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झुंझुनूं में 32 हजार 600 घरों में लग चुके स्मार्टमीटर:दो साल में साढ़े पांच लाख उपभोक्ता कवर करने का लक्ष्य, सरकारी कार्यालय में भी व्यवस्था लागू


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झुंझुनूं में 32 हजार 600 घरों में लग चुके स्मार्टमीटर:दो साल में साढ़े पांच लाख उपभोक्ता कवर करने का लक्ष्य, सरकारी कार्यालय में भी व्यवस्था लागू

झुंझुनूं में 32 हजार 600 घरों में लग चुके स्मार्टमीटर:दो साल में साढ़े पांच लाख उपभोक्ता कवर करने का लक्ष्य, सरकारी कार्यालय में भी व्यवस्था लागू

झुंझुनूं : अजमेर विद्युत वितरण निगम (डिस्कॉम) द्वारा घरेलू उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। अब तक जिले में 32 हजार 600 घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। इनमें से अकेले झुंझुनूं शहर में 2 हजार 692 उपभोक्ताओं के घर यह व्यवस्था शुरू हो चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दो साल में जिले के करीब 5 लाख 82 हजार 336 घरेलू उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लग जाएंगे।

सौर ऊर्जा पर रहेगा सीधा नियंत्रण

स्मार्ट मीटर लगाने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि उपभोक्ताओं को अलग से सौर ऊर्जा उत्पादन का मीटर नहीं लगाना पड़ेगा। मौजूदा व्यवस्था में जब कोई उपभोक्ता अपने घर पर सोलर पैनल लगाता है तो निगम के पास इसका कोई स्पष्ट रिकॉर्ड नहीं रहता कि कितनी बिजली उत्पादन हुआ और कितना खर्च हुआ। इसके लिए अलग से मीटर लगाना पड़ता है। लेकिन स्मार्ट मीटर के जरिए यह रिकॉर्ड सीधे दर्ज होगा। इससे उपभोक्ता और निगम दोनों के लिए पारदर्शिता बढ़ेगी और सौर ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा।

झुंझुनूं शहर और सरकारी कार्यालयों पर भी जोर

निगम ने प्राथमिकता के आधार पर झुंझुनूं शहर और सरकारी कार्यालयों में स्मार्ट मीटर लगाने शुरू किए हैं। अब तक अकेले सिटी प्रथम खंड में 2 हजार 692 मीटर लगाए जा चुके हैं। वहीं 446 सरकारी कार्यालयों में भी यह व्यवस्था लागू हो चुकी है। इसका मकसद है कि सरकारी भवनों और शहरी उपभोक्ताओं को पहले चरण में शामिल कर बिजली आपूर्ति को पूरी तरह डिजिटल ट्रैकिंग में लाया जाए।

अफवाहों से बचने की अपील

जिले के अधीक्षण अभियंता महेश टीबड़ा ने बताया कि स्मार्ट मीटर पूरी तरह सुरक्षित और लाभकारी हैं। इन्हें लैब टेस्टिंग और फील्ड सर्वे के बाद ही लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग यह दुष्प्रचार कर रहे हैं कि बंद मीटर भी चल रहा है या गलत रीडिंग आ रही है, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। उपभोक्ताओं को अफवाहों से दूर रहना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि मीटर लगाने से पहले हर घर पर सर्वे किया जा रहा है। केबल की स्थिति, पोजीशन और लाइन का जायजा लेकर ही मीटर इंस्टॉल किए जा रहे हैं।

उपभोक्ताओं को होंगे कई फायदे

  • स्मार्ट मीटर लगने से उपभोक्ताओं को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी।
  • अब एवरेज बिल का झंझट खत्म हो जाएगा, क्योंकि मीटर की रीडिंग ऑनलाइन रिकॉर्ड होगी।
  • उपभोक्ता अपने मोबाइल एप पर कभी भी मीटर की रीडिंग और खपत देख सकेंगे।
  • बिल की जानकारी पहले की तरह मैसेज और हार्ड कॉपी दोनों में मिलेगी।
  • लोड और खपत की स्थिति हर समय उपभोक्ता के हाथ में होगी।
  • बिल जमा नहीं कराने पर पहले नोटिस जारी होगा, उसके बाद ही कार्रवाई होगी।

उपभोक्ताओं पर बोझ नहीं

महेश टीबड़ा ने बताया कि सबसे अहम बात यह कि ये मीटर पोस्टपेड ही रहेंगे, यानी उपभोक्ताओं को कोई अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा ग्रीन एनर्जी और आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम अजमेर डिस्कॉम के अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट केवल बिलिंग को पारदर्शी बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे राज्य सरकार की ग्रीन एनर्जी और आत्मनिर्भर बिजली उत्पादन की सोच भी है। जब उपभोक्ता बड़े स्तर पर सौर ऊर्जा का उपयोग करेंगे, तो उसकी खपत और उत्पादन का स्पष्ट रिकॉर्ड उपलब्ध होगा। इससे बिजली तंत्र मजबूत होगा और आने वाले समय में अतिरिक्त उत्पादन से राज्य को लाभ मिलेगा।

जिले के हर खंड में काम तेज

निगम अधिकारियों के अनुसार जिले के सभी खंडों में सर्वे और इंस्टॉलेशन कार्य तेज गति से चल रहा है। टीमें घर-घर जाकर कनेक्शन और लाइन की स्थिति देखकर मीटर लगा रही हैं। योजना के तहत अगले दो साल में जिले के सभी साढ़े पांच लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लग जाएंगे। इससे उपभोक्ताओं को पारदर्शी बिलिंग, सही खपत का रिकॉर्ड और सौर ऊर्जा का स्पष्ट हिसाब मिलेगा।

उपभोक्ता होंगे जागरूक, निगम को भी फायदा

स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता बिजली की खपत के प्रति ज्यादा जागरूक होंगे। वे मोबाइल पर खपत और बिलिंग देखकर ऊर्जा बचत की दिशा में कदम उठा सकेंगे। दूसरी ओर निगम को भी बिलिंग और खपत का सटीक डेटा मिलेगा। इससे बिजली उत्पादन, खपत और वितरण की बेहतर योजना बनाई जा सकेगी।

अधीक्षण अभियंता महेश टीबड़ा ने कहा कि “स्मार्ट मीटर भविष्य की जरूरत हैं। ये उपभोक्ताओं को पूरी पारदर्शिता देंगे और निगम को तकनीकी रूप से मजबूत बनाएंगे। अफवाहों से दूर रहकर उपभोक्ताओं को इस योजना का फायदा उठाना चाहिए।”

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