कोटा : बिजनेसमैन मां-बेटे ने किया सुसाइड:फ्लैट में मिले दोनों के शव, पैसे उधार देने वाले वसूली के लिए बार-बार करते थे कॉल
कोटा में मां और बेटे ने अपने फ्लैट में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घर से बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर पहुंची तो दोनों ने शव मिले। पुलिस ने आशंका जताई है कि आर्थिक तंगी से परेशान होकर दोनों ने ये कदम उठाया है।
कोटा : बिजनेस में भारी नुकसान मां-बेटे बर्दाश्त नहीं कर पाए और सुसाइड कर लिया। रिश्तेदारों ने कई बार फोन किया। 2 दिन से कोई कॉल रिसीव नहीं कर रहा था। शनिवार को फ्लैट पर रिश्तेदार पहुंचे तो मां-बेटे का शव पड़ा मिला। शव के पास सल्फास की गोलियां और हिसाब-किताब की एक डायरी मिली है। मामला कोटा का है।
दोनों का फोन बंद मिला
बोरखेड़ा थाने के सीआई जितेंद्र सिंह ने बताया- अस्सी फीट रोड स्थित एक अपार्टमेंट के तीसरे फ्लोर पर फ्लैट नंबर 302 में सतविंदर कौर (50) और उनका बेटा रॉबिन (29) रहता था। रॉबिन के पिता की 2 साल पहले ही मौत हो गई थी। सतविंदर के भाई राहुल और रौनक कोटा के ही कृष्णा नगर में रहते हैं। उन्होंने 7 सितंबर की रात कॉल किया था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। शुक्रवार शाम से दोनों का फोन बंद आ रहा था।
दरवाजा खटखटाने पर भी जवाब नहीं मिला
कृष्णा नगर के रहने वाले सतविंदर के भाई राहुल और रौनक का फोन रिसीव नहीं हुआ तो चिंता बढ़ी। शनिवार को ये लोग अस्सी फीट रोड स्थित अपनी बहन (सतविंदर) के फ्लैट पर पहुंचे। डोर खटखटाने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद दोनों थाने पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर मां-बेटे की लाश मिली। पास में ही सल्फास की खाली थैली पड़ी थी।
लाश देख बुआ बोली- मुझे राखी बांधनी है
जैसे ही घटना की जानकारी रिश्तेदारों को लगी, वह भी मौके पर पहुंचे। कोटा स्टेशन एरिया के पास रहने वाली रॉबिन की बुआ ने जैसे ही लाश देखी उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। जैसे-तैसे कर परिवार के लोग उन्हें नीचे लेकर आए। बुआ बार-बार यही कह रही थी कि रॉबिन उठ जा तेरे राखी बांधनी है, मुझसे राखी बंधवा उठ जा। सीआई जितेंद्र सिंह ने कहा कि फ्लैट से एक डायरी भी मिली है, इसमें कुछ हिसाब-किताब और कुछ बातें लिखी हुई हैं। इसे सुसाइड नोट तो नहीं कह सकते लेकिन, जांच की जा रही है।
दो साल पहले पिता की मौत
पुलिस ने बताया कि रॉबिन के पिता मनजीत सिंह खुराना की 2 साल पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी। उसके बाद से परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं चल रही थी। उनका कपड़ों और शराब कारोबार था। मनजीत की मौत के बाद से रॉबिन ने कपड़ों की दुकान खोली थी। उसमें घाटा लगा और कर्जा हो गया था। रुपए मांगने वाले बार-बार उसे कॉल करते थे। इससे परेशान होकर वह घर से कहीं चला गया था। 6 महीने पहले ही वह वापस लौटा था। पुलिस का मानना है कि फिलहाल यह जांच का विषय है, इसके बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा।