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आंदोलन की राह पर उतर सकते हैं शिक्षक:24 सूत्रीय मांगपत्र रखा, शैक्षिक अधिवेशन में हुई चर्चा


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आंदोलन की राह पर उतर सकते हैं शिक्षक:24 सूत्रीय मांगपत्र रखा, शैक्षिक अधिवेशन में हुई चर्चा

आंदोलन की राह पर उतर सकते हैं शिक्षक:24 सूत्रीय मांगपत्र रखा, शैक्षिक अधिवेशन में हुई चर्चा

कोटा : राजस्थान शिक्षक संघ (सियाराम) का दो दिवसीय प्रांतीय शैक्षिक अधिवेशन कोटा में हुआ। दो दिन तक चले इस अधिवेशन में प्रदेश कार्यकारिणी, जिला कार्यकारिणी समेत सभी 493 उपशाखाएं सम्मिलित हुईं। प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र शर्मा ने बताया कि शिक्षक, शिक्षार्थी और समाज के हित को ध्यान में रखकर 24 सूत्रीय मांगपत्र तैयार किया गया है।

जिसको सरकार के समक्ष रखा जाएगा। वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि सरकार के मांगें नहीं मांगने पर आगामी दिनों में आंदोलन की रूपरेखा बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि अधिवेशन में केंद्र के समान सातवां वेतनमान लागू करने, ग्रामीण भत्ता देने, स्थानांतरण की पारदर्शी नीति बनाने, परिवीक्षाकाल में नियमित वेतन देने, शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति, प्रबोधकों को तृतीय वेतन श्रंखला अध्यापक के समान पदोन्नति के अवसर देने, शिक्षक सुरक्षा अधिनियम लागू करने, प्रोबेशन पूर्ण होने पर थर्ड ग्रेड टीचर का एक समान प्रारंभिक वेतन फिक्सेशन करने समेत विभिन्न मांगे रखी गईं। इस अवसर पर नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन और शिक्षा में गुणात्मक सुधार आदि विषयों पर विचार विमर्श कर संक्षिप्त रिपोर्ट तैयार की गई, जिसे राज्य सरकार को भेजा जाएगा।

खुले मंच में शिक्षा, शिक्षार्थी और शिक्षकों की समस्याओं पर विचार किया गया। जिसके बाद प्रस्ताव पारित किए गए। समापन के दौरान भाजपा देहात के निवर्तमान अध्यक्ष प्रेम गोचर ने कहा कि शिक्षक को देखने और सुनने का व्यक्ति का दृष्टिकोण सदैव सम्मान जनक होता है। आज राजकीय विद्यालयों में प्रवेश लेने के लिए कतारें लग रही हैं। यह शिक्षकों के अथक परिश्रम का ही परिणाम है।

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