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स्कूलों में जरूरी होगा फर्स्ट एड किट:1551 स्कूलों में रहेगी इमरजेंसी मेडिकल की सुविधा; टीचर्स को मिलेगी ट्रेनिंग


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झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

स्कूलों में जरूरी होगा फर्स्ट एड किट:1551 स्कूलों में रहेगी इमरजेंसी मेडिकल की सुविधा; टीचर्स को मिलेगी ट्रेनिंग

स्कूलों में जरूरी होगा फर्स्ट एड किट:1551 स्कूलों में रहेगी इमरजेंसी मेडिकल की सुविधा; टीचर्स को मिलेगी ट्रेनिंग

झुंझुनूं : झुंझुनूं जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 1 लाख 11 हजार बच्चों की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। शिक्षा विभाग ने जिले के सभी 1551 सरकारी और निजी स्कूलों में प्राथमिक उपचार किट यानी फर्स्ट एड बॉक्स रखना अनिवार्य कर दिया है। यह फैसला खासकर उन दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों के लिए एक बड़ी राहत है, जहां तुरंत चिकित्सा सुविधा मिलना मुश्किल होता है।

इस नई व्यवस्था के तहत, बच्चों को चोट लगने या अचानक तबीयत खराब होने पर तत्काल सहायता मिल पाएगी, जिससे किसी भी गंभीर स्थिति को समय रहते संभाला जा सकेगा। अब तक ऐसी आपात स्थितियों में अक्सर बच्चों को घर भेजना या परिजनों का इंतजार करना ही एकमात्र विकल्प था, लेकिन अब हर स्कूल में आवश्यक चिकित्सा सामग्री और प्रशिक्षित शिक्षक मौजूद रहेंगे।

शिक्षकों को मिलेगी फर्स्ट एड की ट्रेनिंग

शिक्षा विभाग ने इस पहल को प्रभावी बनाने के लिए समग्र शिक्षा अभियान (समसा) और स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर शिक्षकों को प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण देने की योजना बनाई है। यह ट्रेनिंग जिला और ब्लॉक स्तर पर आयोजित की जाएगी, ताकि हर स्कूल में कम से कम एक शिक्षक आपात स्थिति में सही निर्णय ले सके।

जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक राजेश मील ने बताया-यह बच्चों की सुरक्षा को लेकर एक गंभीर निर्णय है। सभी सरकारी और निजी स्कूलों में फर्स्ट एड किट रखना अनिवार्य होगा। इसका पालन न करने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।

स्कूल परिसर में बच्चों के अकेले छूटने पर भी सख्ती

फर्स्ट एड किट के अलावा, विभाग ने एक और महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है। अब स्कूल की छुट्टी के बाद संस्था प्रधान और संबंधित शिक्षक को पूरे परिसर का निरीक्षण करना होगा। यह सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी होगी कि कोई भी बच्चा स्कूल भवन, कक्षा-कक्ष या शौचालय में पीछे न छूट जाए। इस कदम का उद्देश्य बच्चों के अकेले छूट जाने से होने वाली किसी भी अनहोनी को रोकना है।

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