[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

बीजेपी ने 3 जिलाध्यक्ष बनाए:झुंझुनूं में हर्षिनी, जोधपुर देहात उत्तर में ज्योति और धौलपुर में राजवीर को कमान


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
जयपुरटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

बीजेपी ने 3 जिलाध्यक्ष बनाए:झुंझुनूं में हर्षिनी, जोधपुर देहात उत्तर में ज्योति और धौलपुर में राजवीर को कमान

बीजेपी ने 3 जिलाध्यक्ष बनाए:झुंझुनूं में हर्षिनी, जोधपुर देहात उत्तर में ज्योति और धौलपुर में राजवीर को कमान

जयपुर : बीजेपी ने आज मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के जिले को छोड़कर बाकी चल रहे तीन जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी हैं। झुंझुनूं में पार्टी ने पूर्व सांसद नरेन्द्र खींचड़ की पुत्रवधू और वर्तमान जिला प्रमुख हर्षिनी कुल्हरी को जिलाध्यक्ष बनाया हैं। वहीं धौलपुर में आरएसएस के प्रचारक रहे राजवीर सिंह राजावत को जिलाध्यक्ष बनाया गया हैं। इसके साथ ही जोधपुर देहात उत्तर में ओसियां की पूर्व प्रधान ज्योति ज्याणी को जिलाध्यक्ष की कमान सौंपी गई हैं। प्रदेश बीजेपी में संगठनात्मक दृष्टि से 44 जिले हैं। इनमें से 40 जिलों में पार्टी जिलाध्यक्ष बना चुकी हैं। शेष रहे चार जिलों में से पार्टी ने आज दौसा को छोड़कर तीन जिलों में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति कर दी हैं।

राष्ट्रीय संगठन महामंत्री की नाराजगी के बाद हुई नियुक्तियां

दरअसल, प्रदेश बीजेपी में करीब साढ़े 6 माह पहले 2 दिसम्बर 2024 को संगठन के चुनाव (संगठन पर्व) शुरू हुए थे। इन चुनावों में बूथ से लेकर प्रदेशाध्यक्ष का निर्वाचन होना था। लेकिन निर्वाचन प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी बीजेपी में सभी पदों पर नियुक्तियां नहीं हो पाई थी। इसे लेकर शनिवार को बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने नाराजगी जताई थी। उन्होंने 4 जिलाध्यक्षों और बाकी चल रहे 60 से ज्यादा मंडलों में अध्यक्ष नहीं बनाए जाने का कारण पूछा था। जिसके बाद पार्टी ने रविवार और सोमवार को कई मंडलों के अध्यक्षों की घोषणा की थी। वहीं आज चार में से तीन जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी गई हैं।

विरोध के बाद भी ज्योति ज्याणी को बनाया जिलाध्यक्ष

जोधपुर देहात उत्तर में पार्टी ने विरोध के बाद भी ज्योति ज्याणी को जिलाध्यक्ष बनाया हैं। कुछ माह पहले जब पार्टी ने अन्य जिलों में जिलाध्यक्षों का निर्वाचन किया था। उस समय मंत्री अविनाश गहलोत उनके नाम की घोषणा करने फलौदी आए थे। लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें बाहरी बताते हुए उनका विरोध कर दिया था। ज्योति ज्याणी ओसियां से प्रधान रही हैं। ओसियां उनकी जन्मस्थली रही हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने ओसियां से टिकट मांगा था। लेकिन जोधपुर देहात उत्तर में ओसियां विधानसभा नहीं आती हैं। ऐसे में उन्हें बाहरी बताया गया था।

दौसा में एक नाम पर सहमति नहीं

पार्टी तमाम एक्सरसाइज के बाद भी दौसा में जिलाध्यक्ष नहीं बना पाई हैं। यहां संगठन तमाम नेताओं और किरोड़ीलाल मीणा के बीच किसी एक नाम पर सहमति नहीं बना पाया हैं। दौसा में पार्टी किसी ब्राह्मण चेहरे पर दांव खेलना चाहती हैं। लेकिन बताया जाता है कि वहां स्थानीय विधायकों और मंत्री किरोड़ीलाल मीणा किसी एक नाम पर सहमत नहीं हो पा रहे हैं। दौसा से जिलाध्यक्ष की दौड़ में रविन्द्र पालीवाल, सोमेश विजय, हरकेश मटलाना के नामों पर चर्चा हुई थी। लेकिन किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पाई।

Related Articles