जयपुर/नई दिल्ली : राजस्थान में विधानसभा चुनावों का रिजल्ट घोषित हुए तीन दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक मुख्यमंत्री को लेकर असमंजस बरकरार है। अभी तक बीजेपी विधायक दल की बैठक और सीएम के नाम को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया है। इधर, विधायक बने भाजपा के 3 सांसदों ने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है। इनमें दीया कुमारी, किरोड़ीलाल मीणा और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ शामिल हैं। हालांकि महंत बालकनाथ ने इस्तीफा नहीं दिया है।
जिन 2 लोकसभा सांसदों ने इस्तीफा दिया है, उनकी सीट पर उपचुनाव नहीं होंगे, क्योंकि लोकसभा चुनावों में अब 6 महीने से भी कम समय बचा है। दीया कुमारी राजसमंद, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जयपुर ग्रामीण सीट से सांसद थे। वहीं किरोड़ी मीणा राज्यसभा सांसद थे, इसलिए उनके इस्तीफे से खाली हुई सीट पर जरूर राज्यसभा चुनाव होगा।
इधर, मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर भाजपा में दिल्ली से लेकर जयपुर तक अंदर खाने बैठकें और मंथन चल रहा है। मंगलवार शाम को प्रधानमंत्री आवास पर अमित शाह और जेपी नड्डा के बीच 4 घंटे बैठक चली है। बीजेपी नेता जल्द राजस्थान सीएम के नाम पर फैसला होने का दावा कर रहे हैं।
राजस्थान बीजेपी में यह पहला मौका है जब मुख्यमंत्री को लेकर असमंजस बना है, इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ। बीजेपी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करके ही चुनाव लड़ती रही है, इसलिए कभी नतीजे आने के बाद असमंजस नहीं हुआ। पहले भैरोसिंह शेखावत बीजेपी के सीएम चेहरे हुआ करते थे। 2003, 2008, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनावों में वसुंधरा राजे पहले से सीएम चेहरा घोषित थीं, इसलिए असमंजस नहीं हुआ।
2003 और 2013 में वसुंधरा राजे का पहले से ही सीएम बनना तय था, इसलिए नतीजे आने के बाद ही सीएम की शपथ का टाइम तय हो जाता था, विधायक दल की बैठक में नाम की घोषणा केवल औपचारिकता ही रहती थी। दोनों ही बार वसुंधरा राजे ने 13 दिसंबर को शपथ ली थी।
एक दिन पहले दिल्ली में बैठक, आज विधायक दल की बैठक का ऐलान संभव
राजस्थान सीएम को लेकर दिल्ली तक हलचल शुरू हो गई है। इसी का लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार शाम पीएम नरेंद्र मोदी से मुख्यमंत्री चयन को लेकर चर्चा की थी। पीएम से नड्डा की इस मुलाकात के बाद अब राजस्थान सीएम पर फैसले की प्रक्रिया आगे बढ़ने की संभावना है। इस मुलाकात के बाद ऐसा तय माना जा रहा है कि बीजेपी बुधवार को विधायक दल की बैठक बुलाने की तारीख का ऐलान कर सकती है।
वहीं मंगलवार को मिलने आए विधायकों को भी उनके क्षेत्र में जाकर एक्टिव रहने के लिए कह दिया गया है। संगठन की ओर से मैसेज पहुंचाया गया है कि जब भी बैठक होगी, आपको जयपुर बुला लिया जाएगा।
2018 में नतीजों के सप्ताह भर बाद सीएम का फैसला हुआ था, 10 दिन बाद हुई थी शपथ
मुख्यमंत्री को लेकर कांग्रेस में आम तौर पर फैसले लंबे खींचते रहे हैं, 2018 में कांग्रेस सरकार के गठन में अशोक गहलोत और सचिन पायलट विवाद के कारण देरी हुई थी। 7 दिसंबर 2018 को नतीजे घोषित हुए, एक सप्ताह बाद मुख्यमंत्री पद काे लेकर कांग्रेस में खींचतान चली, 10 दिसंबर 2018 को अशोक गहलोत ने सीएम और सचिन पायलट ने डिप्टी सीएम की शपथ ली थी।
बीजेपी में सीएम पर फैसला लंबा खींचने पर सियासी चर्चाएं
