टोंक : पूर्व डिप्टी सीएम और टोंक से विधायक सचिन पायलट ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से सब खुश हैं। ऐसा सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद हुआ है। इसका किसी को श्रेय नहीं लेना चाहिए। भगवान राम किसी एक दल, एक समुदाय, एक सरकार, एक पार्टी, एक नेता के नहीं हैं, वे पूरे ब्रह्मांड के हैं। उनको सीमित कर देना और उन्हें राजनीतिक दृष्टिकोण से देखना, उसको मैं गलत मानता हूं। इसलिए पब्लिक के मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ें।
पायलट बीती रात बूंदी से जयपुर जाते समय कुछ देर निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए टोंक में रुके थे। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए पायलट ने केंद्र और राजस्थान सरकार पर निशाना साधा। पायलट ने ERCP को लेकर भी सवाल खड़े किए। कहा- प्रदेश का हित सर्वोपरि है। इसमें कोई दल, किसी की दोस्ती, दुश्मनी, सरकार, नेता आड़े नहीं आनी चाहिए।
प्रदेश का हित सर्वोपरि
पायलट ने कहा कि सदन में चर्चा के दौरान कोई भी डॉक्युमेंट नहीं रखा गया, जिससे चर्चा अधूरी रह गई। जो MoU हुआ है, उसे पटल पर रखा जाना चाहिए। उस पर चर्चा करें, विवाद और संवाद होता है, जब कुछ डॉक्युमेंट सामने आएगा। सिंचाई, पेयजल, उद्योगों और बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए हमें उम्मीद एक बेहतर और कारगर समझौते की थी। एक पारदर्शी तरीके से जनता से उसकाे शेयर करना चाहिए, लेकिन घुमा-फिराकर पानी पर्याप्त मिलेगा, आश्वासन मिला है।
बीजेपी ने भ्रम फैलाने का काम किया
सचिन पायलट ने कहा- जो मामला पिछले सालों से लंबित था। उसको लोकसभा चुनाव से पहले किसी तरह समाप्त करके बीजेपी ने जनता में जो भ्रम फैलाने का काम किया है, जनता उसे एप्रीशिएट नहीं करेगी।
नीतीश कुमार की पलटी से फर्क नहीं पड़ेगा
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा- लोकसभा चुनाव में इस बार राजस्थान में कांग्रेस का बेहतर प्रदर्शन रहेगा। पायलट ने गठबंधन ‘I.N.D.I.A.’ से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के NDA में चले जाने पर कहा कि नीतीश जी ने एक बार फिर पलटी मारी है, लेकिन इससे I.N.D.I.A. पर फर्क नहीं पड़ेगा। हम मजबूत हैं।
लोकतंत्र को खत्म कर रही है बीजेपी
पायलट ने बीजेपी पर लोकतंत्र को खत्म करने और सरकारी संस्थाओं का दुरुपयोग करने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा- जनता के मुद्दों को लेकर हमें चुनाव लड़ना चाहिए। केंद्र में बीजेपी लगातार 10 साल से सत्ता में है। दोनों बार पूर्ण बहुमत से सत्ता में है। इन 10 साल के रिपोर्ट कार्ड के आधार पर जनता के बीच जाना चाहिए। उन्होंने 10 साल में कितनी गरीबी को खत्म किया है। कितना काला धन समाप्त किया, कितना रोजगार दिया है, कितना निवेश आया है। चिकित्सा, बिजली, अस्पताल, इन सब चीजों पर अगर रिपोर्ट कार्ड जनता देखेगी, तो स्वत: ही निर्णय करेगी कि किसने अच्छा काम किया है।
लेकिन, भाजपा की कोशिश यह रहती है जैसा कि आपने देखा चंडीगढ़ में जो हुआ, जो बहुमत के साथ पर्ची का वोट पड़ा, उसे अधिकारी खुद ही खारिज कर लिख रहे हैं और लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं। इससे घिनौना अपराध नहीं हो सकता है।