जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रामानन्द शर्मा
देवलावास : विचारों में सरलता और भाव में स्थिरता जीवन के बारे में स्पष्ट दृष्टि कोण छोटी-छोटी समस्याओं के चिंतन में भी व्यापक संदर्भ का विश्लेषण गहन और निष्पक्ष उनका चिंतन भाव है सौंदर्य वह जिसको बिना देखे ही चर्चा हो फुल वह जिसकी सुगंध बिन खीले ही फैल जाएं व्यक्तित्व वह जिससे मिले बिना ही मन प्राण अभी भूत हो जाए शिक्षक वह जिसके परिचय के बिना ही अपनत्व का बोध हो तथा जिसकी सर्वत्र चर्चा हो समाजसेवी वह जिसकी समाज सेवा की सर्वत्र चर्चा हो ऐसी ही बहुमुखी प्रतिभा कि जीती जागती एक बुलंद शक्सियत का नाम है डॉ संदीप नेहरा इनका जन्म राजस्थान के बुहाना तहसील के गांव देवलावास में 13 दिसंबर 1973 को शेर सिंह नेहरा के यहां संतोष नेहरा की कोख से हुआ था यह बड़े ही होनहार थे तथा उनकी आरंभ से ही रुचि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाने की थी तथा परिवार वालों ने भी इन्हें इंजीनियर की शिक्षा दिलाई इंजीनियर की शिक्षा में इन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया । लेकिन होनी को तो शायद और कुछ और ही मंजूर था यह इंजीनियर कि सेवा में अच्छी ख्याति प्राप्त कंपनी में सर्विस भी लग गए थे लेकिन उनके पिताजी का एक सपना था वह चाहते थे कि अपने स्वयं के गांव में एक स्कूल की स्थापना करूं तथा उसके माध्यम से इस गांव को एक अलग पहचान दूं इसी के तहत उन्होंने ग्राम देवलावास में एक छोटा सा पौधा नोबल स्कूल के नाम से लगाए इस पौधे को वट वृक्ष बनाने के लिए डॉक्टर संदीप नेहरा ने अपनी इंजीनियर की पढ़ाई छोड़कर देवलावास में आ गए तथा अपने पिताजी के साथ उनके बताए हुए मार्ग पर चलने का निश्चय किया। तथा नोबेल शिक्षण समूह की स्थापना कर इसका शुभारंभ किया जो आज बुलंदियों को छू रहा है हालांकि आज उनके संस्थापक शेर सिंह नेहरा हमारे बीच नहीं है लेकिन उन्ही के पद चिन्हों पर चलकर उनके सुपुत्र डॉ संदीप नेहरा ने आज वह मुकाम हासिल किया है जो काबिले तारीख है आज उन्हे हर क्षेत्र में सम्मानित किया जाता है चाहे वह देश हो चाहे विदेश हो अनेक बार विदेश की धरती नेपाल पर भी वो सम्मानित हो चुके हैं।
देश की धरती पर तो उनके कहने ही क्या, हाल ही में उन्हे ग्लोबल बिजनेस एंड एजुकेशन अवार्ड्स से दिल्ली में नवाजा गया है। यह सम्मान उन्हें 15 अक्टूबर, 2023 को होटल विवांता, द्वारका, नई दिल्ली में आयोजित समारोह में दिया। यह सम्मान हम सभी के लिए एक उत्कृष्ट रोल मॉडल के रूप में उनके द्वारा की जा रही सेवाओं के फलस्वरूप ही दिया गया है। नेहरा जी को यह पुरस्कार प्रदान करते हुए अवार्ड देने वाली संस्था के सदस्यों को भी खुशी हो रही थी। संस्था के पास अवार्ड लेने के लिए अनेक लोगों के व संस्थाओं के नाम आए जिनमें से उन्होंने नेहरा जी का इसके लिए चयन किया संस्था ने नेहरा का नाम आदर्श पाया और ऐसा करना उनके लिए सम्मान की बात रही। संस्था नेहरा के काम को मान्यता देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता और कृतज्ञता को एकीकृत करती हैं।
ग्लोबल बिजनेस एंड एजुकेशन अवार्ड्स नेहरा जैसे समर्पित पेशेवरों को काम के दौरान उनके द्वारा किए गए सभी प्रयासों की सराहना के प्रतीक के रूप में सम्मानित करने की एक पहल है। संस्था के सदस्य नेहरा जी के लक्ष्यों के प्रति उनकी दृढ़ता का सम्मान करते हैं और उसे अत्यधिक महत्व देते हैं और विश्वास करते हैं कि यह पुरस्कार उनकी उपलब्धियों में एक और पंख जोड़ देगा।
ग्लोबल बिजनेस एंड एजुकेशन अवार्ड्स 2023 की पूरी टीम नेहरा को दुनिया भर के लोगों के साथ सहयोग करने, अवसरों के पूल को उत्प्रेरित करने और प्रतिभाशाली लोगों से मिलने के लिए सौहार्दपूर्वक रूप से दिल्ली में आयोजित समारोह में आमंत्रित कर उनको इस अवार्ड से नवाजा है, नेहरा ने विभिन्न उद्यमों के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। संस्था के सभी सदस्यो ने अपनी ओर से यह सुनिश्चित किया कि इस सम्मेलन का हर पल नेहरा के लिए खुशी और खुशी लेकर आए।
नेहरा को यह सम्मान उनकी काबिलियत के अलावा पूरे नोबल शिक्षण समूह के सभी सदस्यों को साथ लेकर चलने तथा नोबल समूह की ख्याति को देश में फैकाने के फल स्वरुप मिला है नेहरा के पास बहुत ही सुंदर मिलनसार बहुमुखी प्रतिभा तथा मेहनती स्टाफ है उनके पास प्रशासनिक अधिकारी के रूप में अशोक शर्मा लेखाकार के रूप में अमित शर्मा अंग्रेजी माध्यम प्राचार्य के रूप में प्रीति पारीक एकेडमी डायरेक्टर के रूप में सुमन नेहरा प्रधानाचार्य के रूप में कृष्ण कुमार यादव वह उप प्रधानाचार्य के रूप मे रविंद्र यादव जैसी महान हस्तियां है जिनके कारण नोबल शिक्षण समूह आज समाज में दिन प्रतिदिन प्रगति की तरफ अग्रसर हो रहा है तथा राजस्थान में ही नहीं आसपास के सभी प्रांतों में अपनी ख्याति फैला रहा है। नेहरा जी को यह ग्लोबल अवार्ड मिलने पर अनेक संस्थाओं ने बधाई दी है तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है