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संत हरिशरण महाराज की कथा के द्वितीय दिवस पर भक्त हुए भावविभोर


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संत हरिशरण महाराज की कथा के द्वितीय दिवस पर भक्त हुए भावविभोर

संत हरिशरण महाराज की कथा के द्वितीय दिवस पर भक्त हुए भावविभोर

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका

झुंझुनूं : शहर के चूना चौक स्थित आशीर्वाद पैलेस में शनिवार को श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर श्रोता भक्त भावविभोर हो उठे। व्यास पीठ से कथावाचक संत हरिशरण महाराज ने कहा कि चौबीस अवतार, भीष्म चरित्र और शुकदेव जी का आगमन भागवत कथा के महत्वपूर्ण प्रसंग हैं। भगवान विष्णु के 24 अवतार बुराई के विनाश और धर्म की स्थापना के लिए अवतरित हुए – जिनमें मत्स्य, कूर्म, वराह, नृसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि जैसे प्रमुख अवतार शामिल हैं।

महाराज ने भीष्म चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि भीष्म महाभारत काल के महान योद्धा और हस्तिनापुर के राजा शांतनु तथा देवी गंगा के पुत्र थे। उन्होंने आजीवन ब्रह्मचर्य और त्याग का पालन करते हुए अपनी प्रतिज्ञा निभाई।
शुकदेव जी के आगमन प्रसंग में महाराज ने बताया कि वेदव्यास के पुत्र शुकदेव जी ने राजा परीक्षित को श्रीमद्भागवत पुराण का उपदेश देकर मोक्ष मार्ग दिखाया।

कथा का शुभारंभ व्यास पीठ पर भागवत पूजन के साथ आयोजक डॉ. डी.एन. तुलस्यान एवं स्नेहलता तुलस्यान द्वारा किया गया। कथा के दौरान धार्मिक प्रश्नोत्तरी में संत हरिशरण महाराज ने अपने श्रीमुख से पूछे प्रश्नों के सही उत्तर देने वाले श्रद्धालुओं को पुरस्कृत किया। श्री श्याम आशीर्वाद सेवा संस्थान के तत्वावधान में और केशरदेव-देवकीनंदन तुलस्यान परिवार के सहयोग से चल रही यह भागवत कथा प्रतिदिन दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक आयोजित हो रही है। साथ ही हर सुबह 5 बजे प्रवचन, 7 बजे प्रभात फेरी और सामाजिक सेवा कार्य भी किए जा रहे हैं।

भागवत पूजन का मूल पाठ पंडित संजू के आचार्यत्व में विद्वान पंडितों द्वारा किया गया। कथा स्थल की आकर्षक सजावट मां भगवती डायमंड आर्ट के आशीष तुलस्यान द्वारा की गई तथा प्रसाद की सुंदर व्यवस्था पुष्कर केटर्स के हरीश तुलस्यान ने संभाली। संत हरिशरण महाराज के मधुर भजनों और सारगर्भित प्रवचनों ने भक्तों को भावलोक में डुबो दिया।

इस अवसर पर केशरदेव तुलस्यान, डॉ. डी.एन. तुलस्यान, योगेश तुलस्यान, सीए प्रशांत तुलस्यान, विहान तुलस्यान, मुकुंदगढ़ निवासी सूरत प्रवासी विनोद बेरीवाला, श्रवण बेरीवाला, विनय बेरीवाला, संस्था ट्रस्टी श्रवण केजड़ीवाल, परमेश्वर हलवाई, रोहिताश बंसल, सीए पवन केडिया, सुनील तुलस्यान सहित शहर की अनेक सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित रहे। 26 अक्टूबर को कथा में मूल भागवत, सती चरित्र, कपिल चरित्र और ध्रुव चरित्र का वर्णन किया जाएगा।

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