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नगरपालिका सूरजगढ़ ने अपनी ही दुकानें तोड़कर अनुबंध धारकों की उजाड़ी दुनिया


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नगरपालिका सूरजगढ़ ने अपनी ही दुकानें तोड़कर अनुबंध धारकों की उजाड़ी दुनिया

नगरपालिका सूरजगढ़ ने अपनी ही दुकानें तोड़कर अनुबंध धारकों की उजाड़ी दुनिया

सूरजगढ़ : नगरपालिका सूरजगढ़ ने अपनी ही दुकानें तोड़कर अनुबंध धारकों की उजाड़ी दुनिया, ईओ की अनुपस्थिति में इस घटना को अंजाम दिया एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने पीड़ित दुकानदारों और कस्बे वासियों में भारी आक्रोश, नहीं दिया कोई नोटिस सूरजगढ़ नगरपालिका द्वारा निर्मित और चालीस वर्षों से दुकानदारों को अनुबंध पर आवंटित अपनी ही दुकानों को बिना नोटिस थमाए बलपूर्वक पालिका द्वारा तोड़े जाने पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शिवनंदन शर्मा और चेयरमैन पुष्पा सेवाराम गुप्ता व जिम्मेवार ईओ के खिलाफ त्वरित कार्यवाही करने के लिए कस्बेवासियों व पीड़ित दुकानदारों द्वारा पूर्व चेयरमैन सुरेश शर्मा के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी सूरजगढ़ के नाम अधिशाषी अधिकारी तौफीक खान को ज्ञापन दिया गया।

पीड़ित महिपाल सैनी, सज्जन सैनी, रमेश सेन, राकेश सैनी, प्रकाश सैनी ने बताया कि जिम्मेवार अधिशाषी अधिकारी की बिना मौजूदगी के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शिवनंदन शर्मा ने दुकानें ध्वस्त कर दी जिससे उनके परिवार की रोजी रोटी का असामयिक संकट खड़ा कर दिया गया है।

ज्ञापन में उक्त कृत्य में शामिल चेयरमैन पति सेवाराम गुप्ता पर भी स्वनियोजित योजना का आरोप लगाया है। नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शिवनंदन शर्मा ने कार्यवाहक एसआई रहते हुए कस्बे में वर्ष 2017-18 में एक बहुत बड़ा अतिक्रमण करवाया था जो पालिका रिकॉर्ड में है जिसे आज तक नहीं हटाया गया। वहीं कस्बेवासियों का कहना है कि पालिका कर्मचारी होने की आड़ मे भागचंदका शमशान घाट चार दिवारी के बाहर पश्चिमी दिशा आम रस्ते में शिवनंदन शर्मा ने अपने घर के सामने दुकान बना कर अतिक्रमण कर रखा है। उसकी भी जांच होनी चाहिए और अतिक्रमण को हटाया जाए। इतना ही नहीं उक्त कार्मिक के नाम पालिका ने लाखों रुपए अनियमित पदोन्नति लेने पर निकाल रखे है वह राशि भी पालिकाकोष में त्वरित जमा करवाई जावे।

पूर्व चेयरमैन सुरेश शर्मा ने खेद व्यक्त किया कि उनके कार्यकाल में जनहित में बनाई गई दुकानों को पालिका के जिम्मेवार अधिकारी द्वारा एक चतुर्थ श्रेणी कार्मिक से राठौड़ी में ध्वस्त कराना दुर्भाग्यपूर्ण है। वह सभी छोटे बड़े व्यापारियों के साथ है। यह कार्यवाही किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए की है ऐसी किसी हरकत और नादिरशाही तथा गुंडागर्दी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जब ईओ से मिले तो उन्होंने दुकानों के हटाए जाने को गलत माना है। वह इसके लिए सकारात्मक प्रयास करेंगे और संबंधितों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही भी करेंगे। वाइस चेयरमैन रामस्वरूप जांगिड़ ने बताया कि पार्षदों सहित मुझ वाइस चेयरमैन को भी जानकारी नहीं दी गई कि कस्बे में कोई अतिक्रमण अभियान भी चलाया हुआ है। और किसके आदेश से चल रहा है। सफाई सहित अन्य कोई कमेटी कस्बे के विकास के लिए आज तक नहीं बनाई गई है।

पालिका में आने वालों को कर्मचारियों द्वारा संतोषप्रद जवाब नहीं दिया जाता। बोर्ड बैठक में उठाए जाने वाले मुद्दों पर भी जनहित में कोई ठोस निर्णय धरातल में दिखाई नहीं देता है। मौके पर देखा गया कि कस्बेवासियों में भयंकर आक्रोश और गुस्सा है। एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की राठौड़ी कार्यवाही से दुकानदारों को ही नहीं उपभोक्ताओं को भी असुविधा हुई है। जिम्मेवार प्रशासन अगर संबंधित कार्मिक के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करता है और दुकानदारों को पुनः परिवार चलाने के लिए जगह मुहैया नहीं कराता है तो इसके लिए धरना प्रदर्शन जैसे कदम भी उठाने पड़ें तो वह पीछे नहीं हटेंगे। इंद्र कुमार सैनी, सत्यप्रकाश सैनी, योगेश, रामनारायण, दिनेश कुमार, मोबिन, रमेश कुमार, वीरेंद्र कुमार, महेश, राजकुमार, सहित कई कस्बे वासी ज्ञापन देते वक्त पालिका में शामिल रहे। मुख्यमंत्री, निदेशक डीएलबी, स्वायत शासन मंत्री, कलक्टर, पुलिस अधीक्षक को भी अविलंब कार्यवाही के लिए ज्ञापन की प्रतियां प्रेषित की गई है

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