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जमीनी विवाद में महिला का अंतिम संस्कार रोका:2 पक्ष हुए आमने-सामने, सरपंच और पुलिस की समझाइश के बाद माने


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जमीनी विवाद में महिला का अंतिम संस्कार रोका:2 पक्ष हुए आमने-सामने, सरपंच और पुलिस की समझाइश के बाद माने

जमीनी विवाद में महिला का अंतिम संस्कार रोका:2 पक्ष हुए आमने-सामने, सरपंच और पुलिस की समझाइश के बाद मानेपिलानी थाना क्षेत्र के लीखवा ग्राम पंचायत की ढाणी हंसास में शनिवार को एक महिला की मौत के बाद अन्तिम संस्कार को लेकर 2 पक्ष आमने-सामने हो गए। मामले के तूल पकड़ने पर पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। बाद में पुलिस की मौजूदगी में जनप्रतिनिधियों ने समझाइश कर अंतिम संस्कार के लिए दोनों पक्षों को राजी किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार ढाणी हंसास के रहने वाले रमेश कुमार धारीवाल की पत्नी रवीना (40 वर्ष) बीते कुछ माह से अस्वस्थ चल रहीं थी। शुक्रवार शाम बीमारी के चलते उसका निधन हो गया। गांव में घर के नजदीक ही परिवार के 4 भाइयों के हिस्से का पुश्तैनी खेत है, जिसके एक हिस्से का कुछ वर्ष पूर्व सत्यवान मकड़ानिया को बेचान कर दिया गया था। बेचे गए इस खेत के ही एक छोटे हिस्से पर धारीवाल परिवार के मृतकों के अन्तिम संस्कार होते आए हैं। हालांकि अब जिसे यह खेत बेचा गया है, उसने भी यहां अपना घर बनवा लिया है और परिवार सहित यहीं रहता है। शुक्रवार शाम रवीना की मौत के बाद सुबह जब परिवार के लोग अंत्येष्टि क्रिया के लिए जगह साफ करने गए तब सत्यवान मकड़ानिया ने आपत्ति जताते हुए उन्हें रोक दिया। विवाद बढ़ने पर मृतका रवीना के पति रमेश कुमार ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर मौके पर पहुंचे सीआई नारायण सिंह ने दोनों पक्षों की बात सुनी और समझाइश का प्रयास किया, लेकिन दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े रहे। इस बीच लीखवा सरपंच सूबेदार बच्चन सिंह व पूर्व सरपंच साधुराम भी ढाणी हंसास पहुंचे। बाद में सरपंच सूबेदार बच्चन सिंह के समझाने पर इस बात पर सहमति बनी कि खेत के वर्तमान मालिकाना हक वाले परिवार द्वारा उक्त 10X10 फीट की जगह अन्तिम संस्कार के लिए मृतका के परिवार को दी जाएगी, जिस पर वे चारदीवारी या चबूतरा बनवा लेंगे। बदले में इतनी ही भूमि मृतका के परिवार द्वारा सत्यवान मकड़ानिया को दी जाएगी। समझौते के बाद काफी देर से तनावपूर्ण माहौल कुछ शांत हो पाया। विवाद के चलते मृतका का अन्तिम संस्कार भी 5 घंटे के विलम्ब से हुआ।

पिलानी : पिलानी थाना क्षेत्र के लीखवा ग्राम पंचायत की ढाणी हंसास में शनिवार को एक महिला की मौत के बाद अन्तिम संस्कार को लेकर 2 पक्ष आमने-सामने हो गए। मामले के तूल पकड़ने पर पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। बाद में पुलिस की मौजूदगी में जनप्रतिनिधियों ने समझाइश कर अंतिम संस्कार के लिए दोनों पक्षों को राजी किया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ढाणी हंसास के रहने वाले रमेश कुमार धारीवाल की पत्नी रवीना (40 वर्ष) बीते कुछ माह से अस्वस्थ चल रहीं थी। शुक्रवार शाम बीमारी के चलते उसका निधन हो गया। गांव में घर के नजदीक ही परिवार के 4 भाइयों के हिस्से का पुश्तैनी खेत है, जिसके एक हिस्से का कुछ वर्ष पूर्व सत्यवान मकड़ानिया को बेचान कर दिया गया था। बेचे गए इस खेत के ही एक छोटे हिस्से पर धारीवाल परिवार के मृतकों के अन्तिम संस्कार होते आए हैं। हालांकि अब जिसे यह खेत बेचा गया है, उसने भी यहां अपना घर बनवा लिया है और परिवार सहित यहीं रहता है।

शुक्रवार शाम रवीना की मौत के बाद सुबह जब परिवार के लोग अंत्येष्टि क्रिया के लिए जगह साफ करने गए तब सत्यवान मकड़ानिया ने आपत्ति जताते हुए उन्हें रोक दिया। विवाद बढ़ने पर मृतका रवीना के पति रमेश कुमार ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर मौके पर पहुंचे सीआई नारायण सिंह ने दोनों पक्षों की बात सुनी और समझाइश का प्रयास किया, लेकिन दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े रहे।

इस बीच लीखवा सरपंच सूबेदार बच्चन सिंह व पूर्व सरपंच साधुराम भी ढाणी हंसास पहुंचे। बाद में सरपंच सूबेदार बच्चन सिंह के समझाने पर इस बात पर सहमति बनी कि खेत के वर्तमान मालिकाना हक वाले परिवार द्वारा उक्त 10X10 फीट की जगह अन्तिम संस्कार के लिए मृतका के परिवार को दी जाएगी, जिस पर वे चारदीवारी या चबूतरा बनवा लेंगे। बदले में इतनी ही भूमि मृतका के परिवार द्वारा सत्यवान मकड़ानिया को दी जाएगी।

समझौते के बाद काफी देर से तनावपूर्ण माहौल कुछ शांत हो पाया। विवाद के चलते मृतका का अन्तिम संस्कार भी 5 घंटे के विलम्ब से हुआ।

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