बीजेपी में मुख्यमंत्री का फैसला लंबा खींचने को लेकर सियासी हलकों में कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। अब तक सीएम पर फैसला नहीं होने के पीछे केंद्रीय नेतृत्व की रणनीति को कारण माना जा रहा है। राजस्थान बीजेपी में सीएम चेहरों की लंबी कतार है, ऐसे में देरी के पीछे सबका मन टटोल कर सर्वसम्मति बनाने की कोशिश से जोड़कर देखा जा रहा है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद अब सीएम रेस को लेकर शक्ति प्रदर्शन शुरू हो चुका है। वसुंधरा राजे के बाद अब संगठन भी खुलकर सामने आ गया है और बीजेपी कार्यालय प्रदेश मुख्यालय व संगठन से मिलने आ रहे विधायकों के नाम जारी किए जा रहे हैं।
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी से ये विधायक मिलने पहुंचे थे
सोमवार और मंगलवार को ये विधायक वसुंधरा से मिलने पहुंचे थे :
विधायक | विधानसभा |
अरुण चौधरी | पचपदरा (बाड़मेर) |
जोगाराम पटेल | लूणी(जोधपुर) |
संजीव बेनीवाल | भादरा(हनुमानगढ़) |
दर्शन सिंह | करौली |
अजय सिंह किलक | डेगाना(नागौर) |
जसवंत यादव | बहरोड़(अलवर) |
कालीचरण सराफ | मालवीय नगर (जयपुर) |
बाबू सिंह राठौड़ | शेरगढ़(जोधपुर) |
प्रेमचंद बैरवा | दूदू(जयपुर) |
गोविंद रानीपुरिया | मनोहरपुर थाना(झालावाड़) |
ललित मीणा | किशनगंज (बारां) |
कंवरलाल मीणा | अंता(बारां) |
राधेश्याम बैरवा | बारां |
कालूलाल मीणा | डग (झालावाड़) |
केके विश्नोई | गुडामालानी (बाड़मेर) |
विक्रम बंशीवाल | सिकराय (दौसा) |
भागचंद टाकड़ा | बांदीकुई(दौसा) |
रामस्वरूप लांबा | नसीराबाद(अजमेर) |
प्रताप सिंह सिंघवी | छबड़ा(बारां) |
गोपीचंद मीणा | जहाजपुर(भीलवाड़ा) |
बहादुर सिंह कोली | वैर(भरतपुर) |
शंकर सिंह रावत | ब्यावर(अजमेर) |
मंजू बाघमार | जायल(नागौर) |
विजय सिंह चौधरी | नावां (नागौर) |
समाराम गरासिया | पिंडवाड़ा-आबू रोड(सिरोही) |
रामसहाय वर्मा | निवाई(टोंक) |
पुष्पेंद्र सिंह राणावत | बाली(पाली) |
शत्रुघ्न गौतम, | केकड़ी(अजमेर) |
गजेंद्र खींवसर | लोहावट(जोधपुर) |
गुरवीर सिंह | सादुलशहर(श्रीगंगानगर) |
जयदीप बिहानी | श्रीगंगानगर |
अर्जुनलाल गर्ग | बिलाड़ा |
भैराराम सियोल | ओसियां |
ओटाराम देवासी | सिरोही |
संजय शर्मा | अलवर शहर |
हरि सिंह रावत | भीम |
सीपी जोशी से ये विधायक मिले थे
विधायक | विधानसभा |
जवाहर सिंह बेडम | नगर (भरतपुर) |
उदयलाल भडाना | मांडल (भीलवाड़ा) |
शैलेष सिंह | डीग-कुम्हेर (भरतपुर) |
जोगाराम पटेल | लूणी (जोधपुर) |
अर्जुनलाल गर्ग | बिलाड़ा (जोधपुर) |
गुरवीर सिंह | गंगानगर |
हरि सिंह रावत | भीम(राजसमंद) |
शंकर सिंह रावत | ब्यावर(अजमेर) |
नौक्षम चौधरी | कामां (भरतपुर) |
गोपीचंद मीणा | जहाजपुर (भीलवाड़ा) |
गोपाल शर्मा | सिविल लाइंस (जयपुर) |
भजनलाल शर्मा | सांगानेर(जयपुर) |
वासुदेव देवनानी | अजमेर उत्तर (अजमेर) |
बहादुर सिंह कोली | वैर (भरतपुर) |
रविंद्र सिंह भाटी (निर्दलीय) | शिव (बाड़मेर) |
रामबिलास | लालसोट (दौसा) |
विक्रम जाखल | नवलगढ़ (झुंझुनूं) |
रमेश खींची | कठूमर (अलवर) |
महेंद्र पाल मीणा | जमवारामगढ़ (जयपुर) |
विजय सिंह चौधरी | नावां (नागौर) |
मंजू बाघमार | जायल (नागौर) |
हंसराज पटेल | कोटपूतली (जयपुर) |
देवी सिंह भाटी | बानसूर (अलवर) |
पब्बाराम विश्नोई | फलोदी (जोधपुर) |
वीरेंद्र सिंह कर्णावट | मसूदा (अजमेर) |
कैलाश मीणा | गढ़ी (बांसवाड़ा) |
जयदीप बिहाणी | श्रीगंगानगर |
सुमित गोदारा | लूणकरणसर |
महंत प्रतापपुरी | पोखरण |
अविनाश गहलोत | जैतारण |
अनीता भदेल | अजमेर दक्षिण |
हमीर सिंह भायल | सिवाना |
श्रीचंद कृपलानी | निम्बाहेड़ा |
राजेन्द्र मीणा | महुआ |
ये 8 विधायक राजे और सीपी जोशी दोनों से मिले थे
इनमें 8 विधायक ऐसे भी थे जो पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी दोनों से मंगलवार को मुलाकात की थी। इनमें जोगाराम पटेल, अर्जुनलाल गर्ग, गुरवीर सिंह, शंकर सिंह रावत, गोपीचंद मीणा, बहादुर सिंह कोली, विजय सिंह चौधरी और मंजू बाघमार थे।