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डोटासरा बोले-सरकार पर्ची के बिना निर्णय नहीं कर पा रही:CM कह रहे SI भर्ती कोर्ट ने रद्द की, मंत्री बयान देता है कि परीक्षा निरस्त नहीं हुई


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डोटासरा बोले-सरकार पर्ची के बिना निर्णय नहीं कर पा रही:CM कह रहे SI भर्ती कोर्ट ने रद्द की, मंत्री बयान देता है कि परीक्षा निरस्त नहीं हुई

डोटासरा बोले-सरकार पर्ची के बिना निर्णय नहीं कर पा रही:CM कह रहे SI भर्ती कोर्ट ने रद्द की, मंत्री बयान देता है कि परीक्षा निरस्त नहीं हुई

नवलगढ़ : कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- कांग्रेस को गालियां देकर बीजेपी ने सत्ता तो हथिया ली, लेकिन दो साल से आप क्या कर रहे हो, यह तो बताइए। सरकार कोई निर्णय ही नहीं ले पा रही है।

मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि कोर्ट ने परीक्षा रद्द की है, क्योंकि हमने एसआईटी की रिपोर्ट ठोस बना दी। वहीं उनका मंत्री बयान देता है कि परीक्षा निरस्त नहीं हुई। हमें तो सिर्फ यह कहा गया है कि कांग्रेस सरकार के समय जो मेंबर लगाए गए थे, उन्हें हटा दो। बाबूलाल कटारा को तो नहीं हटा पाए।

दरअसल, सीकर के लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र में बीदसर गांव में पंचायत भवन का लोकार्पण कार्यक्रम से लौटते समय रविवार दोपहर को डोटासरा झुंझुनूं के नवलगढ़ में रुके। यहां SDM के खिलाफ धरने पर बैठे अधिवक्ताओं से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान ये बात कही।

झुंझुनूं के नवलगढ़ में SDM के खिलाफ धरने पर बैठे अधिवक्ताओं से डोटासरा मिले।
झुंझुनूं के नवलगढ़ में SDM के खिलाफ धरने पर बैठे अधिवक्ताओं से डोटासरा मिले।

कहा-पर्ची के बिना फैसला नहीं ले सकते

डोटासरा ने कहा कि इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए। यदि वास्तव में गड़बड़ी हुई है तो सरकार को जल्द निर्णय लेना चाहिए। सही अभ्यर्थियों की पीड़ा जायज है, लेकिन लगभग ढाई साल बीत जाने के बाद भी सरकार कोई निर्णय नहीं ले पाई। यह सरकार पूरी तरह फेल है, क्योंकि दिल्ली से पर्ची नहीं आई। पर्ची के बिना वे अपने विवेक से कोई फैसला ले ही नहीं सकते। यह प्रदेश का दुर्भाग्य है और इसी कारण युवा व अभ्यर्थी परेशान हैं।

मुख्य सचिव को अधिवक्ताओं की समस्या बताई

इससे पहले, अभिभाषक संघ, डीडराइटर, टाइपिस्ट और स्टाम्प वेंडर संघ की ओर से नवलगढ़ (झुंझुनूं) SDM सुनील झिंगोनिया के खिलाफ धरने पर बैठे अधिवक्ताओं से मिले। अभिभाषक संघ अध्यक्ष एडवोकेट संपत सिंह शेखावत ने डोटासरा को पूरे मामले की जानकारी दी। इस पर डोटासरा ने मौके पर ही मुख्य सचिव को फोन कर स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि वकीलों का काम लंबे समय से ठप है, जिससे आमजन भी परेशान हैं। ऐसे में प्रशासन को तत्काल समाधान निकालना चाहिए।

नवलगढ़ पहुंचने पर डोटासरा का स्वागत किया गया।
नवलगढ़ पहुंचने पर डोटासरा का स्वागत किया गया।

डोटासरा ने CS से कहा कि यदि एसडीएम की गलती है तो उन्हें यहां से हटाया जाए और यदि गलती नहीं है तो कलेक्टर या एडीएम मौके पर आकर वकीलों को स्थिति समझाएं। वकीलों ने अपनी मांगों को लेकर डोटासरा को ज्ञापन भी सौंपा।

गौरतलब है कि विधायक विक्रम सिंह जाखल भी दो बार धरना स्थल पर पहुंचकर अधिवक्ताओं से वार्ता कर चुके हैं और एसडीएम के तबादले का आश्वासन दे चुके हैं। बावजूद इसके फिलहाल वकील, डीडराइटर, टाइपिस्ट और स्टाम्प वेंडर अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। धरने में शामिल संगठनों ने दुकानों को बंद रखकर संपूर्ण पेनडाउन और कार्य बहिष्कार जारी रखा हुआ है।

कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत

इससे पहले पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डोटासरा का स्वागत किया। इस दौरान कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष बलदेव सैनी, पार्षद अदनान खत्री, पंचायत समिति सदस्य सुभीता सीगड़, पार्षद लोकेश जांगिड़, आरीफ चौहान, रफीक लंगा, पार्षद महेंद्र सैनी, राजवीर सिंह, सुरेंद्र सैनी चिराना, विकेश रॉयल, इकबाल चिराना, अरविंद सैनी, नेतराम डांगी, मुकुंदगढ़ पूर्व पालिकाध्यक्ष सत्यनारायण सैनी, राजकुमार चेजारा, प्रवीण साहू, सुरेश मेघवाल, जाविद बिसायती, आजाद बिसायती, प्रमोद शर्मा, योगेश सैनी, रघुवीर सैनी सहित कई कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।

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