पिलानी : बिरला शिक्षण संस्थान ने इको पार्क में शौर्य स्थल का निर्माण किया है। जिसका शुभारंभ बीईटी निदेशक मेजर जनरल एसएस नायर ने किया। मुख्य अतिथि नायर ने बताया कि इस शौर्य स्थल को जिसे वीर भूमि नाम भी दिया गया है। यह स्थल भारतीय सैनिकों के योगदान को एक श्रद्धांजलि है। जो उन्होंने प्रथम एवं द्वितीय विश्व युद्ध, 1947-48 भारत पाक युद्ध, 1962 भारत चीन युद्ध, 1965 एवं 1971 भारत पाक युद्ध तथा 1990 कारगिल युद्ध के दौरान दिया।नायर ने बताया कि शेखावाटी क्षेत्र से सबसे ज्यादा वीर जवान सेना में है। जो बिरला की शिक्षा नगरी पिलानी और आस पास के क्षेत्र के लिए गौरव की बात है।
इस शौर्य स्थल में इन्हीं छह प्रमुख युद्धों के सैनिकों को नमन करते हुए बिरला सांइस सेंटर ने छह पहाड़ियों पर सैनिक प्रतीकों की प्रदर्शनी लगाई है और साथ ही इन युद्धों के इतिहास से सभी को जागरूक करने के लिए हिंदी एवं अंग्रेजी में व्याख्यान करते हुए देशभक्ति संगीत का भी प्रबंध किया है। इस प्रोजेक्ट की परिकल्पना बिरला एजुकेशन ट्रस्ट के निदेशक मेजर जनरल एसएस नायर एवीएसएम द्वारा की गई है। इसका निर्माण बिरला सांइस सेंटर द्वारा, बीईटी बिल्डिंग डिपार्टमेंट एवं गार्डन डिपार्टमेंट के सहयोग से किया है। इस वीरभूमि के जरिए भारतीय सैनिकों की वीरगाथा व युद्धों के इतिहास का वर्णन बखूबी किया गया है। जिसकी रिकॉर्डिंग बीईटी के शिक्षकों के द्वारा इनोवेशनहब के साउंड स्टूडियो में की गई है।
जिसे लोगों द्वारा बहुत सराहा जा रहा है। गत वर्ष भी आजादी के अमृत महोत्सव की शुरूआत में बीईटी द्वारा भारतीय स्वतंत्रता सैनानियों पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था एवं इसी क्रम में इस वर्ष यह वीरभूमि एवं शौर्यवन सैनिकों के लिए एक श्रद्धा सुमन है।
इस उद्घाटन पर सीएफओ डॉ. जीएस गौड़, बिरला म्यूजियम के निदेशक डॉ. वीएन धोलाखंडी, बिरला स्कूल प्रिंसिपल धीरेंद्र सिंह, बाल निकेतन प्रिंसिपल शोभा वर्मा, चीफ इंजीनियर जीएस गिल, बिरला म्यूजियम के क्यूरेटर विक्रमजीत अरोड़ा, बीईटी के पीआर एग्जीक्यूटिव चंद्रशेखर राठौड़, एसके बराल, एसपी आनंद व डॉ. मनोज जांगिड़ समेत सभी स्कूल के स्टाफ सदस्य मौजूद थे।