शहीद ए आजम भगतसिंह की जयंती मनाई गई
शहीद ए आजम भगतसिंह की जयंती मनाई गई

झुंझुनूं : शहीद ए आजम भगतसिंह की 116 वी जयंती आज शहीद भगतसिंह पार्क इन्दिरा नगर झुंझुनूं में, शहीद भगतसिंह दिशा मंच झुंझुनूं की ओर से श्रद्धापूर्वक मनाया गया। सर्वप्रथम शहीद भगतसिंह को माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर इंकलाब जिंदाबाद, शहीद भगतसिंह अमर रहे, किसान मजदूर एकता जिंदाबाद, साम्प्रदायिक फासीवाद मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। इसके बाद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें वक्ताओं ने कहा कि शहीद ए आजम भगतसिंह के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। शहीद ए आजम भगतसिंह ने जिस आजादी का सपना देखा था वो आज भी अधूरा है।
शहीद भगत सिंह और उनके क्रांतिकारी साथी अन्याय पूर्ण व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन करके एक समाजवादी व्यवस्था की स्थापना करना चाहते थे। उनका मकसद सिर्फ अंग्रजों को ही भगाना नहीं था, उसकी जगह किसानों मजदूरों की राजसत्ता स्थापित करना चाहते थे। अंग्रेजो ने यहां के पूंजीपति वर्ग को सत्ता का हस्तांतरण कर सत्ता सौंप दी। आज पूंजीपति वर्ग अपने चहेतों को राज में बैठाकर शोषित पीड़ित जनता का शोषण कर रहा है जिसको देश के नौजवानों को संगठित होकर संघर्ष के जरिए खत्म करना होगा व किसान मजदूरों का राज कायम करना होगा। शहीदों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया गया।
श्रद्धांजलि सभा को मंच के संयोजक बजरंग लाल एडवोकेट, मालीराम वर्मा, पोकरसिह झाझडिया, लियाकत अली, रविन्द्र लाम्बा एडवोकेट, अमरसिंह, मनीराम, सहदेव कस्वा, युनूस अली भाटी, शुभकरण महला, सहीराम बलौदा रामनिवास नूनिया, प्रदीप चंदेल ने सम्बोधित किया। इसके अलावा हरिराम, सज्जन कुमार, बालाराम मेघवाल, दयानंद जानूं, ओमप्रकाश तेतरवाल, रामप्रताप, धर्मपाल सिंह डारा, पितराम कालेर, श्रीचंद कालेर, लीलाधर, रायसिंह तोगडा कलां, बनवारीलाल जाट, उदयराम, रामेश्वर बांस नानक, विजेन्द्र लाम्बा बनवारीलाल कुलहरी, बचनसिंह मीणा के अलावा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। किसान आन्दोलन में भाग लेने वाले साथी किसान नेता हरफूलसिंह बलौदा, पालसिह खीचड़, रामचंद्र एवं हितेंद्र लाम्बा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई