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कच्चे कर्मचारियों को पक्का करें सरकार और ठेकेदारी प्रथा बंद करें। तब तक समान काम समान वेतन देना जारी करें।


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कच्चे कर्मचारियों को पक्का करें सरकार और ठेकेदारी प्रथा बंद करें। तब तक समान काम समान वेतन देना जारी करें।

कच्चे कर्मचारियों को पक्का करें सरकार और ठेकेदारी प्रथा बंद करें। तब तक समान काम समान वेतन देना जारी करें।

सोनीपत :  हरियाणा संयुक्त कर्मचारी मंच और हुडा जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन नंबर 1266 सोनीपत के पदाधिकारियों की एक बैठक यूनियन कार्यालय एचएसवीपी परिसर सेक्टर 15 सोनीपत में दोपहर संपन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता महावीर नागर प्रदेश कोषाध्यक्ष ने की, और संचालन विजेंद्र कुमार शर्मा राज्य सचिव ने किया।

सभा में जिला व राज्य के पदाधिकारियों के विचार सुनने के बाद यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष तथा हरियाणा संयुक्त कर्मचारी मंच के प्रदेश महासचिव- आर के नागर ने बताया कि, राज्य भर के कच्चे कर्मचारियों की हरियाणा सरकार से मांग है कि, 5 वर्ष की लगातार ठेकेदारी प्रथा पर सेवा करने वाले कर्मचारियों को तथा हरियाणा रोजगार कौशल निगम के सभी कच्चे कर्मचारियो को तुरंत प्रभाव से नियमित किया जाए ।और ठेकेदारी प्रथा बंद की जाए। तब तक समान काम समान वेतन दिया जाए। आर.के. नागर ने आगे बताया कि, एचएसवीपी में आज भी ठेकेदारी प्रथा चालू है। और ठेकेदार अनेक बहाने लगाकर पुराने कर्मचारियों को हटाकर अपने नए आदमी लगाते रहते हैं।

दूसरी तरफ टेंडर समाप्ति के बहाने पानीपत संपदा कार्यालय के तहत वर्षों से कार्यरत 45 सफाई कर्मचारियों को जून 2023 से हटाया गया है। आगामी नया टेंडर आज तक नहीं लगाया गया हैं। इसी प्रकार पंचकूला एचएसवीपी के संपदा कार्यालय के तहत लगे दर्जनों सफाई कर्मचारियों को 31 दिसंबर 2023 को टेंडर समाप्त होने के बाद दोबारा टेंडर नहीं लगाया जा रहा है। जींद से भी वर्षों पुराने दो कर्मचारियों को हटाया गया है। जो गलत है। ठेकेदारी प्रथा पर तीसरी समस्या यह चलती आ रही है कि, कच्चे कर्मचारियों को केवल मात्र 9, या 10 हजार रुपए वेतन ही दिया जाता रहा है। पूरा वेतन मांगने पर कर्मचारियों को किसी ने किसी बहाने से हटा दिया जाता है। जिसकी आज की सभा में घोर निंदा की गई है। और हटाए गए कर्मचारियों को तुरंत दोबारा लगाने की मांग रखी गई है। और नियमित होने तक समान काम समान वेतन देने की मांग की गई है।

आर.के. नागर ने आगे बताया कि,गत 20 दिसंबर 23 को एचएसवीपी के मुख्य प्रशासक ने अपने तमाम उच्च अधिकारियों के साथ हमारी यूनियन का शिस्ट मंडल वार्ता के लिए बुलाया था। परंतु उन्होंने हमारी सभी मांगों को नहीं सुना, और जिन मांगों को सुना उनको गंभीरता से नहीं लिया। विशेष कर सभी प्रकार के भ्रष्टाचार, चोर-बाजारी, रिश्वतखोरी के मामलों की जांच करने से इनकार कर दिया। जिससे सिद्ध होता है कि, एचएसवीपी का पूरा उच्च प्रशासन मिली भगत के तहत भ्रष्टाचार में नीचे से ऊपर तक संलिप्त है। सरकार भी सैकड़ो बार लिखित शिकायत और शपथ पत्र देने के बाद गंभीर नहीं है। जिसका आने वाले समय में सरकार को खाम्याजा भुगतना पड़ेगा। हमारी यूनियन और मंच एचएसवीपी के मुख्य प्रशासक से दोबारा एक रिव्यू मीटिंग डिटेल वार्ता के लिए बुलाने की मांग करती है।

आज की इस सभा में विजेंद्र कुमार शर्मा, महावीर सिंह नागर, ध्रुव कुमार, जोगेंद्र सिंह, टीनू मदान, सरोज देवी, राजेंद्र सिंह, सुरेंद्र रंगा, समय सिंह, शमशेर सिंह, राहुल कुमार, कुलदीप सिंह, ओमप्रकाश, बलजीत सिंह, जीवनलाल, आर.के.नागर, शुभम सिंह आदि ने भाग लिया।

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