जयपुर में छात्रा को घसीटने वाले हिस्ट्रीशीटर की कराई परेड:सड़क पर 1 किलोमीटर पैदल घुमाया, 22 दिन पहले ही जेल से छूटकर आया था
जयपुर में छात्रा को घसीटने वाले हिस्ट्रीशीटर की कराई परेड:सड़क पर 1 किलोमीटर पैदल घुमाया, 22 दिन पहले ही जेल से छूटकर आया था

जयपुर : जयपुर में पर्स लूटने के लिए बीएड छात्रा को 60 फीट तक घसीटने वाले हिस्ट्रीशीटर की पुलिस ने एक किलोमीटर तक पैदल परेड कराई। गिरफ्तार आरोपी शुभम सैनी उर्फ कालू (23) बैनाड़ रोड स्थित पवनपुरी कॉलोनी का रहने वाला है और मुरलीपुरा थाने का हिस्ट्रीशीटर है। आरोपी के खिलाफ मुरलीपुरा, हरमाड़ा व झोटवाड़ा थाने में 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
आरोपी शुभम 4 जनवरी को ही जेल से छूट कर बाहर आया था। आरोपी ने लूट की वारदात के लिए विधायकपुरी से बाइक चोरी की थी। पुलिस ने सोमवार को आरोपी को गिरफ्तार किया था और चोरी की बाइक भी बरामद कर ली। पकड़े जाने से पहले भी आरोपी ने झोटवाड़ा में महिला से पर्स लूटा था।

पर्स नहीं छोड़ा तो 60 फीट तक घसीटा
दरअसल, करधनी थाना इलाके में 26 जनवरी को बीएड कर रही प्रिया बाकोलिया (22) उच्च माध्यमिक स्कूल चांदबाड़ी में लेक्चर देकर लौट रही थी। स्कूल से वेदजी के चौराहे तक ऑटो से आई। वेदजी के चौराहे के बाद वह पैदल लक्ष्मीनगर विस्तार अपने घर तक पैदल जा रही थी। इस दौरान पीछे से आए बदमाश ने प्रिया का पर्स छीनने की कोशिश की। प्रिया ने पर्स नहीं छोड़ा तो बदमाश उसे 60 फीट तक पर्स के साथ घसीटता चला गया। फिर मौके पर छोड़कर भाग गया।
पुलिस ने नहीं की एफआईआर दर्ज
प्रिया ने बताया- खुद के साथ हुई घटना की जानकारी घायल होने के बाद 100 नंबर पर दी, लेकिन पुलिस नहीं पहुंची। जैसे-तैसे पीड़िता घर पहुंची। प्रिया के परिवार ने आरोप लगाया कि करधनी थाने में घटना की जानकारी दी। सीसीटीवी फुटेज दिखाए, लेकिन अभी तक पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। पीड़ित छात्रा के भाई डॉक्टर दीपक ने बताया- 26 तारीख को थाने पहुंचा तो डीओ ने कहा कि बाद में आना, अभी जाब्ता और अधिकारी नहीं हैं। जब 27 जनवरी को थाने पहुंचा तो पुलिस ने लिखित रिपोर्ट लेकर रवाना कर दिया।

पीड़िता का भाई खुद बाइक के मालिक तक पहुंचा
इसके बाद दीपक ने सीसीटीवी से बाइक के नंबर निकाले। इंश्योरेंस कंपनी से बाइक के मालिक के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि बाइक गोनेर रोड स्थित पतासा फैक्ट्री के पास रहने वाले महेश चंद्र टेलर की है। दीपक महेश के पास पहुंचा तो उसने बताया कि उसकी बाइक 15 दिन पहले विधायकपुरी से चोरी हो गई थी। इस पर छात्रा का भाई दीपक विधायकपुरी थाने पहुंचा। रिपोर्ट चेक की तो पता चला कि वास्तव में बाइक 15 दिन पहले विधायकपुरी से चोरी हुई थी।