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YouTube मोनेटाइजेशन को लेकर बड़ा अपडेट; अब दिखा सकेंगे ब्रेस्ट फीडिंग जैसे वीडियो, जानें और किस-किस से हटी रोक


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YouTube मोनेटाइजेशन को लेकर बड़ा अपडेट; अब दिखा सकेंगे ब्रेस्ट फीडिंग जैसे वीडियो, जानें और किस-किस से हटी रोक

Big Update on YouTube Monetisation : सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने कुछ डांस मूव्स और ब्रेस्ट फीडिंग जैसे वीडियोज में नग्नता को मंजूरी दी है। हालांकि इसी के साथ कुछ शर्तें भी क्रिएटर्स को पूरी करनी होंगी।

Big Update on YouTube Monetisation, नई दिल्ली: यूट्यूब क्रिएटर्स के लिए बड़े काम की खबर है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने वीडियो ब्लॉग्स के मोनेटाइेशन को लेकर एक अहम बदलाव करते हुए कंटेंट की एक विस्तृत शृंखला लिए द्वार खोल दिए हैं, जिसमें स्तनपान और कामुक नृत्य जैसे नगग्नता वाले वीडियो भी शामिल हैं। यह समायोजन रेगुलर और गेमिंग कंटेंट दोनों पर लागू होता है। यूट्यूब के नए प्राववधान के अनुसार नग्नता के साथ स्तनपान को दिखाने वीडियो पर कोई आपत्ति नहीं होगी, बशर्ते उसमें कोई बच्चा दिखाई दे रहा हो। माना जा रहा है कि YouTube माता-पिता के लिए स्तनपान सामग्री के महत्व को स्वीकार करता है और आशा करता है कि इन परिवर्तनों से रचनाकारों को जानकारीपूर्ण और उपयोगी संसाधन साझा करने के लिए अधिक जगह मिलेगी।

क्रिएटर्स किन बातों का रखें ध्यान?

YouTube का यह यह कदम समावेशिता और उसके उपयोगकर्ता आधार की विविध जरूरतों के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके अलावा यूट्यूब ट्वर्किंग और ग्राइंडिंग जैसे कामुक डांस मूव्स वाले वीडियो पर प्रतिबंधों में ढील दे रहा है। ऐसी सामग्री, जिसमें कूल्हों को घुमाना, कम से कम कपड़े पहनना, यौन शरीर के अंगों को सहलाना और निकट शारीरिक संपर्क में भागीदार नर्तक शामिल हैं। ये अब विज्ञापन राजस्व कमाने के लिए योग्यता हासिल कर सकते हैं। हालांकि स्तनों, नितंबों और जननांगों का जान-बूझकर और बार-बार प्रदर्शन निषिद्ध सुनिश्चित करते हुए ये गाइडलाइन स्पष्ट सामग्री पर रोक बनाए रखती है।

YouTube इस बात पर जोर देता है कि प्लेटफॉर्म की कम्युनिटी गाइडलाइन  और विज्ञापनदाताओं के अनुकूल कंटेंट पॉलिसीज का पालन सभी रचनाकारों को करना होगा। साथ ही इस मामले में उल्लेखनीय है कि आलोचकों ने पहले YouTube पर ऐसी विज्ञापन नीतियां रखने का आरोप लगाया है, जो महिलाओं और एलजीबीटीक्यू व्यक्तियों को असमान रूप से लक्षित करती हैं। हालिया समायोजनों के बावजूद YouTube को अपनी विज्ञापन प्रथाओं के संबंध में जांच का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा लग रहा है कि प्लेटफॉर्म विविध रचनात्मक अभिव्यक्ति को सक्षम करने और एक जिम्मेदार और समावेशी डिजिटल स्थान बनाए रखने के बीच संतुलन बनाने का प्रयास कर रहा है।

 

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