2 राजीविका अधिकारी 20 हजार की रिश्वत लेते पकड़े:महिला अफसर को 4 दिन पहले मिला था कारण बताओ नोटिस; अनुपस्थित रहती थी
2 राजीविका अधिकारी 20 हजार की रिश्वत लेते पकड़े:महिला अफसर को 4 दिन पहले मिला था कारण बताओ नोटिस; अनुपस्थित रहती थी
झुंझुनूं : ACB ने राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) की चिड़ावा ब्लॉक के 2 अधिकारियों को 20,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। कार्रवाई में ब्लॉक परियोजना प्रबंधक (BPM) रेणुका (चिड़ावा, इंचार्ज) और पशुधन संदर्भ व्यक्ति (LRP) धर्मेंद्र कुमार (कलस्टर सुलताना) को गिरफ्तार किया है।
जांच में सामने आया है कि (BPM) रेणुका को 4 दिन पहले ही एब्सेंट रहने और लोकेशन मॉनिटरिंग का उल्लंघन करने पर कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था। धर्मेंद्र यह राशि रेणुका के इशारे पर लेने आया था। दोनों एक महिला कर्मचारी के पिछले लगभग 9 महीने के बकाया वेतन बिलों और सर्वे के भुगतान को पास करने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहे थे।
9 महीने की सैलरी अटकाई
ACB डीएसपी शब्बीर खान ने बताया- ACB चौकी झुंझुनूं को एक महिला कर्मचारी से शिकायत मिली थी कि उसका 9 माह का वेतन भुगतान रुका हुआ है। वेतन बिलों के अनुमोदन की जिम्मेदारी संभाल रहे आरोपी धर्मेंद्र कुमार और इंचार्ज रेणुका पीड़िता को लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थें। शिकायत के अनुसार, बिल पास करने की एवज में इन दोनों ने महिला कर्मचारी के बकाया वेतन की आधी राशि को रिश्वत के रूप में मांगी थी।
25 हजार मांगे थे
डीएसपी शब्बीर खान ने बताया- शिकायत का सत्यापन 24 और 29 अक्टूबर 2025 को किया गया। सत्यापन के दौरान, रिश्वत की मांग स्पष्ट रूप से प्रमाणित हुई। आरोपी धर्मेंद्र कुमार ने स्पष्ट किया था कि 9 महीने के वेतन में से आधा हिस्सा (लगभग 16,000) और सर्वे के 9,000, यानी कुल 25,000 की रिश्वत चाहिए।
रेणुका-धर्मेंद्र की मिलीभगत सामने आई
सत्यापन के दौरान धर्मेंद्र कुमार ने अपने मोबाइल से आरोपी रेणुका (BPM) से बात की। रेणुका ने भी पीड़िता के बिलों के अप्रूवल के संबंध में धर्मेंद्र से बात करने की पुष्टि की, जिससे यह साबित हुआ कि रिश्वत की मांग में दोनों की मिलीभगत थी। एसीबी जयपुर रेंज के उप महानिरीक्षक पुलिस राजेश सिंह के सुपरविजन में उप अधीक्षक शब्बीर खान के नेतृत्व में ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया गया। परिवादिया से रिश्वत की राशि 20,000 लेते हुए आरोपी धर्मेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया। धर्मेंद्र ने यह राशि रेणुका (BPM) के कहने पर ली और अपने बैग में रखी थी।

4 दिन पहले मिला था अंतिम कारण बताओ नोटिस
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई से 4 दिन पहले, 6 नवंबर 2025 को राजीविका, झुंझुनूं के जिला परियोजना प्रबंधक (DPM) विप्लव न्योला ने BPM रेणुका को ‘अंतिम कारण बताओ नोटिस’ जारी किया था। नोटिस में कहा गया था कि रेणुका समय पर कार्यालय में उपस्थित नहीं हो रही। 6.11.2025 को भी सुबह 11:30 बजे ब्लॉक कार्यालय बंद पाया गया था। वॉट्सऐप लाइव लोकेशन मॉनिटरिंग में उनकी लोकेशन कार्यालय के अनुसार सही नहीं पाई जाती थी।
राजस्थान सरकार की बजट घोषणा टैबलेट वितरण सहित अन्य महत्वपूर्ण परियोजना कार्यों में बार-बार सूचना मांगे जाने के बावजूद नामित कैडरों की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई थी।
रेणुका को इससे पहले भी 2 जून 2025, 30 जून 2025, 21 जुलाई 2025, 10 सितंबर 2025 और 29 सितंबर 2025 को कई नोटिस जारी किए जा चुके थे। अंतिम नोटिस में साफ चेतावनी दी गई थी कि यह रवैया जारी रहने पर उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी।
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