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राजस्थान के स्टूडेंट लैब में तैयार कर रहे नकली ड्रग्स:MD में मिला रहे बुखार-नींद की गोलियां, ग्रेजुएट लड़की निकली तस्करों के नेटवर्क की सरगना


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राजस्थान के स्टूडेंट लैब में तैयार कर रहे नकली ड्रग्स:MD में मिला रहे बुखार-नींद की गोलियां, ग्रेजुएट लड़की निकली तस्करों के नेटवर्क की सरगना

राजस्थान के स्टूडेंट लैब में तैयार कर रहे नकली ड्रग्स:MD में मिला रहे बुखार-नींद की गोलियां, ग्रेजुएट लड़की निकली तस्करों के नेटवर्क की सरगना

जोधपुर : बॉलीवुड में कुख्यात MD ड्रग्स को पैडलर राजस्थान के मार्केट में खपा रहे हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि खतरनाक केमिकल के प्रयोग से नकली MD ड्रग तैयार की जा रही है। पढ़े-लिखे स्टूडेंट्स इस नकली ड्रग को पर्सनल लैब या घरों में बनाकर बेच रहे हैं। पुलिस को चकमा देने के लिए ऐसे ग्रेजुएट स्टूडेंट्स को पैडलर बनाया जा रहा है जो मौज-शौक के लिए पैसा चाहते हैं।

इस गैंग में लड़कियां भी शामिल हैं जो कॉलेज स्टूडेंट्स तक इस नशे को पहुंचा रही हैं। 12 दिन पहले जोधपुर पुलिस सीमा बिश्नोई नाम की एक ड्रग पैडलर को 1 करोड़ की ड्रग्स के साथ पकड़ा था। पूछताछ हुई तो हैरान कर देने वाला सच सामने आया है। बाजार में बिक रही नकली एमडी ड्रग्स असल से भी कई गुना ज्यादा खतरनाक है। इसकी कुछ ही डोज लेने से मौत भी हो सकती है।

सीमा से पूछताछ की गई तो पता चला कि जिसे वह एमडी ड्रग्स बताकर बाजारों में बेच रही थी, वे नशीली गोलियां हैं। इनमें सिंथेटिक केमिकल मिलाकर पूरे राजस्थान में सप्लाई किया जा रहा था और ये पूरा नेटवर्क जालोर से कंट्रोल हो रहा था।

पढ़िए, कैसे स्टूडेंट जानलेवा जहर तैयार कर रहे हैं….

ये सीमा है जो एक साल पहले जोधपुर पढ़ने आई थी, लेकिन यहां एक तस्कर के कॉन्टैक्ट में आई और ड्रग्स सप्लाई शुरू की।
ये सीमा है जो एक साल पहले जोधपुर पढ़ने आई थी, लेकिन यहां एक तस्कर के कॉन्टैक्ट में आई और ड्रग्स सप्लाई शुरू की।

महिला पैडलर ने किया खुलासा तो पकड़ी गई सप्लायर सीमा

दरअसल, 17 नवंबर को जोधपुर की डीएसटी टीम व हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने ‘ऑपरेशन जैकपॉट’ चलाकर गायत्री नगर में कार्रवाई करते हुए 95 ग्राम एमडी बरामद किया था। पुलिस ने मौके के सांचौर के गोलिया कालुपुरा निवासी मनोहरलाल (26) पुत्र जयकिशन सारण, सांचौर सांकड निवासी अशोक (23) पुत्र हनुमानाराम विश्नोई, बालेसर विष्णुनगर दुगड़ निवासी अशोक (23) पुत्र बगड़राम व सांचौर दाता हाल गायत्री नगर निवासी सहित एक महिला पैडलर नवरंग विश्नोई (25) पत्नी प्रकाश विश्नोई को गिरफ्तार किया था।

पूछताछ में महिला पैडलर नवरंग ने बताया कि वह छोटी-मोटी पैडलर है, असली सप्लायर तो सीमा है, जिससे वह ये ड्रग्स लेकर आई थी। नवरंग ने पुलिस को बड़ा इनपुट दिया और बताया कि उसके पास अभी बड़ी खेप आने वाली है। पहले से अलर्ट पुलिस ने नवरंग के बताए अनुसार कुछ ही घंटों बाद विवेकानंद नगर में एक मकान पर दबिश दी थी। यहां एक युवती स्कूटी से माल सप्लाई करने जा रही थी, तभी उसे दबोच लिया गया। उसके पास 850 ग्राम एमडी बरामद किया गया जिसकी बाजार में कीमत करीब 1 करोड़ रुपए आंकी गई।

पुलिस ने सांचौर के बागोड़ा थाना क्षेत्र के वाड़ाभाड़वी निवासी सीमा (24) पुत्री हनुमानाराम विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया। सीमा पिछले डेढ़ महीने से ये ड्रग्स सप्लाई कर रही थी। उसको ये माल जालोर में बैठा मास्टरमाइंड भजनलाल बिश्नोई भेजता था, जिसे सीमा अलग-अलग पैडलर तक पहुंचा रही थी।

सीमा पकड़ में आई तो खुला स्टूडेंट्स के नेटवर्क का राज

पुलिस ने जब सीमा की प्रोफाइल खंगाली तो पता चला कि वह बीए फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट है। सांचौर की रहने वाली सीमा एक साल पहले ही जोधपुर आई थी। यहां वह अपनी दोस्त लक्ष्मी के साथ रहने लगी। लक्ष्मी का रहन-सहन और महंगे शौक देख सीमा हैरान थी।

लक्ष्मी ने सीमा को बताया कि उसके सारे महंगे शौक जालोर में रहने वाला मांगीलाल पूरे करता है। मांगीलाल लक्ष्मी का प्रेमी है। वह बड़ा तस्कर है और हर महीने लक्ष्मी पर हजारों-लाखों रुपए खर्च करता था। सीमा ने भी मांगीलाल से मिलने की इच्छा जाहिर की तो लक्ष्मी ने उससे मिलवाने का वादा किया।

करीब आठ महीने पहले पिछले साल मांगीलाल जोधपुर आया तो लक्ष्मी ने उसे सीमा से मिलवाया। यहीं से सीमा ने मांगीलाल का यकीन जीता। ड्रग्स सप्लायर मांगीलाल ने सीमा से कहा कि उसकी गैंग में अधिकतर महिलाएं हैं, क्योंकि पुलिस को उन पर शक नहीं होता है और ग्राहक आसानी से माल खरीद लेते हैं। ऐसे में बढ़िया कमाई के लालच में सीमा ने भी लक्ष्मी के साथ मिलकर ड्रग्स की सप्लाई शुरू कर दी।

अब मांगीलाल जालोर से ड्रग्स लाकर डायरेक्ट सीमा को देने लगा। कुछ ही महीनों में सीमा ट्रैंड हो गई। इसके बाद वह इस पूरे एरिया के पैडलर्स को ड्रग्स सप्लाई करने लगी थी। थोड़े टाइम बाद हॉस्टल छोड़ सीमा एम्स रोड स्थित विवेकानंद नगर में किराए के घर में रहने लगी।

डीएसटी टीम ने पहले इन तीन युवकों को गिरफ्तार किया था। इन्हीं से पता चला कि ये सीमा से ड्रग्स खरीदते थे।
डीएसटी टीम ने पहले इन तीन युवकों को गिरफ्तार किया था। इन्हीं से पता चला कि ये सीमा से ड्रग्स खरीदते थे।

सिंथेटिक केमिकल से तैयार हो रहा MD ड्रग्स

सीमा की गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। सामने आया कि तीन से चार तरह के अलग-अलग सिंथेटिक केमिकल को मिलाकर यह नकली ड्रग्स बनाया जा रहा था। कई बार बड़ी खेप सप्लाई होने के बाद वे पैडलर को अलग-अलग तरह की दवाइयां देते थे। ताकि उसके डोज के अनुसार वे इनकी पुड़िया बनाकर मार्केट में सप्लाई कर सकें। आम तौर पर ये लोग एक प्रतिशत एमडी ड्रग्स में 10 प्रतिशत नशीली गोलियां मिलाते थे। ये भी सामने आया कि कई बार ये पैडलर यूट्यूब या इंटरनेट पर वीडियो देखकर अपने हिसाब से डोज तैयार करते थे। यहां से पूरे देश में जहां भी ये एमडी सप्लाई हो रहा है जालोर या आस-पास की लैब में तैयार किया जा रहा है।

नर्वस सिस्टम को कंट्रोल करने वाली दवाओं का इस्तेमाल

पुलिस की ओर से जब्त किए गए इस ड्रग्स में कौनसा केमिकल और कौनसी दवा है, इसके लिए इसे फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा गया है। एक्सपर्ट के अनुसार एमडी ड्रग्स के साथ फिटकरी, पैरासिटामोल व नींद के लिए काम में आने वाली ट्रामाडोल जैसी दवाएं मिलाते हैं। ये वो खतरनाक दवाइयां हैं जो शरीर के नर्वस सिस्टम को कंट्रोल करती हैं, बिना डॉक्टर की परमिशन के एक गोली भी घातक हो सकती है।

एक्सपर्ट ने बताया कि एमडी (मेथामफेटामाइन) एक बहुत ही घातक और शक्तिशाली ड्रग है। मेथामफेटामाइन ड्रग सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। यह कांच के टुकड़ों जैसा लगता है। मेथामफेटामाइन ड्रग को अगर केमिकल के रूप में देखें तो यह एम्फैटेमिन की तरह ही होता है। एम्फैटेमिन का इस्तेमाल मेडिकल लाइन में अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर और नार्कोलेप्सी, नींद न आने की समस्या के इलाज में दवा के तौर पर किया जाता है। इसका ओवरडोज जानलेवा हो सकता है।

सीमा ने ही पुलिस को पूछताछ में बताया कि ये सिंथेटिक केमिकल से नकली ड्रग्स बनाते थे। ये इतना खतरनाक है कि लगातार एक साल यदि कोई ले तो उसकी मौत हो जाए।
सीमा ने ही पुलिस को पूछताछ में बताया कि ये सिंथेटिक केमिकल से नकली ड्रग्स बनाते थे। ये इतना खतरनाक है कि लगातार एक साल यदि कोई ले तो उसकी मौत हो जाए।

खुद की लैब में फार्मा एक्सपर्ट से तैयार करवा रहे कंपोजिशन

एक्सपर्ट की मानें तो जोधपुर में सप्लाई किया जा रहा ड्रग MD नहीं है, बल्कि लोकल सप्लायर इसे अपनी लैब में तैयार कर बेच रहे हैं। इन ड्रग्स के कंपोजिशन यानी इसमें मिलाने वाली नशीली दवाओं के लिए फार्मा के एक्सपर्ट को शामिल किया जाता है। फार्मेसी की डिग्री हासिल करने वाले स्टूडेंट्स को यह पता होता है कि कौनसा केमिकल कितना असर करेगा और उसका शरीर पर क्या इफेक्ट होगा। पुलिस इस नेटवर्क तक पहुंचने के प्रयास कर रही है।

मुख्य सप्लायर भजनलाल, मध्यप्रदेश-गुजरात कनेक्शन भी आया सामने

1 करोड़ की एमडी के साथ पकड़ी गई सीमा को मांगीलाल नाम के तस्कर के जरिए भजनलाल ने एमडी उपलब्ध करवाई थी। दोनों जालोर के बड़े तस्कर हैं। भजनलाल पर पहले से एनडीपीएस के कई मामले में दर्ज हैं। पुलिस को संदेह है कि भजनलाल का संपर्क देश और बॉर्डर पार से ड्रग लाने वाले सप्लायर से भी हो सकता है।

अभी तक की जांच में पुलिस के पास प्रतापगढ़ तक का लिंक सामने आया है। प्रतापगढ़ जिला गुजरात व मध्यप्रदेश दोनों राज्यों से कनेक्ट है। यही कारण है कि इन दोनों राज्यों में एमडी, ड्रग व अफीम से जुड़े गिरोह काफी ज्यादा सक्रिय हैं। यहां से बड़े सप्लायर के नाम भी सामने आ सकते हैं। अब इस पूरे नेटवर्क का खुलासा भजनलाल की गिरफ्तारी के बाद ही हो सकेगा।

पुलिस ने ड्रग्स में शामिल केमिकल की जांच के लिए इसे जोधपुर की फोरेंसिक लैब में भेजा है।
पुलिस ने ड्रग्स में शामिल केमिकल की जांच के लिए इसे जोधपुर की फोरेंसिक लैब में भेजा है।

शहर में युवाओं को छोटे पैकेट में बांटते थे ड्रग

पुलिस जांच में सामने आया है कि ड्रग पैडलर 1 ग्राम, 2 ग्राम, 5 ग्राम, 8 ग्राम व 10 ग्राम की पुड़िया बनाकर शहर में सप्लाई करते थे। पुड़िया की सप्लाई महिलाएं करती थीं ताकि कोई शक न करे।

पुलिस को ड्रग सप्लायर सीमा और पकड़े गए पैडलर के मोबाइल से कई लोगों के ऑनलाइन ट्रांजैक्शन मिले हैं। आशंका है कि यह सभी ट्रांजैक्शन एमडी खरीदने के दौरान ही ग्राहकों द्वारा किए गए हैं। सबसे ज्यादा इन पैडलर के कॉन्टैक्ट में कॉलेज के स्टूडेंट व जोधपुर के मजदूर लोग हैं।

इधर, पुलिस की मानें तो जोधपुर में दिन-ब-दिन नशे की डिमांड बढ़ती जा रही है। पिछले डेढ़ महीने की बात करें तो पुलिस ने करोड़ों रुपए का नशा जोधपुर में पकड़ा है। आचार संहित के बाद पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट में 140 कार्रवाई कर 136 लोगों को पकड़ा है। इसमें 13460 किलो डोडा पोस्त, 386 ग्राम स्मैक, 284 ग्राम एमडी, 5012 नशीली गोली, 12 किलो अफीम दूध व 1 किलो के करीब गांजा जब्त किया।

जोधपुर डीएसटी टीम ने 2 साल पहले जोधपुर से शारदा विश्नोई नाम की एक लेडी पैडलर को गिरफ्तार किया था।
जोधपुर डीएसटी टीम ने 2 साल पहले जोधपुर से शारदा विश्नोई नाम की एक लेडी पैडलर को गिरफ्तार किया था।

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