विश्व हिंदी दिवस:यूपीएससी में मिलने लगे हिंदी माध्यम के टॉपर, नीट में ही छात्रों की संख्या में एक लाख की वृद्धि
विदेशों में भी हिंदी को खास दर्जा दिलाने के लिए हर साल 10 जनवरी के दिन विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।

World Hindi Day 2024: भारत एक ऐसा देश है, जहां बातचीत के लिए कई तरह की भाषाओं का प्रयोग किया जाता है, लेकिन हिंदी एक ऐसी भाषा है जो ज्यादातर भारतीयों को एक डोर में जोड़े रहती है। आज के समय में भले ही ज्यादातर लोगों का झुकाव अंग्रेजी की तरफ हो गया है, पर वर्तमान समय में भी भारत में राजभाषा और आधिकारिक भाषा के तौर पर हिंदी को ही पहचाना जाता है।
हिंदी भाषा भारत के साथ-साथ विदेशों में बसे भारतीयों को भी अपनी एक अलग पहचान दिलाती है। विदेशों में भी हिंदी को खास दर्जा दिलाने के लिए हर साल 10 जनवरी के दिन विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। बात करें इसके इतिहास की हर किसी के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि आखिर 10 जनवरी के दिन ही विश्व हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है।
विश्व भर में करोड़ों लोग बोलते हैं हिंदी
हिंदी भाषा की बात करें तो आज भी हिंदी पूरी दुनिया में बोली जाने वाली पांच भाषाओं में से एक है। विश्व भर के करोड़ों लोग आज हिंदी बोलते हैं। दक्षिण प्रशांत महासागर के मेलानेशिया में फिजी नाम का एक द्वीप है, जहां पर हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा प्राप्त है।
विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार, हिंदी विश्व की 10 शक्तिशाली भाषाओं में से एक है। साल 2017 में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में बच्चा, बड़ा दिन, अच्छा, सूर्य नमस्कार जैसे शब्द जोड़े गए हैं। इससे ये साबित होता है कि हिंदी भाषा अब विदेशों में भी लोकप्रिय हो रही है। विदेश में रहने वाले लोगों को भी अब हिंदी का महत्व पता लग रहा है।
जानें इसका इतिहास
अब बात करते है हिंदी दिवस के इतिहास की, तो विश्व में पहला हिंदी दिवस 10 जनवरी 1974 को महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित किया गया था। इस महासम्मेलन में 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे। इस सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य विश्व-भर में हिंदी का प्रसार करना था। नागपुर में हिंदी दिवस के आयोजन के बाद सबसे पहले यूरोपीय देश नार्वे के भारतीय दूतावास ने पहली बार विश्व हिंदी दिवस मनाया था।
इसके बाद दूसरा और तीसरा हिंदी दिवस भारतीय नॉर्वे सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम के तत्वाधान में लेखक सुरेश चन्द्र शुक्ल की अध्यक्षता में बहुत धूमधाम से मनाया गया था। भारत के प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने साल 2006 को घोषणा की कि प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाएगा। तब से हम विश्व हिंदी दिवस बेहद धूमधाम से मनाते हैं।
ये है इस साल की थीम
हर साल हिंदी दिवस अलग-अलग थीम पर मनाया जाता है। अगर इस साल की थीम की बात करें तो इस साल विश्व हिंदी दिवस सम्मेलन का फोकस हिंदी पारंपरिक ज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर केंद्रित रहेगा।
विशेषज्ञों के अनुसार, अधिकांश जेईई देने वाले छात्रों का सपना आईआईटी होता है। ईआईटी में अभी तक अंग्रेजी में ही पढ़ाई होती है। इसी वजह से इंजीनियरिंग में हिंदी के प्रति रुझान कम है। लेकिन एआईसीटीई के इंजीनियरिंग संस्थानों में पढ़ाई शुरू होने से यह संख्या यहां बढ़ सकती है। एमबीबीएस में हिंदी में पढ़ाई शुरू हो चुकी है। इस वजह से लगातार हिंदी में नीट देने वाले छात्रों की संख्या बढ़ रही है। साल 2019 में 1.79 लाख छात्राें ने हिंदी में नीट दिया था, साल 2023 तक यह संख्या बढ़कर 2.76 लाख तक पहुंच गई। साल 2023 में जेईई मेन को हिंदी में देने वाले छात्रों की संख्या 56924 थी। जनवरी 2024 का रजिस्ट्रेशन समाप्त होने तक यह संख्या गिरकर 40256 ही रह गई।

हिंदी की बढ़ती भागीदारी
- मेडिकल व इंजीनियरिंग की शिक्षा अब हिंदी में भी शुरू हुई।
- लॉ प्रवेश परीक्षा क्लैट में भी अब हिंदी का दायरा बढ़ाया जाएगा।
- यूजी छात्रों के लिए 12 भारतीय भाषाओं में आई 100 किताबें।
- 2021 में 2830 पीएचडी और पीजी में 1.48 लाख छात्र।