नवलगढ़ नगरपालिका में आवारा पशुओं का आतंक
"आंखों देखी हुई को अनदेखा कर रहा है प्रशासन", "लावारिश पशुओं से क्यों है प्रशासन बेखबर"

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : सुभाष चन्द्र चौबदार
नवलगढ़ : कस्बे के मुख्य बाजार में आवारा पशुओं ने मचा रखा है आतंक, प्रशासन सोया हुआ है कुंभकरण की नींद, लावारिस पशुओं पर कोई सुध नहीं ली जा रही है। सब्जी मंडी में लोग सब्जी खरीदने जाते हैं या बैंक में खाता संबंधित जानकारी लेने या वृद्ध महिला पुरुष अपनी पेंशन या तनख्वाह लेने जाने पर तो अक्सर ही इन लावारिस सांडो द्वारा उन पर हमला बोल दिया जाता है। लेकिन फिर भी नगर पालिका प्रशासन कुंभकरण की नींद सोया हुआ है। लोगों द्वारा बार-बार जगाने पर भी जागने का नाम नहीं ले रहे हैं मुख्य बाजार में सांडों को प्रतिदिन आपस में लड़ते हुए देखे जा सकते हैं इनको पब्लिक ही पानी उछाल कर छुड़ाने के प्रयास करती है। यहां के प्रशासन को तो कोई लेना-देना नहीं है लावारिस पशुओं का नियंत्रित करने की कोई कार्यवाही भी नहीं कर रहा है ।पूर्व में भी लावारिस पशुओं के कारण कई-कई बार मार्केट में आने वाले लोग घायल हो चुके हैं फिर भी प्रशासन इनकी कोई सुध नहीं ले रहा है लावारिस पशु सब्जी के ठेलो के आसपास मंडराते हैं कई बार तो आमजन को बाजार के रास्ते से निकलने के लिए संघर्ष करना पड़ता है राहगिरो में यह डर बना रहता है कि किसी को कोई सांड घायल न कर दे।