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बाउंड्री-टूटते देख रोने लगी महिलाएं, न तोड़ने की गुहार लगाई:वक्फ की जमीन पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई; कोर्ट के आदेश पर अवैध-निर्माण ढहाए


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झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

बाउंड्री-टूटते देख रोने लगी महिलाएं, न तोड़ने की गुहार लगाई:वक्फ की जमीन पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई; कोर्ट के आदेश पर अवैध-निर्माण ढहाए

वक्फ भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई, अपने घर टूटते देख महिलाएं रो पड़ी, पुलिस जाब्ता लेकर पहुंचे थे तहसीलदार

झुंझुनूं : झुंझुनूं शहर में ऐतिहासिक दरगाह कमरूद्दीन शाह की जमीन पर प्रशासनिक कार्रवाई के तहत अतिक्रमण हटाए गए। जैसे ही बुलडोजर ने अपना काम शुरू किया मौके पर मौजूद लोग आक्रोशित हो गए। महिलाएं रोने लगी और कहा- हमने रुपए देकर जमीन खरीदी थी। महिलाओं की सिसकियाँ और बच्चों की चीखें, टूटते घरों की आवाज़ों के साथ मिलकर एक हृदयविदारक दृश्य पैदा कर रही थीं।लेकिन, कोर्ट का हवाला देते हुए प्रशासन और पुलिस ने अपना काम जारी रखा।

कार्रवाई की सूचना मिलते ही आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। कुछ प्रशासन के पक्ष में थे, तो कुछ प्रभावित लोगों के पक्ष में थे। माहौल कई बार तनावपूर्ण होता दिखा, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी के कारण स्थिति नियंत्रण में रही।

कोर्ट के आदेशों का हवाला

तहसीलदार महेंद्र मुंड ने बताया- दरगाह कमरूद्दीन शाह की यह भूमि वक्फ बोर्ड के अंतर्गत आती है और हाई कोर्ट ने इस पर हुए सभी अवैध अतिक्रमणों को हटाने का स्पष्ट आदेश दिया था। हमें 339 अतिक्रमण चिह्नित कर उनके लिए नोटिस जारी किए गए हैं। आज उन्हीं मकानों पर कार्रवाई की गई जो मौके पर खाली थे। तहसीलदार ने यह भी स्पष्ट किया कि कोर्ट ने निर्देश दिए हैं कि किसी को बेघर न किया जाए। जिनके पास वैकल्पिक आवास हैं और फिर भी अतिक्रमण किया है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई जारी रहेगी।

रोती रही महिलाएं, नहीं रुका बुलडोजर

एक महिला अपनी झोपड़ी के बाहर रो-रोकर प्रशासन से गुहार लगाती रही, “मत तोड़ो साहब, मेरा घर मत तोड़ो… अगर तोड़ना है तो सबका तोड़ो… मैंने पैसे देकर ली थी ये जमीन।” करीब 15 मिनट तक महिला लगातार अधिकारियों से घर न तोड़ने की विनती करती रही, लेकिन प्रशासनिक अमला अपने आदेशों के अनुपालन में अडिग रहा। पुलिसकर्मियों ने महिला को हटाया और मकान को ढहा दिया गया। यह केवल एक महिला की कहानी नहीं थी। मौके पर कई ऐसे लोग मौजूद थे जो अपनी कमाई से खरीदी गई जमीन पर अधिकार जताते नजर आए।

बोले- हमने पैसे देकर घर बनाए, फिर भी तोड़ दिए

पीड़ित आरिफ नाम के एक युवक ने अपनी आपबीती सुनाई। हम गरीब मजदूर हैं। दिन भर मजदूरी करते हैं, तभी चूल्हा जलता है। कई सालों की कमाई से ये आशियाना खड़ा किया था। हमने किसी की जमीन नहीं छीनी। पैसे देकर ली थी। फिर भी आज प्रशासन ने हमारा घर तोड़ दिया। हम इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे। आरिफ की आवाज में टूटे हुए सपनों का दर्द साफ झलक रहा था।

तस्वीरों में देखिए कार्रवाई

दीवार के आगे खड़ी महिला प्रशासन से उनका मकान न तोड़ने की गुहार लगाती नजर आई।
दीवार के आगे खड़ी महिला प्रशासन से उनका मकान न तोड़ने की गुहार लगाती नजर आई।
वक्फ भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई
वक्फ भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई
अपने घर टूटते देख महिलाएं रो पड़ी, महिला पुलिस ने संभाला और मौके से हटाया।
अपने घर टूटते देख महिलाएं रो पड़ी, महिला पुलिस ने संभाला और मौके से हटाया।
पुलिस जाब्ता लेकर पहुंचे थे तहसीलदार
पुलिस जाब्ता लेकर पहुंचे थे तहसीलदार
एक साथ दिखें आंसू और आक्रोश
एक साथ दिखें आंसू और आक्रोश

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