एप्पल थ्रेट नोटिफिकेशन- राजा की जान तोते में, उस तोते का नाम अडानी: राहुल
एप्पल थ्रेट नोटिफिकेशन- राजा की जान तोते में, उस तोते का नाम अडानी: राहुल
कई विपक्षी नेताओं को एप्पल थ्रेट नोटिफिकेशन मिलने के मामले में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि देश में विपक्ष के नेताओं को एप्पल का नोटिस आया है जिसमें लिखा है कि- सरकार द्वारा आपके फोन को हैक करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि ये मैसेज मेरे ऑफिस के लोगों के साथ ही विपक्ष के कई नेताओं को आया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह इससे डरने वाले नहीं हैं।
राहुल ने इसके हवाले से ही प्रधानमंत्री मोदी और गौतम अडानी पर हमला किया। उन्होंने कहा, ‘पुराने समय में एक राजा था, जिसकी आत्मा एक तोते में बसती थी। उसी तरह नरेंद्र मोदी जी की आत्मा अडानी के अंदर बसती है। यह बात विपक्ष को पता चल चुकी है। इसलिए अडानी को हमने ऐसा घेरा है कि वो बचकर नहीं निकल सकते।’
LIVE: Congress party briefing by Shri @RahulGandhi at AICC HQ. https://t.co/xjFiDtyaIx
— Congress (@INCIndia) October 31, 2023
राहुल ने कहा, ‘पहले मैं सोचता था कि नंबर 1 पीएम मोदी हैं, नंबर 2 अडानी हैं और नंबर 3 अमित शाह हैं, लेकिन यह ग़लत है, नंबर 1 अडानी हैं, नंबर 2 पीएम मोदी हैं और नंबर 3 अमित शाह हैं। हम भारत की राजनीति को समझ चुके हैं और अब अडानी जी बच नहीं सकते। ध्यान भटकाने वाली राजनीति चल रही है।’
उन्होंने कहा, ‘पीएम मोदी देश के लोगों का ध्यान भटकाकर, देश की पूंजी अडानी को दे रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान हिंदुस्तान के युवाओं का हो रहा है। ये एक तरफ आपसे झूठे भविष्य का वादा करते हैं और फिर दूसरी तरफ आपका धन दूसरे के हाथ में सौंप देते हैं। ये हिंदुस्तान की सच्चाई है।’
राहुल गांधी की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस तब हुई है जब कई विपक्षी नेताओं और पत्रकारों को एप्पल ने आगाह किया है कि उनके फोन ‘स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स’ यानी सरकार प्रायोजित हमलावरों के निशाने पर हैं। महुआ मोइत्रा, शशि थरूर, पवन खेड़ा, प्रियंका चतुर्वेदी, अखिलेश यादव सहित कई ऐसे लोगों ने इसकी शिकायत की है। शशि थरूर ने तो दावा किया है कि उन्होंने इसको सत्यापित कराया है और इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि की है।
थरूर ने इसको लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने अपने फोन पर एप्पल से मिले चेतावनी वाले संदेशों के स्क्रीनशॉट को ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘एक एप्पल आईडी threat-notifications@apple.com से प्राप्त हुआ, जिसे मैंने सत्यापित कर लिया है। प्रामाणिकता की पुष्टि की गई। मेरे जैसे करदाताओं के खर्चों में अल्प-रोज़गार वाले अधिकारियों को काम कराने में खुशी हुई! करने के लिए और कुछ भी अहम नहीं है?’
कांग्रेस पार्टी ने इसकी तुलना पेगासस से की है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट कर कहा है कि पेगासस के बाद अब दूसरे किसी तंत्र से स्नूपिंग जारी है।
मोदी सरकार की एक ही रट – "अडानी बचाओ और लोकतंत्र मिटाओ !"
B जासूस पार्टी ने पहले 'पेगासस' का इस्तेमाल कर विपक्षी नेताओं व संस्थानों पर तांक-झाँक की, अब दूसरे कोई तंत्र से Snooping चालू है !
INDIA अर्थात भारत ऐसी धमकियों ने नहीं डरेगा !
— Mallikarjun Kharge (@kharge) October 31, 2023
बता दें कि इन एप्पल यूज़रों को भेजे गए अलर्ट वाले ईमेल में कहा गया है, “आप जो भी हैं या आप जो करते हैं, इस वजह से ये हमलावर संभवतः आपको व्यक्तिगत रूप से निशाना बना रहे हैं। यदि आपके उपकरण के साथ किसी सरकार-प्रायोजित हमलावर ने छेड़छाड़ कर दी है, तो वे दूर से ही आपके संवेदनशील डेटा, बातचीत या यहाँ तक कि कैमरा और माइक्रोफ़ोन तक पहुंचने में सक्षम हो सकते हैं।’
चेतावनी वाले संदेश में कहा गया है कि संदेश पाने वालों से आग्रह है कि हालाँकि यह संभव है कि यह एक गलत अलार्म हो, पर कृपया इस चेतावनी को गंभीरता से लें।