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झुंझुूनूं डिपो की रोडवेज बसों के हालात सुधरेंगे:मेरी बस मेरी जिम्मेदारी अभियान की शुरुआत; मेंटेनेंस पर खास फोकस


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झुंझुूनूं डिपो की रोडवेज बसों के हालात सुधरेंगे:मेरी बस मेरी जिम्मेदारी अभियान की शुरुआत; मेंटेनेंस पर खास फोकस

झुंझुूनूं डिपो की रोडवेज बसों के हालात सुधरेंगे:मेरी बस मेरी जिम्मेदारी अभियान की शुरुआत; मेंटेनेंस पर खास फोकस

झुंझुनूं : राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (रोडवेज) ने झुंझुनूं डिपो में “मेरी बस मेरी जिम्मेदारी” अभियान शुरू किया है। इसका उद्देश्य बसों की स्थिति सुधारना और बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाओं को अपग्रेड करना है। निजी परिवहन से मिल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच रोडवेज अपनी साख मजबूत करना और घाटे से उबरना चाहता है, जिसके लिए यह अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है।

डिपो मैनेजर गिरिराज स्वामी ने बताया- मुख्यालय से मिले निर्देशों के अनुसार डिपो में 2020 मॉडल की 12 और 2017 मॉडल की 5 बसों की मरम्मत करवाई जा चुकी है। डिपो की मूलभूत सुविधाओं में भी सुधार के लिए डिपो कमेटी के साथ मिलकर कार्य किया जा रहा है।

डिपो मैनेजर गिरिराज स्वामी ने बताया -डिपो की मूलभूत सुविधाओं में भी सुधार के लिए डिपो कमेटी के साथ मिलकर कार्य किया जा रहा है।
डिपो मैनेजर गिरिराज स्वामी ने बताया -डिपो की मूलभूत सुविधाओं में भी सुधार के लिए डिपो कमेटी के साथ मिलकर कार्य किया जा रहा है।

बसें होंगी चकाचक, बस स्टैंड भी सुधरेंगे

अभियान के तहत बसों की मरम्मत पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। झुंझुनूं डिपो में 2020 मॉडल की 12 और 2017 मॉडल की 5 बसों की मरम्मत का काम पूरा हो चुका है।

इन बसों के इंजन ठीक किए गए हैं, नई सीटें और सीट कवर लगाए गए हैं। साथ ही, वायरिंग, डेंटिंग-पेंटिंग और फायर फाइटिंग सिस्टम को भी दुरुस्त किया गया है। जिन 2017 मॉडल की बसों में पैनिक बटन और व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम (VTS) काम नहीं कर रहे थे, उन्हें भी ठीक किया जा रहा है।

बस स्टैंड के भी सुधरेंगे हालात,मेरी बस मेरी जिम्मेदारी
बस स्टैंड के भी सुधरेंगे हालात,मेरी बस मेरी जिम्मेदारी

बस स्टैंड पर मिलेंगी बेहतर सुविधाएं

अभियान का दूसरा बड़ा पहलू बस स्टैंड्स की सुविधाओं में सुधार है। झुंझुनूं सहित सभी अधीनस्थ बस स्टैंड्स पर बिजली, पानी, स्वच्छ शौचालय, बैठने के लिए वेटिंग एरिया और पंखों की व्यवस्था की जा रही है।

इसके अलावा, रंग-रोगन का काम भी शुरू किया जा रहा है। रोडवेज प्रबंधन ने यात्रियों को साफ-सुथरा और सुविधाजनक माहौल देने के लिए भामाशाहों का सहयोग लेने का भी फैसला किया है।

अभियान शुरू, बसों की मरम्मत पर विशेष ध्यान
अभियान शुरू, बसों की मरम्मत पर विशेष ध्यान

रैंकिंग सिस्टम से मूल्यांकन और सघन निगरानी

रोडवेज प्रबंधन ने इस बार जमीनी स्तर पर निगरानी और जवाबदेही बढ़ाने के लिए खास कदम उठाए हैं। हर बस स्टैंड की सुविधाओं की जांच के लिए एक चेकलिस्ट तैयार की गई है, जिसके आधार पर जोनल मैनेजर रैंकिंग जारी करेंगे। यह रैंकिंग प्रदेश स्तर पर संबंधित डिपो की स्थिति को दर्शाएगी। अच्छा काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित भी किया जाएगा।

झुंझुनूं डिपो के मुख्य प्रबंधक गिरिराज स्वामी ने बताया कि डिपो स्तर पर एक कमेटी बनाई गई है जो बसों और बस स्टैंड की स्थिति का मूल्यांकन कर रही है। सुधार कार्यों के लिए निर्माण शाखा की अनुमति मिलने के बाद तेजी से काम करवाया जा रहा है।

मुख्यालय से स्पष्ट निर्देश मिले हैं कि बसों की मरम्मत और स्टैंड की व्यवस्थाएं अधिकारियों की सीधी निगरानी में करवाई जाएगी। एक महीने के भीतर पूरे अभियान की रिपोर्ट प्रदेश स्तर पर भेजी जाएगी। यह पहली बार है जब निगम के आला अधिकारी जमीनी स्तर पर अभियान की निगरानी कर रहे हैं।

यात्रियों को होगा सीधा लाभ

इस अभियान का सबसे बड़ा फायदा उन यात्रियों को मिलेगा जो रोजाना या लंबे सफर के लिए रोडवेज का इस्तेमाल करते हैं। अब बसों के खराब होने की समस्या काफी कम होगी और लोग सुरक्षित, आरामदायक यात्रा का अनुभव ले सकेंगे। साथ ही, रैंकिंग और निगरानी के जरिए डिपो कर्मचारियों की जवाबदेही भी तय होगी।

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