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यूडीएच मंत्री बोले- कांग्रेस खुद पर्ची से काम चला रही:डोटासरा पर पलटवार कर कहा- 2018 का चुनाव पायलट के चेहरे पर लड़ा, पर्ची किसी और की निकली


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यूडीएच मंत्री बोले- कांग्रेस खुद पर्ची से काम चला रही:डोटासरा पर पलटवार कर कहा- 2018 का चुनाव पायलट के चेहरे पर लड़ा, पर्ची किसी और की निकली

यूडीएच मंत्री बोले- कांग्रेस खुद पर्ची से काम चला रही:डोटासरा पर पलटवार कर कहा- 2018 का चुनाव पायलट के चेहरे पर लड़ा, पर्ची किसी और की निकली

सीकर : सीकर में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने डोटासरा पर पलटवार किया। उन्होंने कहा- कांग्रेस राज में 3 बार दिल्ली से पर्ची आ चुकी। इनकी पार्टी पर्ची से ही काम चला रही है। डोटासरा जी अब खुद की पार्टी की बात, हम पर लाकर कह रहे हैं। खर्रा ने कहा- 1998 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने परसराम मदेरणा के चेहरे को आगे कर लड़ा गया था लेकिन मुख्यमंत्री कौन बना था। उस समय पर्ची किसकी आई? इसी तरह 2008 का चुनाव सीपी जोशी के चेहरे पर लड़ा गया था। दुर्भाग्य से वह कैंडिडेट हार गया। उनकी बिना सहमति के पर्ची फिर से आ गई। 2018 का चुनाव पायलट के चेहरे पर लड़ा गया था लेकिन दिल्ली से पर्ची किसी दूसरे की आ गई थी।

सीकर के मास्टर प्लान का प्रारूप। यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने प्रारूप पुस्तक का विमोचन भी किया।
सीकर के मास्टर प्लान का प्रारूप। यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने प्रारूप पुस्तक का विमोचन भी किया।

मैं भू-कारोबार से जुड़ा हुआ नहीं

सीकर के मास्टर प्लान 2041 के प्रकाशन पर खर्रा ने कहा- मैं भू कारोबार से जुड़ा हुआ नहीं हूं, स्पष्ट कर देता हूं। मेरा सिर्फ खेती, पशुपालन और समाज सेवा के अलावा कोई काम नहीं है। जो लोग भू कारोबार से जुड़े हुए हैं, उनका स्वार्थ इस नए ड्राफ्ट प्रकाशन से आहत हो रहा है तो मेरे पास उसका कोई इलाज नहीं है।

झाबर सिंह खर्रा सीकर नगर परिषद सभागार में सीकर के मास्टर प्लान 2041 को स्वीकृति जारी करने आए थे। इस दौरान उन्होंने मास्टर प्लान की प्रारूप पुस्तक का विमोचन भी किया। इस मौके पर नक्शों की प्रदर्शनी का भी उद्घाटन हुआ, जहां आमजन 24 जुलाई तक मास्टर प्लान के प्रारूप देखकर अपनी आपत्तियां दर्ज करवा सकते हैं।

डोटासरा ने सीकर के मास्टर प्लान में देरी पर उठाया था सवाल

कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सीकर का मास्टर प्लान जारी करने को लेकर यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा पर तंज कसा था। सोशल मीडिया ‘X’ पर पोस्ट कर डोटासरा ने सवाल किया था कि जब सीकर का मास्टर प्लान अक्टूबर 2023 में बनकर तैयार था और सरकार से ड्राफ्ट प्रकाशन के लिए तैयार था, तो फिर प्रकाशन में 18 माह की देरी क्यों हुई?

