स्कूल में 10वीं के स्टूडेंट ने किया सुसाइड का प्रयास:हॉस्टल के कमरे में फंदा लगाया, गार्ड ने बचाया, गंभीर हालत में जयपुर रेफर
स्कूल में 10वीं के स्टूडेंट ने किया सुसाइड का प्रयास:हॉस्टल के कमरे में फंदा लगाया, गार्ड ने बचाया, गंभीर हालत में जयपुर रेफर

पाटन : सीकर के पाटन के जवाहर नवोदय स्कूल में 10 वीं कक्षा के छात्र (14) ने सुसाइड का प्रयास किया। छात्र ने हॉस्टल के कमरे में फंदा लगा लिया। हॉस्टल के गार्ड ने बच्चे को फंदे से उतारा। घटना गुरुवार सुबह 11 बजे बाद की है। छात्र को 12.45 बजे नीमकाथाना अस्पताल ले जाया गया, हालत गंभीर होने पर उसे जयपुर रेफर कर दिया। छात्र नीमकाथाना का रहने वाला है। फिलहाल सुसाइड के प्रयास के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
हॉस्टल के गार्ड ने बचाया
हॉस्टल के गार्ड अशोक कुमार ने बताया- 11 बजे स्कूल के बच्चों का टी टाइम होता है। उसके बाद यह छात्र किताब लेने के लिए हाउस में आया था। 5 मिनट बाद भी वह बाहर नहीं आया तो मैंने खिड़की से देखा। छात्र के दिखाई नहीं देने पर आवाज लगाई, लेकिन कोई रिप्लाई नहीं आया।
मैं कमरे के गेट पर गया तो गेट अंदर से बंद था। मैंने धक्का मारकर गेट को खोला। सामने देखा कि वह छात्र पंखे से नीली रस्सी का फंदा लगाकर लटका हुआ था। मैंने अपनी पूरी ताकत लगाकर बच्चे को पकड़ कर ऊपर उठाया और अपने साथियों को आवाज दी। इसके बाद बच्चे को पंखे से उतारा और अस्पताल लेकर गए।

अस्पताल स्टाफ बच्चे को लेकर पहुंचा हॉस्पिटल
मामले को लेकर स्कूल की वाइस प्रिंसिपल पूनम खेदड़ ने कहा कि बच्चा सीरियस हालत में जयपुर एडमिट है। इसके अलावा मुझे कुछ नहीं मालूम है। प्रिंसिपल सुनील कुमार धाकड़ पिछले दो दिन से बाहर है। पाटन अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अमित यादव ने बताया-नवोदय स्कूल का स्टाफ छात्र को अस्पताल लेकर आया था। छात्र की हालत सीरियस होने पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया।
कमरे को सील किया, पूछताछ कर रही पुलिस
पाटन एसएचओ विद्याधर शर्मा ने बताया- घटना की सूचना हमें ना तो हॉस्पिटल प्रशासन से मिली और ना ही स्कूल प्रशासन से मिली। अन्य माध्यम से जानकारी मिलने पर सूचना पर तुरंत अस्पताल से मामले की जानकारी ली। मैंने सबसे पहले एएसआई जगदीश मीणा को स्कूल भेज दिया था। घटना वाले कमरे को सील कर दिया है। स्कूल प्रशासन से पूछताछ की जा रही है। सुसाइड के प्रयास के क्या कारण रहे इसकी जांच की जा रही है। बच्चे का अभी जयपुर में इलाज चल रहा है। अभी वह बेहोश है, लेकिन उसकी हालत ठीक है।