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राजस्थान मेघवाल परिषद् प्रदेश कार्यकारिणी का पाँच दिवसीय दौरा संपन्न


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राजस्थान मेघवाल परिषद् प्रदेश कार्यकारिणी का पाँच दिवसीय दौरा संपन्न

राजस्थान मेघवाल परिषद् प्रदेश कार्यकारिणी का पाँच दिवसीय दौरा संपन्न

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका 

सूरजगढ़ : सामाजिक संगठन राजस्थान मेघवाल परिषद् की प्रदेश कार्यकारिणी का पाँच दिवसीय दौरा संगठन के प्रदेशाध्यक्ष कानाराम कांटीवाल के नेतृत्व में संपन्न हुआ। बांसवाड़ा और उदयपुर संभाग में किये गये दौरे में प्रदेशाध्यक्ष कानाराम कांटीवाल, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मपाल गाँधी, प्रचार-प्रसार मंत्री मनोहर लाल मोरदिया, प्रदेश उपाध्यक्ष धनप्रकाश यादव, संगठन मंत्री कानसिंह मलिंडा आदि डेलिगेशन में शामिल रहे। प्रदेश प्रवक्ता गजानंद सरावता, अजमेर जिलाध्यक्ष कैलाशचंद्र चौहान, महासचिव लादूराम गर्वा, चित्तौड़गढ़ जिलाध्यक्ष जवाहरलाल, प्रदेश संगठन सदस्य मोहनलाल, उदयपुर जिलाध्यक्ष गणेशाराम, डूंगरपुर जिलाध्यक्ष लक्ष्मण यादव, युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष नरेश यादव, सुरेश यादव सागवाड़ा, बांसवाड़ा से विट्ठल यादव आदि दौरे में सहयोगी के रूप में शामिल रहे। इस महत्वपूर्ण दौरे में डूंगरपुर जिले के पूर्व आरएमपी जिलाध्यक्ष मगनलाल यादव की 107 वर्षीय माताजी नवल का आशीर्वाद प्राप्त हुआ।

राजस्थान मेघवाल परिषद् के प्रतिनिधि मंडल ने अजमेर, उदयपुर व बांसवाड़ा संभाग के गाँवों में समाज के लोगों से संपर्क कर स्थानीय समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। अनुसूचित जाति के लोगों ने बताया कि राजनीतिक भेदभाव के चलते वर्षों से सरकार द्वारा ट्राइबल इलाके में अनुसूचित जाति का आरक्षण खत्म कर रखा है। मात्र 5% आरक्षण के चलते अनुसूचित जाति को किसी प्रकार की सरकारी सहायता नहीं मिल रही है‌। अनुसूचित जनजाति को 45% आरक्षण प्राप्त है, जबकि राजस्थान के अन्य इलाकों में अनुसूचित जाति की ज्यादा आबादी है, वहां उनके अनुपात में आरक्षण नहीं बढ़ाया गया है। यह सीधा-सीधा अनुसूचित जाति समुदाय के अधिकारों पर कुठाराघात है; अन्याय है। प्रदेशाध्यक्ष कानाराम कांटीवाल ने बताया कि हम संगठन के माध्यम से सरकार से मांग करेंगे कि अनुसूचित जाति और जनजाति की आबादी के अनुपात में पूरे प्रदेश में एक समान आरक्षण लागू किया जाये या फिर आबादी के अनुपात में सभी समुदाय का आरक्षण घटाया या बढ़ाया जाये। इस प्रकार की व्यवस्था होने पर सबके साथ न्याय होगा। ट्राइबल एरिया में अनुसूचित जाति के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है। अनुसूचित जाति के लोगों को राजनीतिक और सामाजिक रूप से कमजोर किया जा रहा है। सरकार द्वारा किया गया इस तरह का भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

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