मंत्री खर्रा का जवाब- माहौल न बनाएं

डोटासरा ने मंत्री खर्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सिर्फ माहौल न बनाएं। उन्होंने कहा कि वही मास्टर प्लान का ड्राफ्ट प्रकाशित किया जा रहा है, जो कांग्रेस सरकार के समय बनकर तैयार हुआ था। साथ ही चेतावनी दी कि कहीं ऐसा न हो कि अब आपत्तियां सुनकर इसे लागू करने में फिर डेढ़ साल और लगा दें।

नगर परिषद में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद यूडीएच मंत्री झाबर सिंह, धोद विधायक गोरधन वर्मा व सीकर जिला कलक्टर मुकुल शर्मा।
नगर परिषद में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद यूडीएच मंत्री झाबर सिंह, धोद विधायक गोरधन वर्मा व सीकर जिला कलक्टर मुकुल शर्मा।

झाबर सिंह खर्रा ने सीकर मास्टर प्लान को लेकर कही ये 6 बड़ी बातें

1. मास्टर प्लान में मार्गों की चौड़ाई का मुद्दा

यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि 2023 की अंतिम तिमाही में तैयार हुए मास्टर प्लान में सबसे बड़ी समस्या मार्गाधिकार को संकुचित करने की थी। उन्होंने कहा कि शहर के विकास के साथ मार्गों की चौड़ाई बढ़ाई जानी चाहिए, न कि घटाई जाए। इसलिए विधिक राय लेकर सारे संशोधनों को समाप्त कर दिया गया।

2. आपत्तियों के लिए विशेष टीम गठित

मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा -पहली बार जयपुर से अलग सीकर में विशेष टीम तैनात की गई है। सहायक नगर नियोजक अजय शर्मा और अन्वेषक ग्रेड प्रथम रवि मीणा की टीम स्थानीय स्तर पर शिकायत निवारण को आसान बनाएगी।

3. शहरी सीमा का विस्तार

मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा- मास्टर प्लान 2041 के तहत 14 साल बाद सीकर का दायरा बढ़ेगा। शहर के आसपास के 50 गांव और ढाणियां नगरीय सीमा में शामिल होंगी। इससे इन क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं का विकास होगा।

4. रियल एस्टेट को मिलेगी गति

मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा- नए मास्टर प्लान से रियल एस्टेट सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा। यूआईटी से अनुमोदित आवासीय कॉलोनियों की संख्या बढ़ेगी और पट्टों का वितरण भी तेज होगा, जिससे आम लोगों को राहत मिलेगी।

आपत्तियों के लिए विशेष टीम नियुक्त की गई है।
आपत्तियों के लिए विशेष टीम नियुक्त की गई है।

5. आमजन के लिए सुझाव का मौका

मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा- नगर परिषद सभागार में 24 जुलाई तक चलने वाली प्रदर्शनी में लोग मास्टर प्लान के नक्शे और प्रारूप देखकर अपनी आपत्तियां दर्ज करवा सकते हैं। इसके बाद अंतिम मास्टर प्लान को लागू करने की प्रक्रिया शुरू होगी।

6. 50 गांव-ढाणियां होंगी नगरीय क्षेत्र में शामिल

सीकर मास्टर प्लान 2041 में शहर का दायरा बढ़ाने का महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखा गया है। इसके तहत सीकर शहर के नजदीकी 50 गांव और ढाणियों को नगरीय सीमा में शामिल किया जाएगा। प्रस्तावित क्षेत्रों में सबलपुरा, भैरूपुरा, कुड़ली, शिवसिंहपुरा, हरदयालपुरा, नानी, चंदपुरा, बजाज नगर और खीचड़ों का बास शामिल हैं। इसके अलावा गोकुलपुरा, ढासा की ढाणी, रामू का बास, पालवास, रामपुरा, पुरां की ढाणी, घोराणा और चारण का बास को भी जोड़ा जाएगा।

आसपुरा, भढाडर, झीगर छोटी, शास्त्री नगर, बाजौर, दुजोद, हर्ष, देवगढ़, हीरामल नगर, ढाका की ढाणी, जगमालपुरा, भादवासी, कटराथल, दादली, समर्थपुरा, राधाकिशनपुरा सहित दुला की ढाणी, ढाणी नाथावतान, ढाणी सालिम सिंह, देवीपुरा, कंवरपुरा, संतोषपुरा, बालाजी भैरूजी नगर, नला का बालाजी, देवलानाड़ा, बलरामपुरा, चैलासी, किरडोली, झीगर बड़ी, मलकेड़ा और पीपल्यानगर भी नगरीय सीमा का हिस्सा बनेंगे।

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