करने की अपील की।

इस दौरान एडीएम उत्तमसिंह शेखावत, रेडक्रॉस सोसायटी के उपाध्यक्ष श्यामसुन्दर शर्मा, सचिव रघुनन्दन शर्मा, सुभाष मोदी, जगदीश प्रसाद, बृजेन्द्र दाधीच, दीपक शर्मा, जगदीश सरार्फ, बी. के. बंशीया आदि उपस्थित थे।

सचिव रघुनंदन शर्मा ने बताया कि रेडकॉस सोसायटी द्वारा प्रत्येक ब्लॉक से 50 टीबी रोगियों को पोषण सामग्री दी जाएगी। उन्होंने कार्यक्रम में टीबी मरीजों को आटा, मिक्स दाल, तेल, नमक आदि पोषण सामग्री प्रदान की।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज कुमार शर्मा ने बताया की टीबी मरीजों को पोषण सामग्री से टीबी से लड़ने में सहायता मिलती है तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। संस्था विभिन्न क्षेत्रों में सेवा का कार्य कर ही है।

जिला टीबी रोग अधिकारी डॉ वेदप्रकाश ने बताया की टीबी रोग होने का मुख्य कारण शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाना है। टीबी रोग से सक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने पर हम टीबी रोग से ग्रस्त हो जाते है। क्षय रोगियों को नियमित उपचार के साथ सम्पूर्ण प्रोटिन युक्त पोषण लेना भी जरूरी होता है। इसलिए टीबी रोगियों को बचाव सम्बन्धित जानकारी रखते हुए ईलाज के दौरान सावधानी बरतनी चाहिए। साथ ही टीबी मरीजों को बताया की पोषण आहार में सभी प्रकार की दालें, सोयाबीन एवं प्रचुर प्रोटीन वाला आहार लेना चाहिए। इस दौरान जिला क्षय निवारण केन्द्र के कार्मिक चिन्तन सिंह, मुकेश भाम्बू आदि ने सहयोगी भूमिका निभाई।

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