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एडमिट कार्ड में फोटो बदलकर दोस्त की जगह दिया एग्जाम:RPSC ने पकड़ा फर्जीवाड़ा, गिरफ्तार; मूल कैंडिडेट ने कॉम्पिटिशन की तैयारी का उठाया था खर्च


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एडमिट कार्ड में फोटो बदलकर दोस्त की जगह दिया एग्जाम:RPSC ने पकड़ा फर्जीवाड़ा, गिरफ्तार; मूल कैंडिडेट ने कॉम्पिटिशन की तैयारी का उठाया था खर्च

एडमिट कार्ड में फोटो बदलकर दोस्त की जगह दिया एग्जाम:RPSC ने पकड़ा फर्जीवाड़ा, गिरफ्तार; मूल कैंडिडेट ने कॉम्पिटिशन की तैयारी का उठाया था खर्च

अजमेर : राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से आयोजित वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा में बैठने वाले डमी कैंडिडेट भैराराम को सिविल लाइंस थाना पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। मूल कैंडिडेट ओमप्रकाश की पुलिस को तलाश है।

प्रारंभिक जांच में सामने आया कि दोनों आरोपी साथ में रहकर कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहे थे। भैराराम ग्रेड फर्स्ट लेक्चरर में सिलेक्ट हो गया था। सारा खर्च ओमप्रकाश उठा रहा था। पूछताछ में भैराराम ने बताया कि ओमप्रकाश से यह तय हुआ था कि खर्चे के बदले वह उसकी जगह एग्जाम देगा।

यह है मूल कैंडिडेट ओमप्रकाश। पुलिस को इसकी तलाश है।
यह है मूल कैंडिडेट ओमप्रकाश। पुलिस को इसकी तलाश है।

यह है पूरा मामला
RPSC की ओर से बुधवार को रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इसमें बताया कि वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा विभाग) परीक्षा 2022 का सामान्य ज्ञान एवं शैक्षणिक मनोविज्ञान का एग्जाम 22 दिसंबर 2022 को सुबह 9 से दोपहर एक बजे और हिंदी का दोपहर 2 से 4:30 बजे तक हुआ था। कैंडिडेट ओमप्रकाश पुत्र बाबूराम का परीक्षा केंद्र उदयपुर शहर में सूरजपोल के बाहर राजकीय फतह सी.सै. स्कूल था।

गोपनीय सूचना मिलने पर आयोग ने रिकॉर्ड की जांच की तो पता चला कि मूल कैंडिडेट ओमप्रकाश के स्थान पर भैराराम पुत्र सुजाराम विश्नोई (ईशरवाल) निवासी करावडी, सांचौर ने ये दोनों परीक्षाएं दी थीं। एडमिट कार्ड में छेड़छाड़ कर भैराराम ने अपना फोटो लगाकर परीक्षा दी थी।

भैराराम ने प्राध्यापक (स्कूल शिक्षा विभाग) हिंदी 2022 की परीक्षा दी थी। ग्रेड फर्स्ट लेक्चरर में चयन होने पर RPSC ने भैराराम को दस्तावेज सत्यापन के लिए 10 जनवरी 2024 को कार्यालय में बुलवाया। यहां ओमप्रकाश के स्थान पर परीक्षा देने की बात सामने आने पर उसे सिविल लाइंस थाना पुलिस के हवाले कर दिया और मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच अभय कमांड कंट्रोल, अजमेर के एएसपी राजेश मीणा को सौंपी है।

खर्चा उठाने की एवज में किया फर्जीवाड़ा
जांच अधिकारी राजेश मीणा ने बताया- आरोपी भैराराम और ओमप्रकाश, दोनों दोस्त हैं। दोनों ही एग्जाम की तैयारी कर रहे थे। ओमप्रकाश ने वरिष्ठ अध्यापक पद के लिए तो भैराराम ने लेक्चरर पद के लिए फॉर्म भरा था। भैराराम का लेक्चरर में सिलेक्शन भी हो गया था। इसके बाद वह ओमप्रकाश की जगह एग्जाम में बैठा। ओमप्रकाश ने यह पहले से तय किया था कि कॉम्पिटिशन एग्जाम की तैयारी में जाे खर्च आएगा, वह खुद वहन करेगा। इसके बदले उसकी जगह भैराराम परीक्षा में बैठेगा।

ऐसे किया फर्जीवाड़ा, फिर पकड़ा गया
ओमप्रकाश के एडमिट कार्ड में छेड़छाड़ कर भैराराम ने खुद की फोटो लगाई और एग्जाम सेंटर पर पहुंच गया। एग्जाम भी दे दिया, लेकिन इसके बाद आयोग को फर्जीवाड़े का पता चला। जांच कराई तो यह फर्जीवाड़ा सामने आया।

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