दो का चार, बंटाधार! यह एक गंभीर प्रश्न है
युवाओं को ऑनलाइन गेमिंग, सट्टेबाजी और जुआ नौजवानों को बर्बाद कर रहे है

हमारे देश के युवाओं को ऑनलाइन गेमिंग, सट्टेबाजी और जुआ जैसी गतिविधियां किस तरह बर्बाद कर रही हैं, इसकी एक झलक देखनी हो तो इनसे संबंधित यूट्यूब वीडियो पर आने वाले कमेंट पढ़ लीजिए। किसी के हज़ारों रु. डूबे हैं तो किसी ने लाखों रु. गंवा दिए हैं।
जब किसी व्यक्ति को इनकी लत लग जाती है तो वह किसी भी तरह से रुपए हासिल कर उन्हें दांव पर लगाना चाहता है। पिछले कुछ वर्षों में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जब किसी बैंक कर्मचारी ने खाताधारकों के ही रु. लगा दिए। बाद में भंडाफोड़ हुआ तो पता चला कि वे लोग ऑनलाइन जुआ खेलते थे।
अब नौसेना भवन में कार्यरत एक यूडीसी को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। मीडिया रिपोर्टों में यह बात सामने आ रही है कि उसे ऑनलाइन गेमिंग की लत थी।
भारतीय युवाओं में ऑनलाइन गेमिंग, सट्टेबाजी और जुए की बढ़ती प्रवृत्ति खतरनाक रूप लेती जा रही है। सरकार को ऐसे ऐप्स पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। सरकार कोई कदम उठाए या न उठाए, हम सबको इतनी जानकारी जरूर होनी चाहिए कि जुआ खेलकर आज तक कोई सुखी नहीं हुआ। इससे जितना दूर रहें, उतना अच्छा है।
अपने मोबाइल फोन में ऐसे ऐप्स ही न रखें। अगर हैं तो तुरंत हटा दीजिए। अगर फिर भी आदत नहीं छूट रही तो बिना इंटरनेट वाला फोन रखना ठीक रहेगा। जो सेलिब्रिटी आपको जुआ खेलने के लिए उकसाएं, उन्हें अनफॉलो कर दीजिए। ऐसे लोग हमारे हितैषी नहीं हो सकते।